- 455
- 134
- 28
Update 74
विक्की की हालत भी खराब होने लगी...उसके लंड का पानी कभी भी निकल सकता था...उसने बड़ी ही मुश्किल से अपने दोनो हाथों को बाहर निकाला और रश्मि के हाथ से अपने लंड को भी छुड़वाया ...और धीरे से उसके कान मे बोला : "यही स्वीमिंग पूल मे निकलवाओगे क्या आंटी...आप कमरे मे चलो...मैं बस पाँच मिनट मे वहीं आया...''
रश्मि ने तो उसके बाद किसी भी बात का इंतजार नही किया, उसने अपनी पेंटी फिर से पहनी और एक ही पल मे वो उछलकर पानी से निकली और लगभग भागती हुई सी कमरे की तरफ चल दी..
विक्की ने काव्या की तरफ देखा...उस बेचारी को भी तो विक्की ने बीच मझधार मे लाकर छोड़ दिया था..
विक्की कुछ बोल पता, इससे पहले ही काव्या बोल पड़ी : "मैं सब समझती हूँ विक्की....अभी तुम मोम के पास जाओ...मैं यहीं तुम लोगो का इंतजार करूँगी...''
विक्की को ये बात तो पता थी की काव्या आसानी से उसे चूत नही देगी...पर ये नही जानता था की अभी जो उसने किया है, उसके बाद तो वो खुद तैयार हो चुकी है चुदने के लिए...पर विक्की ये सोचकर की कहीं रश्मि भी उसके हाथ से ना निकल जाए, वो उसके पीछे -2 कमरे की तरफ चल दिया..
उसने वही टावल अपनी कमर मे लपेट लिया जो रश्मि लेकर आई थी, वरना उसका लंड आगे की तरफ निकल कर ऐसे खड़ा था की हर कोई देख लेता की वो खड़ा लंड लेकर निकल रहा है..
वो भी भागता हुआ सा कमरे की तरफ चल दिया..आज वो रश्मि की ऐसी चुदाई करना चाहता था जैसी उसने आज तक किसी की नहीं की थी
और बेचारी काव्या वहीँ खड़ी रह गयी, पानी के बीच सुलगती हुई सी. रश्मि सीधा रूम मे गयी और उसने अपने बचे खुचे कपड़े भी निकाल फेंके...पानी के अंदर भी वो ये काम करना चाहती थी पर वहाँ की पब्लिन को फ्री मे कोई शो नही दिखाना चाहती थी वो..वो पूरी तरह से नंगी होकर विक्की के आने का इंतजार करने लगी..और जैसे ही विक्की कमरे मे घुसा उसने विक्की को दबोचा और और उछल कर उसकी गोद मे चड गयी...विक्की का टावल नीचे और रश्मि विक्की के उपर...अपनी नंगी चूत पर उसे विक्की का खड़ा हुआ लंड सॉफ महसूस हो रहा था..उसने नीचे मुँह करते हुए अपने गीले होंठ विक्की के उपर रखे और उन्हे चूसने लगी..
''अहह ..... उम्म्म्ममममम .... पूचsssssssssssss .पूचssssssssssssssss ....आह ....''
विक्की रश्मि को ऐसे ही चूमता और चूसता हुआ बेड की तरफ चल दिया और वहाँ ले जाकर उसने उसे पीठ के बल पटक दिया...
अब उसने गोर से रश्मि के नंगे बदन को देखा...वो सफेद चादर पर मछली की तरह मचल रही थी...अपनी उंगलियों को अपने पूरे शरीर पर फिरा रही थी...अपनी चूत को मसल रही थी...और अपने निप्पल्स को उमेठ रही थी..
रश्मि : "आ ना......अब और कितना तडपाएगा......जल्दी आ अब....''
विक्की ने एक ही झटके मे अपना स्वीमिंग कोस्टूम नीचे उतार दिया और अपना लंड रश्मि की प्यासी नज़रों के सामने लहरा दिया...उसे देखकर तो रश्मि की भूख और भी बड़ गयी...वो उठकर उसे पकड़ने ही वाली थी की विक्की ने उसे वापिस नीचे लिटा दिया और खुद उसकी आँखो मे देखते हुए नीचे की तरफ जाने लगा..रश्मि समझ गयी की वो उसके साथ क्या करने वाला है...वो साँसे रोक कर उसके अगले मूव की प्रतीक्षा करने लगी.
उधर काव्या बेचैन हो रही थी...उसे पता था की अंदर कमरे मे क्या चल रहा होगा...उसका मोबाइल भी अंदर कमरे में ही था और वो दोनो भी अंदर चले गये..उसने इस सीचुएशन के बारे मे तो सोचा भी नही था...ये तो उसे पक्का पता था की उसकी माँ और विक्की ऐसी कोई ना कोई हरकत तो ज़रूर करेंगे पर उसे वो कैसे अपने मोबाइल के कैमरे में क़ैद करेगी, इसके बारे मे तो उसने सोचा भी नही था..
