Incest राँड माँ बेटी (Completed)

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जसवंत पूजा को पकड़के मंगल और आरती के पास ले गया और उसे सोफ़े पे बिठा के उसकी टाँगें खोल दीं। फिर आरती को कुत्तिया जैसी झुका के उसका सिर पूजा की चूत पे दबाते हुए जसवंत बोला, “सुन पूजा रंडी... तू अपनी माँ के मम्मों से खेल... तेरी यह रंडी माँ तेरी चूत चाटेगी और पीछे से मंगल तेरी माँ की गाँड मारेगा। मैं सोफ़े के पास खड़ा रहूँगा और तू मेरा लंड चूसेगी... समझी...? चल मादरचोद अपनी माँ के मम्मे मसलने शुरू कर।”

आरती बिल्कुल वैसा ही करने लगी जो जसवंत कह रहा था। अब कमरे में दृश्य ऐसा था कि मंगल धीरे-धीरे करके अपना लंड आरती की गाँड में घुसाते हुए उसे चोद रहा था और आरती अपनी गाँड मरवाती हुई झुक के अपनी बेटी की चूत चाट रही थी। पूजा अपनी माँ से अपनी चूत चटवाती हुई आरती के मम्मों से खेल रही थी और साथ ही जसवंत का लंड भी चूस रही थी। जसवंत पूजा का मुँह चोदते-चोदते पूजा के मम्मों से खेल रहा था। बड़ी बेरहमी से वो दोनों मर्द इन माँ बेटी की गाँड और मुँह चोद रहे थे। आरती बेशरम होके अपनी बेटी की चूत चाट रही थी और पूजा भी मस्ती से उसके मम्मे मसल रही थी।

मंगल आरती की कमर पकड़के गाँड में ज़ोरदार धक्के मारते हुए बोला, “आहह... आरती तेरी गाँड तेरी बेटी जैसी लाजवाब है... साली जब तुझे जसवंत सर के ऑफिस में जाते देखा था तबसे तुझे चोदने की तमन्ना हुई। उस दिन सर के ऑफिस में तेरी गाँड मारी तब मुझे सकून मिला... लेकिन जबसे तेरी बेटी को चोदा तबसे लंड को आराम ही नहीं मिलता। बहनचोद क्या मस्त रंडियाँ हो तुम माँ बेटी।”

आरती पूजा की चूत चाटती हुई मंगल से पूरा लंड ले रही थी गाँड में। पूजा भी अब जोश में अपनी माँ के मम्मे मसलती हुई जसवंत का लंड चूस रही थी।

जसवंत आगे पीछे करते हुए पूरा लंड पूजा के मुँह में डालके उसे चोदते हुए बोला, “साली पूजा... रंडी की औलाद... तू भी अपनी माँ जैसी ही मस्त लंड चूसती है। आरती पहले तेरे मर्द ने और कोई अच्छा काम किया हो या नहीं पर साले ने तेरी जैसी गरम बीवी और पूजा जैसी कम्सिन चूत हमारे लिए यहाँ छोड़के जाने का अच्छा काम किया है। क्या मस्त गरम बेटी पैदा की है तुम पति-पत्नी ने... साली आगे जाके तेरी बेटी तेरा नाम रोशन करेगी। मेरा लंड चूस छिनाल और अपनी माँ को मंगल से गाँड मरवाते भी देख।”

इन माँ बेटी के साथ वो दो मर्द बेरहमी से पेश आ रहे थे लेकिन यह बेरहमी उन माँ बेटी को अच्छी लग रही थी। सब गालियाँ और बेइज़्ज़ती उन्हें और चुदास बना रही थी और वो माँ बेटी बेशरम हो के अपना बदन उनसे चुदवा रही थीं।

