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दोनों जल्दी से वहाँ से भाग गए। अब शिवा और राकेश भी वहाँ से वापस जाने लगे। राकेश को चलने में बहुत मुश्किल हो रही थी क्योंकि टाइट जींस में उसका खड़ा लौड़ा उसको बहुत तंग कर रहा था।
रास्ते में शिवा बोला: तो देखा दुनिया कितनी अजीब है? वो चाची को चोद रहा था और बोले जा रहा था मॉ मॉ। मानो मॉ को ही चोद रहा हो।
राकेश: हाँ सच में ऐसा ही था। पर एक बात बताओ आपने उनको सेक्स करने को क्यों कहा? मैंने तो आपको कुछ ऐसा कहा नहीं था कि मैं वो सब देखना चाहता हूँ।
शिवा: याद है मैंने पूछा था कि तुम्हारी गर्ल फ़्रेंड है क्या? तुमने कहा कि नहीं। पर उसकी समय तुम चाची और उसके भतीजे को देखकर कितना उत्तेजित हो गए थे। मैं समझ गया कि तुमको बड़ी उम्र की औरतें पसंद हैं। बोलो सही कहा ना?
राकेश: जी जीजा जी। सच है।
शिवा: बताओ तुम क्यों बड़ी उम्र की औरतों को पसंद करते हो?
राकेश: मैं आपको नहीं बता सकता।
दोनों बातें करते हुए घर को आ रहे थे।
शिवा को याद आया कि सरला बोली थी कि बच्चों को शायद पता है कि वो श्याम से चुदती है। वह बोला: तो तुमने अपनी मम्मी को किसी के साथ देखा है। यही ना ?
अब वो बुरी तरह से चौका और बोला: जीजा जी आपको कैसे पता?
शिवा: तुमने मम्मी को ताऊ जी के साथ देखा है ना।
राकेश अब सन्न रह गया। वो बोला: हे भगवान ! आपको कैसे पता?
शिवा का गेस सही बैठा था। वो बोला : तो तुमने अपनी मम्मी को ताऊजी के साथ कितनी बार देखा होगा अब तक?
राकेश: मैंने गिना नहीं। पर कई बार देखा है।
शिवा: एक बात पूछूँ ? ग़ुस्सा नहीं होना। क्या तुमको अपनी मम्मी का नंगा बदन पसंद है ?
राकेश धीरे से : हाँ बहुत।
शिवा: ओह, तो क्या तुम अपनी मम्मी को चोदना चाहते हो?
राकेश चलते चलते रुक गया। अब वो उसे उदासी से देखा और बोला: मेरे जवाब से क्या फ़ायदा? जो हो नहीं सकता वो आप मुझसे क्यों पूछ रहे हैं?
शिवा: घबराओ मत। मैं भी कभी अपनी मम्मी को चोदना चाहता था। पर वो बीमार होकर भगवान के पास चली गयी।
शिवा: मेरी बात का साफ़ साफ़ जवाब दो राकेश, क्या तुम अपनी मम्मी को चोदना चाहते हो या नहीं?
राकेश: हाँ हाँ चोदना चाहता हूँ। और मैं उनके पीछे पागल सा हूँ।
शिवा: ओह चलो कोई बात नहीं। कम से कम तुम्हारे दिल की बात का पता तो चला।चलो अब इसके लिए कुछ करेंगे।
राकेश : क्या करेंगे?
शिवा मुस्कुरा कर: देखो ये तो समय ही बताएगा चलो अब घर आ गया है। आज की बात का ज़िक्र किसी से नहीं करना।
वैसे रात को कितने बजे सोते हो?
राकेश: ऐसा कोई तय समय नहीं है। क्यों पूछ रहे हैं ?
शिवा: मैं तुमको एक मिस्ड काल करूँगा और तुम अपनी मम्मी के कमरे की खिड़की पर आ जाना। और चुप चाप देख लेना अपनी मम्मी की चुदाई।
राकेश सन्न रह गया और कांपते हुए बोला: क्या आप मम्मी को चोदेंगे?
शिवा: हाँ आज मैंने उनको दोपहर को जब तुम फ़िल्म देखने गए थे तब चोदा था और आज रात भर चोदूँगा
राकेश उत्तेजना से अपना लौड़ा दबाकर : आऽऽह क्या दीदी को इसका पता है?
