- 198
- 120
- 18
ऊपर से मंगल आरती की चूत में ज़ोरदार धक्के लगाते हुए और उसके निप्पल चूसते हुए बोला, “आरती अब तुझे रोज़ ये तगड़े लंड चोदेंगे, बहनचोद तू ऐसी गरम माल है कि तेरे लिए तो अपनी बीवी को भी नहीं चोदूँ मैं। वैसे जसवंत साहब इसकी बेटी को कौन चोदता है जो मुझे नहीं पता चला? मेरी तो इस कॉलेज में सब लड़कियों पे नज़र है। इसकी बेटी भी इसकी जैसी गरम माल है। मेरा दिल बहुत दिनों से है उसपे। अब उसकी माँ हमारे नीचे आ गयी है तो बेटी भी आयेगी।”
फिर जसवंत और मंगल एक साथ मुड़े जिससे अब जसवंत ऊपर आ गया और मंगल नीचे। ऊपर आके जसवंत बड़ी बेरहमी से आरती की गाँड चोदते हुए बोला, “बेटीचोद रंडी, साली बड़ी हरामी है तू। खुद की हवस के लिए बेटी को भी हमसे चुदवाने को तैयार हो गयी... तो सुन रंडी... तेरी बेटी पूजा को राजेश और वैभव, कुत्तिया बना-बना के चोदते हैं। वो दोनों पास के डिग्री कॉलेज में पढ़ते हैं। साली सिर्फ़ २२ साल की बेटी है तेरी है मगर गज़ब की चूत है। पूजा भी तेरे जैसी बड़ी रंडी किसम की चूत है आरती... और अब वो हमारी रंडी भी बनेगी।”
अब ऊपर से जसवंत से अपनी गाँड मरवाने में आरती को भी मज़ा आ रहा था। वो अपनी गाँड उठा-उठा के चुदवाने लगी और बोली, “मतलब मेरी बेटी भी २-२ लौड़ों से चुदवाती है? और जसवंत मेरी कम्सिन बेटी के बारे में ऐसा क्यों बोलता है तू कि वो भी मेरी जैसी रंडी किसम की चूत है? वो अभी नादान है... बच्ची है... इसलिए मुझे लगता है उन लड़कों ने उसे फँसा के चोदा होगा।”
मंगल आरती का पसीने से भीगा हुआ सीना चूमते हुए बोला, “कुत्ता-चोद, साली... नादान कहती है अपनी बेटी को... वो छिनाल २२ साल की है और एक साथ २-२ लौड़ों से चुदवाती है.... तो नादान बच्ची कैसे हुई... वो तो तुझसे भी बड़ी रंडी है... जसवंत साहब इस आरती रंडी की चूत इतनी लाजवाब है तो बेटी भी कमाल की होगी।”
जसवंत आरती की गाँड फैला के मारते हुए बोला, “आरती सुन छिनाल... अब हमें तेरी बेटी को भी चोदना है, यही नहीं हम दोनों तुम माँ बेटी को अपनी पर्सनल रंडियाँ बनाना चाहते हैं। तूने इनकार किया तो मैं तेरी बेटी को कॉलेज से निकाल दूँगा समझी?”
जसवंत जब झड़ने के करीब आया तो वो कस के आरती की गाँड मारने लगा। मंगल नीचे से आरती की चूत में अपना लंड पेलते हुए उसके हिलते मम्मे मसलने लगा।
आरती भी एक साथ दो लंडों से चुदवा के अब बेशरम होके बोली, “जसवंत अब मुझे ब्लैकमेल करने की ज़रूरत नहीं। अब जब मैं तुम दोनों से चुदवा रही हूँ और मुझे मालूम हुआ है कि मेरी बेटी भी २-२ लड़कों से चुदवाती है तो अब मैं उसे तुम दोनों से चुदवाने को तैयार हूँ। मैं तुम दोनों को अपनी बेटी को चोदने का मौका दूँगी। परसों तू और मंगल मेरे घर सुबह आओ और पूरा दिन पूरी रात मेरी बेटी को चोदो। ठीक है जसवंत?”
इस दौरान मंगल अपना लंड आरती की चूत से निकाल के ऊपर खिसक गया और अपना लंड आरती के मुँह में डाल दिया और जसवंत भी आखिरी धक्के मारते हुए बोला, “वाह कितनी अच्छी माँ है... हम ज़रूर चोदेंगे तेरी बेटी को... उस दिन सिर्फ़ तेरी बेटी को ही नहीं बल्कि तुझे भी चोदेंगे हम... ठीक है मेरी रंडी?”
