Search results

  1. R

    Incest काला इश्क़ दूसरा अध्याय: एक बग़ावत

    कहानी आगे शुरू करूँ उससे पहले साफ़ बता दूँ: मैं ये कहानी तभी पूरी कर पाऊंगा जब आप सभी पाठकगण मेरा साथ comments और likes के माध्यम से देंगे| जितना ठंडा response उतनी late update!
  2. R

    Incest काला इश्क़ दूसरा अध्याय: एक बग़ावत

    काला इश्क़ मेरी पहली कहानी थी और रोमांस की श्रेणी में होते हुए भी उसे बहुत प्यार मिला| बहुत समय से मैं काला इश्क़ का दूसरा अध्याय लिखना चाह रहा था परन्तु मेरा सारा ध्यान मेरी जीवनी "एक अनोखा बंधन - पुनः प्रारम्भ" को लिखने में लगा हुआ था| बहुत सारे पाठकगण काला इश्क़ का दूसरा अध्याय पढ़ने की माँग कर...
  3. R

    Romance काला इश्क़!(completed)

    जो आज्ञा भाई जी|
  4. R

    Romance काला इश्क़!(completed)

    प्रणाम भाई जी 🙏
  5. R

    Romance काला इश्क़!(completed)

    Credit देने के लिए बहुत-बहुत धन्यवाद भाई! 🙏 यदि पाठकगण दूसरे अध्याय को पढ़ने के इच्छुक होते हैं तो यहाँ दूसरा अध्याय post करूँ?!
  6. R

    Incest एक अनोखा बंधन

    नौवाँ अध्याय: परीक्षा भाग - 4 अब तक आपने पढ़ा: अब समय था की मैं अपने बनाये प्लान को अंजाम दूँ! मैंने जल्दी-जल्दी अपने दो-चार कपडे पैक किये, अगला काम था पैसे का जुगाड़ करना| मेरे पास पर्स में करीब दो सौ रूपए थे, उस समय ATM कार्ड तो था नहीं, परन्तु पिताजी के पास MULTI CITY चेक की किताब थी और मुझे...
  7. R

    Incest एक अनोखा बंधन

    नौवाँ अध्याय: परीक्षा भाग - 3 अब तक आपने पढ़ा: भौजी ने एक-एक कर रुई के टुकड़ों से मेरी पीठ पर लगे खून को साफ़ करने लगी और नीचे खून लगी रुई का ढेर लगने लगा| अब सच में मुझे ये ढेर देख के डर लगने लगा था, पता नहीं मेरे शरीर में खून बचा भी है की नहीं? अब आगे: भौजी के आँसूँ बहते जा रहे थे, इधर मेरी...
  8. R

    Incest एक अनोखा बंधन

    नौवाँ अध्याय: परीक्षा भाग - 2 अब तक आपने पढ़ा: भौजी: तुम्हारी बातों से लगता है की हमने 'पाप' किया है? तुम मुझसे प्यार-व्यार कुछ नहीं करते और जो कुछ भी हमारे बीच हुआ वो सब तुम्हारे लिये खेल था! भौजी की बातें मुझे तीर की तरह चुभ रहीं थी, इसलिए मैं एकदम से उठा और बिना कुछ कहे बाहर आ गया| भौजी मुझे...
  9. R

    Incest एक अनोखा बंधन

    नौवाँ अध्याय: परीक्षा भाग - 1 रात के खाने का समय हो रहा था, इसलिए मैं रसोई से भौजी और अपने लिए खाना ले आया| मैं जानबूझकर दो थालियां ले कर आया था ताकि माँ ये देख लें और उन्हें संतुष्टि रहे की भौजी और मैं उनकी कही बात को अपने पल्ले बाँध चुके हैं| भौजी ने भी जब दो थाली देखि तो वो कुछ नहीं बोलीं...
  10. R

    Incest एक अनोखा बंधन

    आठवाँ अध्याय: जूनून भाग - 3 अब तक आपने पढ़ा: अब मैं किसी भी समय स्खलित होने वाला था, मैंने अपने पूरे शरीर की शक्ति लगाईं और अपने लिंग को भौजी की योनि से बाहर खींच लिया! जैसे ही मैंने अपना लिंग बाहर खींचा की एक जोरदार 'धार' के साथ अपना सारा वीर्य भौजी की योनि के ऊपर गिरा| उनकी पूरी योनि मेरे गाढ़े...
  11. R

    Incest एक अनोखा बंधन

    आठवाँ अध्याय: जूनून भाग - 2 [/B][/CENTER] मेरे भौजी के घर के भीतर पहुँच ही भौजी ने दरवाजा बंद किया, जैसे ही वो पलटीं मैं उनके सामने खड़ा था| मैंने आगे बढ़कर उन्हें अपने सीने से लगा लिया, भौजी मेरे इस आलिंगन से कसमसा गईं और मुझसे ऐसे चिपक गईं जैसे कोई जंगली बेल पेड़ से चिपक जाती है| आज मैं किसी भी...
  12. R