मंगल आरती की गाँड मारने के साथ-साथ उसकी गीली टपकती चूत में अँगुली रगड़ रहा था और आरती भी मस्ती से गाँड में मंगल का लंड ले रही थी और टाँगें फ़ैला के उसकी अँगुली से अपनी चूत को भी चुदवा रही थी। आरती दोनों हाथों से पूजा की कमर पकड़के अपनी कम्सिन जवान बेटी की चूत का पानी बड़ी प्यार से चाट रही थी। पूजा की चूत के दाने को हल्के से चबाती हुई आरती पूजा को और गरम कर रही थी।

साँस लेने के लिए उसने मुँह पूजा की चूत से हटाया और बोली, “हम माँ बेटी के यारों... आज मेरी प्यारी बेटी और उसकी रंडी माँ को इतना चोदो कि पूजा राजेश और वैभव को भूल जाये और मैं अपने बाकी यारों को। जब चाहो पूजा रंडी को कॉलेज में चोदना और जब दिल करे तो घर आके इस अपनी रखैल रंडी आरती को चोदना। तुम दोनों इसको चोदते रहोगे तो यह इधर उधर नहीं जायेगी, कॉलेज में अटेंडैंस और पढ़ाई भी इम्प्रूव करेगी और चूतिये लड़कों से अपनी जवानी बर्बाद नहीं करेगी।”

मंगल का लंड पिस्टन की तरह आरती की गाँड मार रहा था। अपनी माँ से चूत चटवाती पूजा अब झड़ने के करीब थी। वो उत्तेजना से चिल्लाई, “माँ, मुझे राजेश और वैभव ने कई बार चोदा... दोनों ने अक्सर एक साथ भी चोदा मुझे... मगर जो मज़ा आज इन दोनों ने दिया वो कभी पहले नहीं मिला... अब जब मेरी पूरी बात खुल चुकी है तो मुझे कोई डर नहीं... मेरी प्यारी माँ... आरती।”

पूजा की बात सुनके आरती पूरी जीभ पूजा की चूत में डालके उसकी चूत को चोदते हुए बोली, “हाँ मेरी छिनाल बेटी... मुझे पता है। उस दिन जबसे इन दोनों ने मुझे कॉलेज में चोदा है तब से मेरी हालत भी एक चुदास कुत्तिया जैसी हो गयी है...। इनके लंड से चुदवाके मैंने तुझे भी इनसे चुदवाने का फ़ैसला किया। अब तो यह दोनों मर्दों की हम माँ बेटी रंडियाँ बन गयी हैं तो हमें कोई तकलीफ़ नहीं होगी।”

जसवंत ने आरती की बात सुनके खुश हो के उसे किस किया। अब मंगल और जसवंत भी झड़ने वाले थे। मंगल का तो पूरा लंड आरती की गाँड में घुसा हुआ था और गोटियाँ आरती की चिकनी गाँड पे टकरा रही थीं।

जसवंत भी झड़ने वाला था तो वो पूजा को एक थप्पड़ मारते हुए बोला, “मादरचोद साली... कमीनी छिनाल... ज़रा ज़ोर से मेरा लंड चूस... बहनचोद झड़ते वक्त लंड कैसे चूसना चाहिए... तुझे तेरी छिनाल माँ ने सिखाया नहीं क्या?”
Muze bhi koi bhosdichod gaaliya de kr chodo
 
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ऊपर से मंगल आरती की चूत में ज़ोरदार धक्के लगाते हुए और उसके निप्पल चूसते हुए बोला, “आरती अब तुझे रोज़ ये तगड़े लंड चोदेंगे, बहनचोद तू ऐसी गरम माल है कि तेरे लिए तो अपनी बीवी को भी नहीं चोदूँ मैं। वैसे जसवंत साहब इसकी बेटी को कौन चोदता है जो मुझे नहीं पता चला? मेरी तो इस कॉलेज में सब लड़कियों पे नज़र है। इसकी बेटी भी इसकी जैसी गरम माल है। मेरा दिल बहुत दिनों से है उसपे। अब उसकी माँ हमारे नीचे आ गयी है तो बेटी भी आयेगी।”

