हम से पूछो ग़ज़ल क्या है ग़ज़ल का फ़न क्या है, चन्द लफ़्ज़ों में कोई आह छुपा दी जाये।।
XP 007 ADMIN :D Senior Moderator 12,182 10,241 145 Staff Member Jul 13, 2021 #51 हम से पूछो ग़ज़ल क्या है ग़ज़ल का फ़न क्या है, चन्द लफ़्ज़ों में कोई आह छुपा दी जाये।।
XP 007 ADMIN :D Senior Moderator 12,182 10,241 145 Staff Member Jul 13, 2021 #52 ख़ुदा हम को ऐसी ख़ुदाई न दे। कि अपने सिवा कुछ दिखाई न दे।।
XP 007 ADMIN :D Senior Moderator 12,182 10,241 145 Staff Member Jul 13, 2021 #53 ख़तावार समझेगी दुनिया तुझे, अब इतनी भी ज़्यादा सफ़ाई न दे।।
XP 007 ADMIN :D Senior Moderator 12,182 10,241 145 Staff Member Jul 13, 2021 #54 हॅसो आज इतना कि इस शोर में, सदा सिसकियों की सुनाई न दे।।
XP 007 ADMIN :D Senior Moderator 12,182 10,241 145 Staff Member Jul 13, 2021 #55 अभी तो बदन में लहू है बहुत, कलम छीन ले रोशनाई न दे।।
XP 007 ADMIN :D Senior Moderator 12,182 10,241 145 Staff Member Jul 13, 2021 #56 मुझे अपनी चादर से यूँ ढाँप लो, ज़मीं आसमाँ कुछ दिखाई न दे।।
XP 007 ADMIN :D Senior Moderator 12,182 10,241 145 Staff Member Jul 13, 2021 #57 ग़ुलामी को बरकत समझने लगें, असीरों को ऐसी रिहाई न दे।।
XP 007 ADMIN :D Senior Moderator 12,182 10,241 145 Staff Member Jul 13, 2021 #58 मुझे ऐसी जन्नत नहीं चाहिए, जहाँ से मदीना दिखाई न दे।।
XP 007 ADMIN :D Senior Moderator 12,182 10,241 145 Staff Member Jul 13, 2021 #59 मैं अश्कों से नाम-ए-मुहम्मद लिखूँ, क़लम छीन ले रोशनाई न दे।।
XP 007 ADMIN :D Senior Moderator 12,182 10,241 145 Staff Member Jul 13, 2021 #60 ख़ुदा ऐसे इरफ़ान का नाम है, रहे सामने और दिखाई न दे।।