पर फिर भी उसने हिम्मत नही हारी और उठ कर रूम की तरफ चल दी...ऐसे ही...सेक्सी से स्वीमिंग सूट मे..लॉबी से अंदर रूम की तरफ जाते हुए उसको रिसेप्शन पर बैठा हुआ मैनेजर घूर-2 कर देख रहा था..और आँखो ही आँखो में उसके जिस्म को भेद कर उसे नंगा कर रहा था..
वो भागती हुई सी अंदर गयी...और उसने दरवाजे को हल्का सा धक्का दिया...और ये देखकर उसकी खुशी का ठिकाना नही रहा की दरवाजा अंदर से खुला हुआ है...वो दबे पाँव अंदर गयी...छोटी सी गैलरी के बाद टीवी वाला कमरा और उसके बाद मास्टर बेडरूम था...वो धीरे-2 अंदर गयी तो अंदर का नज़ारा देखकर तो उसकी हलक ही सूख गयी...विक्की और उसकी माँ पूरे नंगे थे और उसके देखते ही देखते विक्की उसकी माँ की टाँगो के बीच बैठा और उन्हे दोनो दिशाओ मे फेलाकर अपना मुँह अंदर ठूस दिया..
उसकी माँ की उन्माद से भरी आवाज़ ने पूरे कमरे को भर दिया.
''आयययययययययययययययययययययीीईईई................ अहह ................ उम्म्म्ममम ममममममममममम ..... चूसो इसको .................जीभ से चाटो .............''
काव्या का मोबाइल बेड के दूसरी तरफ था...यानी वो अगर वहाँ तक जाती तो वो ज़रूर पकड़ी जाती...ऐसे भी रंगे हाथो पकड़ कर वो अपनी माँ को ब्लॅकमेल कर सकती थी..पर उसे सबूत भी चाहिए था...वो सोचने लगी की करे तो क्या करे...
तभी उसे एक ख़याल आया....वो उल्टे पाँव बाहर गयी और रिसेप्शन पर बैठे मैनेजर के पास पहुँची ..
मॅनेजर तो उसे अपनी तरफ उसी स्वीमिंग सूट मे दोबारा आता देखकर खुशी से फूला नही समाया.
काव्या : "आप प्लीज़ मेरी एक हेल्प कर सकते हैं क्या...?"
मॅनेजर : "आप बोलिए मेडम...आपके लिए तो जान भी हाजिर है...''
उसका फिल्मी डायलॉग सुनकर काव्या भी हंस पड़ी..और बोली : "जान नही...बस आपका मोबाइल चाहिए...मेरा मोबाइल बाहर पानी मे भीगकर खराब हो गया है और मुझे एक अर्जेंट कॉल करना है...प्लीज़...मैं अभी 10 मिनट में वापिस लाती हू...''
और मोबाइल माँगते हुए वो उपर वाले से प्रार्थना कर रही थी की उसके पास कोई अच्छा सा स्मार्टफोन ही हो...वरना उसका काम नही बनेगा..
मॅनेजर ने खुशी-2 अपना मोबाइल निकाल कर दे दिया...उसके पास आई फोन 5 था..जिसे देखकर काव्या काफ़ी खुश हुई..और उससे मोबाइल लेकर थेंक्स बोला और मैनेजर से हाथ मिलाकर वापिस अंदर आ गयी..
मैनेजर बेचारा तो काफ़ी देर तक अपने हाथ को ही सूंघता रहा.
अंदर आते ही काव्या ने कैमरे ओन किया और मूवी मोड पर लेजाकर अपनी माँ और विक्की की 5 मिनट की एक क्लिप बनाई..
विक्की तो रश्मि की चूत के अंदर पूरा डूब सा चुका था...उसके नीचे के गुलाबी होंठों को चूस-2 कर उसने लाल कर दिया..
और रश्मि बुरी तरह से चीखती चिल्लाती हुई सी विक्की के सिर पर हाथ रखकर उसे और ज़ोर से चूसने की दावत दे रही थी.
कुछ देर के बाद रश्मि की चीख से भरी सिसकारियों में बदल गयी और उसकी चूत से भर भराकर गाड़े रस की बोछार बाहर निकल पड़ी..
''अहहस्स्स्स्स्स्स्स्स् ....विक्की .................. उम्म्म्मममममममम ...आई एम कमिंग......''
और वो निढाल सी हो गयी और उसकी टाँगो की पकड़ भी विक्की की गर्दन से कम होकर खुल गयी..
अब बारी थी विक्की की...वो ऐसे ही उपर बेड पर चड़ा और अपने लंड को रश्मि के मोटे-2 मुम्मों के बीच फँसा कर उन्हे टिट फकिंग करने लगा...