फिर जसवंत और मंगल एक साथ मुड़े जिससे अब जसवंत ऊपर आ गया और मंगल नीचे। ऊपर आके जसवंत बड़ी बेरहमी से आरती की गाँड चोदते हुए बोला, “बेटीचोद रंडी, साली बड़ी हरामी है तू। खुद की हवस के लिए बेटी को भी हमसे चुदवाने को तैयार हो गयी... तो सुन रंडी... तेरी बेटी पूजा को राजेश और वैभव, कुत्तिया बना-बना के चोदते हैं। वो दोनों पास के डिग्री कॉलेज में पढ़ते हैं। साली सिर्फ़ २२ साल की बेटी है तेरी है मगर गज़ब की चूत है। पूजा भी तेरे जैसी बड़ी रंडी किसम की चूत है आरती... और अब वो हमारी रंडी भी बनेगी।”

अब ऊपर से जसवंत से अपनी गाँड मरवाने में आरती को भी मज़ा आ रहा था। वो अपनी गाँड उठा-उठा के चुदवाने लगी और बोली, “मतलब मेरी बेटी भी २-२ लौड़ों से चुदवाती है? और जसवंत मेरी कम्सिन बेटी के बारे में ऐसा क्यों बोलता है तू कि वो भी मेरी जैसी रंडी किसम की चूत है? वो अभी नादान है... बच्ची है... इसलिए मुझे लगता है उन लड़कों ने उसे फँसा के चोदा होगा।”

मंगल आरती का पसीने से भीगा हुआ सीना चूमते हुए बोला, “कुत्ता-चोद, साली... नादान कहती है अपनी बेटी को... वो छिनाल २२ साल की है और एक साथ २-२ लौड़ों से चुदवाती है.... तो नादान बच्ची कैसे हुई... वो तो तुझसे भी बड़ी रंडी है... जसवंत साहब इस आरती रंडी की चूत इतनी लाजवाब है तो बेटी भी कमाल की होगी।”

जसवंत आरती की गाँड फैला के मारते हुए बोला, “आरती सुन छिनाल... अब हमें तेरी बेटी को भी चोदना है, यही नहीं हम दोनों तुम माँ बेटी को अपनी पर्सनल रंडियाँ बनाना चाहते हैं। तूने इनकार किया तो मैं तेरी बेटी को कॉलेज से निकाल दूँगा समझी?”

जसवंत जब झड़ने के करीब आया तो वो कस के आरती की गाँड मारने लगा। मंगल नीचे से आरती की चूत में अपना लंड पेलते हुए उसके हिलते मम्मे मसलने लगा।

आरती भी एक साथ दो लंडों से चुदवा के अब बेशरम होके बोली, “जसवंत अब मुझे ब्लैकमेल करने की ज़रूरत नहीं। अब जब मैं तुम दोनों से चुदवा रही हूँ और मुझे मालूम हुआ है कि मेरी बेटी भी २-२ लड़कों से चुदवाती है तो अब मैं उसे तुम दोनों से चुदवाने को तैयार हूँ। मैं तुम दोनों को अपनी बेटी को चोदने का मौका दूँगी। परसों तू और मंगल मेरे घर सुबह आओ और पूरा दिन पूरी रात मेरी बेटी को चोदो। ठीक है जसवंत?”

इस दौरान मंगल अपना लंड आरती की चूत से निकाल के ऊपर खिसक गया और अपना लंड आरती के मुँह में डाल दिया और जसवंत भी आखिरी धक्के मारते हुए बोला, “वाह कितनी अच्छी माँ है... हम ज़रूर चोदेंगे तेरी बेटी को... उस दिन सिर्फ़ तेरी बेटी को ही नहीं बल्कि तुझे भी चोदेंगे हम... ठीक है मेरी रंडी?”

