अब ज्यादा नखरे ना करो और ये कपड़े निकालकर एक तरफ फेंक के आ जाओ यहाँ...
"मैंने झट से अपने कपड़े उतारकर फेंके और बेड पे जा चढ़ा।
तब इम जरा सा पीछे को हो गई, जिससे अंकल का लण्ड उसकी फुद्दी में से निकल गया,
तो वो उठकर बैठ गई और मेरे पूरा तने हुये लण्ड को देखते हुये।
घुटनों के बल बैठ गई और फिर मेरे लण्ड को अपने हाथ में लेकर सहलाते हुये मेरी तरफ देखकर मुश्कुराते हुये बोली-
"वैसे सन्नी कमाल का हथियार है तुम्हारा?"
और इतना बोलते हुये एक चुम्मा मेरे लण्ड की टोपी पे देकर हँसी और फिर अपने दोनों हाथ मेरी गाण्ड की तरफ घुमाकर मेरी गाण्ड पे रखे और अपना मुँह पूरा खोलकर मेरे लण्ड के सुपाड़े कप को मुँह में भरकर चूसने लगी।
इम के लण्ड चूसने के अंदाज से मुझे शक हो रहा था कि कहीं इरम काल-गर्ल तो नहीं बन गई है?
इसीलिए मैंने उसके सिर पे हाथ रखकर अपने लण्ड की तरफ दबाते हुये कहा-
"अंकल देखो तो जरा किस तरह गश्ती के जैसे लण्ड चूस रही है?
कहीं आपकी बेटी कोई काल-गर्ल तो नहीं बन गई?"
मेरी बात सुनकर इरम ने झट से मेरा लण्ड मुँह से निकाला और मुझे घूरते हुये बोली-
"ज्यादा बातें नहीं मिस्टर।
अगर मैं काल-गर्ल हूँ भी तो तुम्हें क्या मसला है?
तुम कौन सा पैसे दे रहे हो मुझे?
वैसे भी मैं ये काम पैसों के लिए कभी नहीं करती,
बल्की अपनी मजे के लिए और अपनी पसंद के आदमी से करती हूँ और पापा को पता है इस बारे में..."
अबकी बार मैंने कोई जवाब नहीं दिया और उसका सिर अपने लण्ड की तरफ दबाया तो अंकल समझ गये कि मैं फिर से लण्ड चुसवाना चाह रहा हूँ,
तो अंकल ने कहा- "यार इसे लिटा दो ताकी दोनों मिलकर मजा कर सकें...
"इम अबकी बार अपने बाप की तरफ देखकर मुश्कुराई और बेड पे सीधी लेट गई और अपनी टांगें मोड़ लीं,
जिससे उसकी फुद्दी उसके सगे बाप के सामने खुल गई।