सोम – सोच के बोलिए दीदी...हम लोग फिर आपको अकेला नहीं छोड़ेंगे,...हम तो वैसे भी आपको अपने साथ ही रहने देना चाहते हैं...लेकिन मम्मी लोग ही जिद कर रही थी की कपल को डिस्टर्ब नहीं करना है...
मैं – अरे इसमें डिस्टर्ब करने वाली क्या बात है...हम आप लोगों के साथ ही रहेंगे...
दिनकर—ठीक है...साथ ही रहना...लेकिन जा के कम से कम देख तो लो...तुम लोगों का सब सामान भी वहां पहुच चूका है. मैं नौकरों को बोल के सामान वापस तुम्हारे कमरे में रखवा दूंगा...तब तक तुम लोग अपने पेंटहाउस में रेस्ट करो...शाम को पार्टी शुरू होगी...पार्टी के लिए आ जाना...
रेनू – पापा मैं भी जा सकती हूँ थोड़ी देर के लिए पेंटहाउस में?
दिनकर – बेटा अभी शाम की पार्टी के लिए बहुत काम बाकी है...तुम अपनी मम्मियों की हेल्प करो...दोनों बेटे मेरे साथ काम देखेंगे..तुम्हारी दीदी और जीजू तो अब अपने साथ ही रहने वाले हैं...मिलती रहना आराम से...
सभी लोग वापस घर चले गए और मैं और सीमा अपने पेंटहाउस में आ गए...डोर से घुसे तो नीचे का बड़ा हाल देख के फिर मेरी आँखें फट गयी....वहां सिर्फ हम दो लोग थे...और कोई नहीं था...नीचे के सभी रूम चेक करने के बाद हम उपर के रूम के लिए लिफ्ट में आ गए...जब लिफ्ट से निकल के अपने पेंटहाउस में आये तो एकदम हैरान रह गए...लग रहा था जैसे किसी मूवी का सेट लगा हो....दिवार में बड़े बड़े कांच...बड़ी बड़ी खिड़कियाँ...हर तरफ मार्बल का काम...शानदार फर्नीचर....बड़ा से बेड ...लक्ज़री सोफे....हमारे बेडरूम की एक दिवार पूरी कांच की थी...उसके सामने खड़े हो के देखा तो वही पूल दिखा और थोड़ी दूर पर घर में अन्दर घुसते हुए सभी लोग...मैं अभी घर की सुन्दरता देख के पागल हो रहा था की इतने में सीमा ने कहा की चलो सबसे पहले नहा लेते हैं....सीमा के साथ नहाना तो वैसे भी मेरा पसंदीदा काम था...और फिर इतने देर से खड़े लंड को इसकी जरुरत भी थी...बाथरूम में घुसे तो साला मेरे घर के बेडरूम से भी बड़ा तो उनका बाथरूम था...उसके एक कोने में बहुत सारे शावर लगे थे और एक कोने में एक बड़ा सा जकूज़ी था....सीमा ने इशारे से पूछा की किस्मे नहाना है..मैंने जकूज़ी की तरफ इशारा किया....हम लोग नंगे हो कर जकूज़ी में एक दुसरे के सामने हो कर घुस गए....सीमा जानती थी की मेरे मन में बहुत सारे सवाल हैं....मैं जिंदगी में पहली बार जकूज़ी में घुसा था....मजा आ गया था मुझे तो....सीमा ने मुझे देखते हुए अपने दोनों पैर मेरे पैरों के उपर रखे....एक पैर मेरे अण्डों के ऊपर और एक पैर मेरे लंड के ऊपर...मैंने अपने पैर चिपका दिए उसकी चूत से...
सीमा – तो कैसी लगी मेरी फॅमिली?
मैं – मेरे लंड को देख के अंदाजा लगा लो...
सीमा – वो तो मैं लगा ही रही हूँ...लगता है तुम्हें सब बहुत पसंद आये...
मैं – हाँ सभी बहुत अच्छे हैं...सीमा मेरे मन में इतने सारे सवाल है की क्या कहूं...
सीमा – मैं जानती हूँ....तुम सब पूछ लो...अभी हमारे टाइम है...,मैं सबका जवाब दूँगी....
मैं – ठीक है....सबसे पहले ये बताओ तुम्हारे पापा की कितनी बीवियां हैं...
सीमा – ( ठहाका मार के हंसती है ) मुझे पता था तुम सबसे पहले यही पूछोगे......पापा की अब तक पांच शादियाँ हुई हैं...