आरती के कुछ बोलने के पहले ही मंगल का लंड उसके मुँह में झड़ने लगा। आरती का पूरा मुँह मंगल के पानी से भर गया और मुँह से निकल के उसके सीने पे गिरने लगा। जसवंत भी कसके आरती की गाँड में लंड घुसाके और उसके मम्मे बेरहमी से मसलते हुए आरती की गाँड में झड़ने लगा।

मंगल का लंड पूरी तरह से चूसके साफ़ करने के बाद ही आरती ने उसे अपने मुँह से निकाला और फिर जसवंत ने भी आरती की गाँड अपने विर्य से भर कर अपना लंड बाहर निकाला और साफ़ करने के लिए आरती के मुँह मे घुसेड़ दिया।
Muze to jitne lund jyaada eksath chode itna jyaada maza aata h
 
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जब पूजा झुकी तो मंगल पूजा की गाँड सहलाने लगा और दूसरे हाथ से अब वो भी जसवंत की तरह अपना लंड आरती के सामने मसलने लगा। इन दो मर्दों को अपने सामने अपने नंगे लंड सहलाते और मंगल को उसकी बेटी की गाँड मसलते देख आरती की चूत भी गीली हो गयी और उसके निप्पल खड़े हो गये।

वो अनजाने में अपने हाथ से अपनी एक चूंची सहलाने लगी लेकिन फिर हाथ नीचे कर के मंगल को गुस्से से बोली, “साले हरामी... मेरे सामने अपने आप से खेलते और मेरी बेटी को छूते हुए तुझे शरम नहीं आती...? बड़ा नालायक आदमी है तू... घर में माँ बहन है कि नहीं?”

पूजा हैरानी से देखने लगी कि इतना होने के बाद भी उसकी माँ इन दो मर्दों को घर से निकल जाने के लिए नहीं बोल रही है बल्कि उनका नंगापन देखती हुई बात कर रही है उनसे।

पूजा अब आरती के पास आके उसको हल्के से बोली, “मम्मी प्लीज़ आप ऐसा कुछ मत करना नहीं तो जसवंत सर मुझे कॉलेज से निकाल देंगे... वैसे भी अगर मेरी यह बात सबको मालूम हो गयी तो हमारी कितनी बदनामी होगी... प्लीज़ अब यह बात ज्यादा मत बढ़ाओ नहीं तो मैं बर्बाद हो जाऊँगी... अब तो ऐसा करने के बाद सर ने मुझे पास भी करने का वादा किया है... है ना जसवंत सर...?”

जसवंत ने भी आरती की मस्त गाँड देखते हुए हाँ कहा। आरती ने साड़ी बहुत टाईट बाँधी थी और साथ ही इतनी ऊँची हील के सैंडलों के कारण उसकी गाँड बहुत ही स्पष्ट तरह से बाहर को उघड़ रही थी।

तब मंगल ने आगे आके पूजा की कमर में हाथ डाला और दूसरे हाथ से आरती के सामने बिंदास आपना लंड मसलते हुए बोला, “सुन मैडम... तेरी बेटी हमसे फ्री में नहीं चुदवा रही है... इसकी जवानी चोदने के बदले हम इसे पास करने वाले हैं और इसका कॉलेज से निकलना भी रुकवा रहे हैं... वैसे भी तेरी बेटी कॉलेज के दो लड़कों से साथ चुदवाती है... समझी? तेरी पूजा उन दो लड़कों की रंडी थी और अब हम दोनों की रंडी बन गयी है... हमसे चुदवाके इसने अपनी तरक्की करवा ली है... अब मुझे या जसवंत सर को गाली दी या कुछ उल्टा-सीधा बोली तो साली तुझे भी तेरी बेटी जैसे चोदेंगे। बहन कि चूत तेरी... कुत्तिया... साली दारू पे के आयी है... अब नशे में ज्यादा नाटक मत कर तू हमारे सामने... तुझे हम तेरी बेटी जैसी छिनाल बनायेंगे और साली बेवड़ी... कुत्तों से चुदवायेंगे तुझे... याद रख।”