शिवा मुस्कुराकर: नहीं अभी तक तो नहीं।
राकेश अपना लौड़ा दबाकर: उफफफफफ मैं ज़रूर आऊँगा।
शिवा और राकेश घर में घुसते है और सामने सरला आकर बोलती है: कहाँ थे दोनों? मुझे चिंता हो रही थी।
शिवा: अरे मम्मी यहीं पास में पार्क में टहल रहे थे
सरला: चलो अब डिनर लगा रहीं हूँ । सब लोग बैठो ।
रास्ते में शिवा बोला: तो देखा दुनिया कितनी अजीब है? वो चाची को चोद रहा था और बोले जा रहा था मॉ मॉ। मानो मॉ को ही चोद रहा हो।
राकेश: हाँ सच में ऐसा ही था। पर एक बात बताओ आपने उनको सेक्स करने को क्यों कहा? मैंने तो आपको कुछ ऐसा कहा नहीं था कि मैं वो सब देखना चाहता हूँ।
शिवा: याद है मैंने पूछा था कि तुम्हारी गर्ल फ़्रेंड है क्या? तुमने कहा कि नहीं। पर उसकी समय तुम चाची और उसके भतीजे को देखकर कितना उत्तेजित हो गए थे। मैं समझ गया कि तुमको बड़ी उम्र की औरतें पसंद हैं। बोलो सही कहा ना?
राकेश: जी जीजा जी। सच है।
शिवा: बताओ तुम क्यों बड़ी उम्र की औरतों को पसंद करते हो?
राकेश: मैं आपको नहीं बता सकता।
दोनों बातें करते हुए घर को आ रहे थे।
शिवा को याद आया कि सरला बोली थी कि बच्चों को शायद पता है कि वो श्याम से चुदती है। वह बोला: तो तुमने अपनी मम्मी को किसी के साथ देखा है। यही ना ?
अब वो बुरी तरह से चौका और बोला: जीजा जी आपको कैसे पता?
शिवा: तुमने मम्मी को ताऊ जी के साथ देखा है ना।
राकेश अब सन्न रह गया। वो बोला: हे भगवान ! आपको कैसे पता?
शिवा का गेस सही बैठा था। वो बोला : तो तुमने अपनी मम्मी को ताऊजी के साथ कितनी बार देखा होगा अब तक?
राकेश: मैंने गिना नहीं। पर कई बार देखा है।
शिवा: एक बात पूछूँ ? ग़ुस्सा नहीं होना। क्या तुमको अपनी मम्मी का नंगा बदन पसंद है ?
राकेश धीरे से : हाँ बहुत।
शिवा: ओह, तो क्या तुम अपनी मम्मी को चोदना चाहते हो?
राकेश चलते चलते रुक गया। अब वो उसे उदासी से देखा और बोला: मेरे जवाब से क्या फ़ायदा? जो हो नहीं सकता वो आप मुझसे क्यों पूछ रहे हैं?
शिवा: घबराओ मत। मैं भी कभी अपनी मम्मी को चोदना चाहता था। पर वो बीमार होकर भगवान के पास चली गयी।
शिवा: मेरी बात का साफ़ साफ़ जवाब दो राकेश, क्या तुम अपनी मम्मी को चोदना चाहते हो या नहीं?
राकेश: हाँ हाँ चोदना चाहता हूँ। और मैं उनके पीछे पागल सा हूँ।
शिवा: ओह चलो कोई बात नहीं। कम से कम तुम्हारे दिल की बात का पता तो चला।चलो अब इसके लिए कुछ करेंगे।
राकेश : क्या करेंगे?
शिवा मुस्कुरा कर: देखो ये तो समय ही बताएगा चलो अब घर आ गया है। आज की बात का ज़िक्र किसी से नहीं करना।
वैसे रात को कितने बजे सोते हो?
राकेश: ऐसा कोई तय समय नहीं है। क्यों पूछ रहे हैं ?
शिवा: मैं तुमको एक मिस्ड काल करूँगा और तुम अपनी मम्मी के कमरे की खिड़की पर आ जाना। और चुप चाप देख लेना अपनी मम्मी की चुदाई।
राकेश सन्न रह गया और कांपते हुए बोला: क्या आप मम्मी को चोदेंगे?
शिवा: हाँ आज मैंने उनको दोपहर को जब तुम फ़िल्म देखने गए थे तब चोदा था और आज रात भर चोदूँगा
राकेश उत्तेजना से अपना लौड़ा दबाकर : आऽऽह क्या दीदी को इसका पता है?
शिवा मुस्कुराकर: नहीं अभी तक तो नहीं।
राकेश अपना लौड़ा दबाकर: उफफफफफ मैं ज़रूर आऊँगा।
शिवा और राकेश घर में घुसते है और सामने सरला आकर बोलती है: कहाँ थे दोनों? मुझे चिंता हो रही थी।
शिवा: अरे मम्मी यहीं पास में पार्क में टहल रहे थे
सरला: चलो अब डिनर लगा रहीं हूँ । सब लोग बैठो ।