    Incest एक अनोखा बंधन

    आठवाँ अध्याय: जूनून भाग - 1 मैं नहा धो के तैयार हो गया और शांत मन से रात के प्लान के लिए मन ही मन योजना बनाने लगा| मन में तो ख्याल था की फूलों की सेज सजी हो पर ये भी डर था की ये फूल किसी से नहीं छुपेंगे और कहीं इन्हीं फूलों का फायदा चन्दर भैया ना उठा लें!!!! अभी मैं मन ही मन सोच रहा था की तभी...
  13. R

    Incest एक अनोखा बंधन

    सातवाँ अध्याय: समर्पण भाग-4 अब तक आपने पढ़ा: भौजी को सांत्वना देते-देते मैं उनकी तरफ खींचता जा रहा था, भौजी ने अपना मुख मेरे सीने में छुपा लिया और उनकी गरम-गरमा सांसें मेरे तन-बदन में आग लगा रही थीं| पर इस बार अब मेरा शरीर मेरे काबू में था और मैं किसी भी तरह की पहल नहीं करना चाहता था| मेरा कुछ...
  14. R

    Incest एक अनोखा बंधन

    सातवाँ अध्याय: समर्पण भाग-3 अब तक आपने पढ़ा: भौजी अब तक होश में आ गई थीं और वो स्वयं चलके चारपाई पर बैठ गईं| मैंने अपने हाथ धोये और तुरंत दरवाजा खोल उनके पास खड़ा हो गया, भौजी मेरी ओर बड़े प्यार से देख रही थी, पर मैं उनसे नजरें नहीं मिला पा रहा था| अब आगे..... अब जब कौमार्य भंग होने का तूफ़ान...
  15. R

    Incest एक अनोखा बंधन

    सातवाँ अध्याय: समर्पण भाग-2 शाम को फिर से अजय भैया और रसिका भाभी का झगड़ा हो गया, बेचारा वरुण अपने मम्मी-पापा की लड़ाई देख रोने लगा| भौजी ने मुझे वरुण को अपने पास ले आने को कहा और मैं फटा-फ़ट वरुण को अपने साथ बहार ले आया| वरुण का रोना बंद ही नहीं हो रहा था, बड़ी मुश्किल से मैंने उसे पुचकार के आधा...
  16. R

    Incest एक अनोखा बंधन

    सातवाँ अध्याय: समर्पण भाग-1 भौजी के जाने के बाद अब मेरे मन में एक सवाल कोंध रहा था| क्या मैं सच में भौजी से प्यार करता हूँ? उस दिन तो मैंने बस उनका दिल रखने के लिए कह दिया था, पर भौजी उसे सच मान चुकी थीं| ये एक ऐसा सवाल था जिसने मुझे कई रात जगाये रखा, वो तो पिताजी का डर था जिसके कारन मैं पढ़ाई...
  17. R

    Incest एक अनोखा बंधन

    छटा अध्याय : इजहार! पढ़ाई का दबाव मुझ पर बहुत बढ़ने लगा था, सिवाए दिषु के स्कूल में मेरा कोई ख़ास दोस्त नहीं था| पिताजी भी अब मुझे कम ही समय देते थे और मैं थोड़ा अकेला महसूस करने लगा था| कभी-कभार क्रिकेट खेलने को मिलता तो खेल लेता वरना हमेशा किताबों में घुसा रहता| धीरे-धीरे मैं गाँव की सब बातें...
  18. R

    Incest एक अनोखा बंधन

    पाँचवा अध्याय : खिंचाव भौजी तो चलीं गईं पर मेरे दिल में आज एक अजीब सा सुनापन था| मैंने आजतक कभी ऐसा कुछ नहीं महसूस किया था, कुछ सोचने के बाद मेरे दिमाग ने इस सूनेपन को 'दोस्त की जुदाई' का नाम दे दिया और दिल ने निर्विरोध ही इस बात को मान लिया था| अगले कुछ दिनों तक मैंने खुद को बहुत कोसा की मेरे...
  19. R

    Incest एक अनोखा बंधन

    चौथा अध्याय : पुनः मिलन भाग - 2 "भौजी मुझे नींद आ रही है, आप सुला दो ना?!" ये वो दस जादुई शब्द थे जो मुझे मेरी खुशियों की तरफ ले जाने वाले थे| ये शब्द सुनते ही भौजी के चेहरे पर एक मुस्कान तैर गई, ये वही मुस्कान थी जो सालों पहले आ जाय करती थी जब मैं गाँव में उनसे यही शब्द कहा करता था| मैं...
Top