मंगल के मुँह से गालियाँ सुनके आरती को अच्छा लगा लेकिन पूजा डर गयी। एक तो मंगल ने पूजा की नंगी कमर पकड़ी हुई थी और आरती के सामने लंड मसलते हुए उसने गालियाँ देके पूजा के बारे में भी सब बातें बता दी थीं। पूजा को यकीन हो गया कि अब उसकी माँ उसे बहुत मारेगी और इन दोनों को पुलीस में ज़रूर देगी। उसने देखा कि उसकी माँ की चूचियाँ भी ऊपर-नीचे हो रही हैं। पूजा को क्या पता था कि आरती का दिल गुस्से से नहीं बल्कि मंगल की गालियों से और उन दोनों का नंगा लंड देख के धड़क रहा था।

बड़ी मुश्किल से आरती ने अपने आप पे काबू रखा और बड़ी मुश्किल से अपनी नज़र मंगल के लंड से हटाती हुई पूजा से बोली, “पूजा क्या यह सच है...? तू कॉलेज में भी ऐसा करती है... वो भी दो-दो लड़कों के साथ...? और तेरे साथ यह सब करने के बाद यह तुझे पास करने वाले हैं? अरे बेटी तूने तो खुद का सौदा कर दिया... बेच दिया एक तरह से अपने आपको तूने।”

यह कहते वक्त भी आरती की नज़र जसवंत के लंड पे थी और मंगल अभी भी पूजा की कमर में हाथ डाले हुए था और पूजा ने अपना सीना टॉवल से ढका हुआ था।

तब जसवंत आरती की कमर में हाथ डालते हुए बोला, “क्या सब अपनी बेटी के सामने पूछेगी? वैसे बहुत अच्छी बेटी है तेरी... बस थोड़ा सा बहक गयी है लेकिन अब हम उसे ठीक करेंगे। तू कोई टेंशन मत ले आरती... ठीक है? पूजा तू जा और तेरी माँ के लिए पानी ले आ... तब तक मैं तेरी माँ को अच्छे से समझाता हूँ।”

आरती पूजा से पानी के बजाय सब के लिए व्हिस्की के पैग बना के लाने को बोली पर जसवंत और मंगल ने इनकार कर दिया के वो लोग शराब छूते भी नहीं हैं। पूजा अपने बदन पे टॉवेल लपेटे ही आरती के लिए पैग बनाने चली गयी। वो सोच रही थी कि आज तो उसकी माँ उसकी जान ही ले लेगी। अब उसे पूजा के बारे में सब पता चल गया था कि वो कॉलेज में दो-दो लड़कों से चुदवाती है और लेक्चर बँक करती है... उसको कॉलेज से निकालने वाले थे और अब उसकी माँ ने अपनी आँखों से उसे जसवंत सर और मंगल के साथ चुदवाते देखा था।

पूजा चाहती थी कि किसी भी तरह जसवंत सर उसकी माँ को समझायें और उसकी माँ का गुस्सा कम करें। एक ग्लास में व्हिस्की और बर्फ डाल के और साथ में ठंडे पानी की बोतल लेके जब वो आयी तो जो नज़ारा उसने देखा उससे वो आश्चर्य चकित रह गयी।

आरती अब जसवंत और मंगल के नंगे बदन के बीच में खड़ी थी और उन मर्दों ने उसे सैंडविच किया हुआ था। जसवंत आगे से आरती को किस कर रहा था और पीछे से मंगल आरती को दबोच के उसके मम्मे मसलते हुए अपना नंगा लंड साड़ी के ऊपर से उसकी गाँड पे रगड़ रहा था।
Incest n bhaddi gaaliya aurat ko rand bna ti h
 

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