हम वहाँ हैं जहाँ से हम को भी, कुछ हमारी ख़बर नहीं आती ।।
XP 007 ADMIN :D Senior Moderator 12,182 10,241 145 Staff Member Jul 14, 2021 #81 हम वहाँ हैं जहाँ से हम को भी, कुछ हमारी ख़बर नहीं आती ।।
XP 007 ADMIN :D Senior Moderator 12,182 10,241 145 Staff Member Jul 14, 2021 #82 मरते हैं आरज़ू में मरने की, मौत आती है पर नहीं आती।।
XP 007 ADMIN :D Senior Moderator 12,182 10,241 145 Staff Member Jul 14, 2021 #83 काबा किस मुँह से जाओगे 'ग़ालिब', शर्म तुमको मगर नहीं आती।।
XP 007 ADMIN :D Senior Moderator 12,182 10,241 145 Staff Member Jul 14, 2021 #84 इस तरह गुज़र जाए दिन चार मुहब्बत में। दोज़ख भी सँवर जाए दिलदार मुहब्बत में।।
XP 007 ADMIN :D Senior Moderator 12,182 10,241 145 Staff Member Jul 14, 2021 #85 प्यारेे वतन के सदके हर दिल से उठें ऐसे, नफ़रत भी बदल जाए बस प्यार मुहब्बत में।।
XP 007 ADMIN :D Senior Moderator 12,182 10,241 145 Staff Member Jul 14, 2021 #86 ये मज़हबों की रंजिश, ये जातियों के झगड़े, छँट जाएँ ग़र्दिशें सब गुलजार मुहब्बत में।।
XP 007 ADMIN :D Senior Moderator 12,182 10,241 145 Staff Member Jul 14, 2021 #87 आए ग़मों से खुश्बू खुसियों की सदा लेकर, हर दर्द बने खुशदिल इजहार मुहब्बत में।।
XP 007 ADMIN :D Senior Moderator 12,182 10,241 145 Staff Member Jul 14, 2021 #88 नाहक़ न पिसे गुर्बत अमीर सोहरतों में, हर दिल से फ़र्ज़ का हो इकरार मुहब्बत में।।
XP 007 ADMIN :D Senior Moderator 12,182 10,241 145 Staff Member Jul 14, 2021 #89 दरिया-ए-वतन में हों मौज़े-अमन रवाँ यूँ, साहिल भी नज़र आए रू-दार मुहब्बत में।।
XP 007 ADMIN :D Senior Moderator 12,182 10,241 145 Staff Member Jul 14, 2021 #90 हर दिल अज़ीज जैसे गुल सा खिलें चमन में, बहरें ये नेकियाँ यूँ हर बार मुहब्बत में।।