आरती के कुछ बोलने के पहले ही मंगल का लंड उसके मुँह में झड़ने लगा। आरती का पूरा मुँह मंगल के पानी से भर गया और मुँह से निकल के उसके सीने पे गिरने लगा। जसवंत भी कसके आरती की गाँड में लंड घुसाके और उसके मम्मे बेरहमी से मसलते हुए आरती की गाँड में झड़ने लगा।
मंगल का लंड पूरी तरह से चूसके साफ़ करने के बाद ही आरती ने उसे अपने मुँह से निकाला और फिर जसवंत ने भी आरती की गाँड अपने विर्य से भर कर अपना लंड बाहर निकाला और साफ़ करने के लिए आरती के मुँह मे घुसेड़ दिया।
फिर जसवंत और मंगल एक साथ मुड़े जिससे अब जसवंत ऊपर आ गया और मंगल नीचे। ऊपर आके जसवंत बड़ी बेरहमी से आरती की गाँड चोदते हुए बोला, “बेटीचोद रंडी, साली बड़ी हरामी है तू। खुद की हवस के लिए बेटी को भी हमसे चुदवाने को तैयार हो गयी... तो सुन रंडी... तेरी बेटी पूजा को राजेश और वैभव, कुत्तिया बना-बना के चोदते हैं। वो दोनों पास के डिग्री कॉलेज में पढ़ते हैं। साली सिर्फ़ २२ साल की बेटी है तेरी है मगर गज़ब की चूत है। पूजा भी तेरे जैसी बड़ी रंडी किसम की चूत है आरती... और अब वो हमारी रंडी भी बनेगी।”
अब ऊपर से जसवंत से अपनी गाँड मरवाने में आरती को भी मज़ा आ रहा था। वो अपनी गाँड उठा-उठा के चुदवाने लगी और बोली, “मतलब मेरी बेटी भी २-२ लौड़ों से चुदवाती है? और जसवंत मेरी कम्सिन बेटी के बारे में ऐसा क्यों बोलता है तू कि वो भी मेरी जैसी रंडी किसम की चूत है? वो अभी नादान है... बच्ची है... इसलिए मुझे लगता है उन लड़कों ने उसे फँसा के चोदा होगा।”
मंगल आरती का पसीने से भीगा हुआ सीना चूमते हुए बोला, “कुत्ता-चोद, साली... नादान कहती है अपनी बेटी को... वो छिनाल २२ साल की है और एक साथ २-२ लौड़ों से चुदवाती है.... तो नादान बच्ची कैसे हुई... वो तो तुझसे भी बड़ी रंडी है... जसवंत साहब इस आरती रंडी की चूत इतनी लाजवाब है तो बेटी भी कमाल की होगी।”
जसवंत आरती की गाँड फैला के मारते हुए बोला, “आरती सुन छिनाल... अब हमें तेरी बेटी को भी चोदना है, यही नहीं हम दोनों तुम माँ बेटी को अपनी पर्सनल रंडियाँ बनाना चाहते हैं। तूने इनकार किया तो मैं तेरी बेटी को कॉलेज से निकाल दूँगा समझी?”
जसवंत जब झड़ने के करीब आया तो वो कस के आरती की गाँड मारने लगा। मंगल नीचे से आरती की चूत में अपना लंड पेलते हुए उसके हिलते मम्मे मसलने लगा।
आरती भी एक साथ दो लंडों से चुदवा के अब बेशरम होके बोली, “जसवंत अब मुझे ब्लैकमेल करने की ज़रूरत नहीं। अब जब मैं तुम दोनों से चुदवा रही हूँ और मुझे मालूम हुआ है कि मेरी बेटी भी २-२ लड़कों से चुदवाती है तो अब मैं उसे तुम दोनों से चुदवाने को तैयार हूँ। मैं तुम दोनों को अपनी बेटी को चोदने का मौका दूँगी। परसों तू और मंगल मेरे घर सुबह आओ और पूरा दिन पूरी रात मेरी बेटी को चोदो। ठीक है जसवंत?”
इस दौरान मंगल अपना लंड आरती की चूत से निकाल के ऊपर खिसक गया और अपना लंड आरती के मुँह में डाल दिया और जसवंत भी आखिरी धक्के मारते हुए बोला, “वाह कितनी अच्छी माँ है... हम ज़रूर चोदेंगे तेरी बेटी को... उस दिन सिर्फ़ तेरी बेटी को ही नहीं बल्कि तुझे भी चोदेंगे हम... ठीक है मेरी रंडी?”
आरती के कुछ बोलने के पहले ही मंगल का लंड उसके मुँह में झड़ने लगा। आरती का पूरा मुँह मंगल के पानी से भर गया और मुँह से निकल के उसके सीने पे गिरने लगा। जसवंत भी कसके आरती की गाँड में लंड घुसाके और उसके मम्मे बेरहमी से मसलते हुए आरती की गाँड में झड़ने लगा।
मंगल का लंड पूरी तरह से चूसके साफ़ करने के बाद ही आरती ने उसे अपने मुँह से निकाला और फिर जसवंत ने भी आरती की गाँड अपने विर्य से भर कर अपना लंड बाहर निकाला और साफ़ करने के लिए आरती के मुँह मे घुसेड़ दिया।