उसका लंड रश्मि के होंठों को भी छू रहा था...रश्मि को फिर से होश आ गया..और विक्की के आलीशान लंड को अपने मुँह के इतने पास देखकर उससे रहा नही गया और उसने लपलपाति हुई जीभ से उसे चाटना और चुभलाना शुरू कर दिया...और फिर एक जोरदार झटका देते हुए उसे नीचे पलंग पर गिरा दिया और खुद उसकी टाँगो के बीच बैठकर उसके नाग को सहलाने लगी...और फिर देखते ही देखते उसने विक्की के लंड को मुँह मे लिया और ज़ोर-2 से चूसने लगी...विक्की का पूरा शरीर हिल रहा था रश्मि के हर चुप्पे से...वो तो जैसे उसको उखाडकर निगल लेना चाहती थी..
अपनी माँ की ये सब हरकत काव्या उस फोन पर रिकॉर्ड कर रही थी...और साथ ही साथ उसका एक हाथ अपनी खुद की पेंटी के अंदर भी घुस गया और वो अपनी नन्ही सी चूत को सहलाकर उसे सांत्वना देने लगी की जल्द ही उसका नंबर भी आएगा...पापा करेंगे उसके साथ ठीक वैसा...जैसा इस वक़्त विक्की कर रहा है उसकी माँ के साथ...
रश्मि ने विक्की के लंड को बुरी तरह से उधेड़ डाला...ऐसे जंगली तरीके से उसको चूसा की बेचारा दर्द और मज़े से कराह उठा..
''अहह ....धीरे आंटी ......आप तो खा ही जाओगे आज....''
रश्मि पूरी तरह से प्यासी चुड़ैल बन चुकी थी....वो बोली : "हाँ ....खा जाउंगी .... इतने दीनो के बाद जवान लंड मिला है....ऐसे लंड को खा ही जाउंगी आज ....''
विक्की ने बड़ी ही मुश्किल से उसके मुँह से अपने लंड को बाहर खींचा और एक बार दोबारा रश्मि को नीचे पटक दिया...और उसके मुम्मों को चूसता हुआ अपने लंड को उसने रश्मि की चूत पर रखकर ज़ोर से धक्का दिया...और रश्मि ने ज़ोर से हुंकारते हुए उसे अंदर ग्रहण कर लिया..
''अहहगगगगगगगघह ..... यसस्स्स्स्स्स्स्स्स्स्सस्स ...... .उफफफफ्फ़ क्या फील है तेरे लंड की ................अहह .....यही तो मैं चाहती थी कब से.................. उम्म्म्ममममममममममम.....अब जल्दी से मेरी प्यास बुझा दे......अहह....ज़ोर से धक्के मार ....और ज़ोर से ......ऐसे ही ................येस्स .............शाबाश .............और तेज .......और तेज ........''
और अपनी माँ के ऐसे रंडी वाले रूप की कुछ तस्वीरें भी खींच ली थी काव्या ने छुप-छुपकर...अब उसे पता था की दोनों कभी भी झड़ सकते हैं ....इसलिए उसे जल्द से जल्द अपना काम निपटना होगा..
उसने जल्दी से फोन पर अपना ईमेल-आईडी खोला और गैलरी में सेव की हुई वीडियो और पिक्स को अटेच करके खुद की ही मैल आईडी पर ईमेल भेज दिया..सेंड करने के बाद उसने इनबॉक्स चेक किया तो वो मैल आ भी चुकी थी...फिर उसने लॉगआउट किया और गैलरी में जाकर वो वीडियो और पिक्स को डिलीट कर दिया..और फिर वो मैनेजर के पास गयी और उसका मोबाइल वापिस करके अंदर आ गयी..
तब तक रश्मि और विक्की अपनी चुदाई के अंतिम पड़ाव पर थे..
अंदर घुसते हुए उसे विक्की की तेज आवाज़ सुनाई दी..
''अहह ...ऑश आंटी .......आई एम कमिंग .......''
रश्मि : "आ जाऔ.......मेरे अंदर ही निकाल सारा माल .............अहह ....ऑश यसस्स्स्स्स्स्सस्स .... उम्म्म्मममममममम ...''
और विक्की की मलाई को अपनी चूत की ब्रेड पर लगाकर और महसूस करते हुए वो भी एक बार और झड़ने लगी...
और विक्की उसके उपर ओंधा गिरकर ज़ोर-2 से हाँफने लगा.
रश्मि कुछ देर तक ऐसे ही लेटी रही ...और जब 2-3 मिनट के बाद उसने अपनी आँखे खोली तो एकदम से चिल्ला कर उठ बैठी..
पलंग के बिल्कुल सामने काव्या खड़ी थी.... चेहरे पर गुस्से वाले एक्शप्रेशन लेकर ...
रश्मि : "काव्य्आआ??? तुssssम!''