Update 17
शिवा औऱ नरगिस दुबई के एयरपोर्ट पर उतर गए लेकिन विनोद और सनी फ्लाइट से उतरने को राजी ही नही थे, ना वो नरगिस का फोन उठा रहे थे ना एयरपोर्ट पर आने को तैयार थे 30 मिनिट तक यह चलता रहा ,तभी एयरपोर्ट में एक ही जैसे कपड़े पहने 30 से ज्यादा आदमी जमा हो गए ,नरगिस ने अरबी में उनसे कुछ कहा तो 5 आदमी एयरपोर्ट के अन्दर चले गये, उसके बाद नरगिस ने बताया कि विनोद और सनी पीछे से आने वाले है ,अब हमें चलना चाहिए, शिवा तो यहा पर पहली बार आया था जैसा नरगिस ने बोला उसने वैसा ही किया ,अपना सामान लेकर वो अपने रुकने वाली जगह पर चले गये, वो एक बहुत ही महंगा और शानदार होटल था नरगिस ने होटल में एक शानदार रूम लेकर शिवा ने उसे उस रूम में छोड़ दिया ,जाने से पहले अपना मोबाइल नंबर भी दीया ,और यह भी बता दिया उसे बताये बिना कही जाये नही ,अगर कहि भी गया तो अपना फोन साथ मे रखे
शिवा ने नरगिस के जाने के बाद दरवाजा बंद कर लिया फिर अपने खिड़की से बाहर के नजारे देखने लगा ,
नरगिस के आदमियों ने विनोद और सनी को पकड़ के उसके सामने खड़ा कर दिया ,उन दोनों को नरगिस ने प्यार से समझाया कि शिवा को उन दोनों की हरकतों से तकलीफ हो रही है वो ऐसे डरना बन्द करदे ,अगर वो दोनो की वजह से शिवा थोड़ा भी और डिस्टर्ब हुवा तो उन दोनों को वो पमी के साथ पिंजरे में बंद कर देगी ,विनोद तो पमी का नाम सुन के ही अपनी पैंट में मुत दिया ,विनोद ने नरगिस से कहा ऐसी शिक़ायत का मौका अब कभी नही आएगा,शिवा के रूम का नंबर पूछकर सनी का हाथ पकड़के वो शिवा की रूम की तरफ दौड़े, सनी को पता था पमी कोई और बडी आफत होंगी तभी विनोद ने मुत दिया होगा ,वो दोनो पहले शिवा से उसके कमरे के बाहर ही मिले उसने बहुत बार कमरे में बुलाया लेकिन दोनों अंदर आये ही नही बाहर से ही उहोने जसके साथ बाते की और शिवा को आराम करने को बोल कर उसको कहा कि वह अब वह थोड़े काम मे बिजी रहने वाले है ,विनोद बोला कि उसे अब फाइट की तैयारी शुरु करनी पड़ेगी ,तुम्हे कुछ भी लगे तुम नरगिस को बता देना और उसके साथ ही रहना
उसके बाद दोनों शिवा को छोड़कर उनको दिए हुए कमरे में गये ,सनी ने पूछा भाई पमी कौन है
विनोद ,दरवाजा बंद कर लवड़े और टॉयलेट चल मेंने तो मुता तूने देखा, लेकिन अब तू सुनने वाला है तो तेरी गांड ही फटेगी ,दोनो टॉयलेट में चले गए तब विनोद ने बोला पमी एक बड़ी जंगली आदिवासी मादा है ,जो 6 फिट से ज्यादा लंबी है उसमें पूरे बदन पे 2 फुट लंबे बाल है ,उसके पकड़ के 5 साल हो गए है तब से वह नहाई नही है ,वो मादा होने से हमेशा लंड के लिये पागल है ,उसके पिंजरे में किसी औरत को छोड़ा तो उसे तुरंत मार के खा जाती है ,लेकिन वो बहुत खुश होती है ,वो दिनभर उस आदमी को नंगा रखती है कभी उसक लंड चूसकर उसका पूरा माल पी जाती है, कभी उसके लन्ड से अपनी चुत मरवाती या अपनी गांड,उस आदमी को वह अपनी चुत और गांड भी चाटने को लगाती है तू सोच उसने अपने बदन पर 5 साल से पानी की एक बूंद को लगने नही दिया है ,उसके पिंजरे की बदबू 25 फिट से दूर तक जाती है तो सोच पास जाने पर क्या हाल होता होगा,मैने पमी को एक ही बार देखा था 4 साल पहले भाई में आठ दिन तक सो नही पाया था
विनोद ने सनी की तरफ देखा तो सनी सब सुनकर मूत ने साथ थोड़ा पिला काम भी किया था
सनी बोला ,विनोद बहनचोद ये ,शिवा डिस्टर्ब नही होना चहिये, नही तो वो नागिन हम दोनों को डरा डरा कर मार देगी,
नरगिस शिवा के साथ दुबई में 3 दिनों तक घूमती रही ,वो शिवा को ऐशोआराम करने वाली सब जगह घुमाती रही ,उसने शिवा को शॉपिंग पर भी लेके गई लेकिन शिवा को कोई चीज पसन्द ही नही आई ,शिवा रोज पूछता की फाइट कब है ,कब हमे मिलना है यहाँ के मालिक को वो बस शिवा को दिलासा देते रहती ,शिवा ने तीन दिन से अपना फोन बंद ही रखा था उसने शफ़ी चाचा के यहा बोल के रख था की उसके ट्रेनिंग पीरियड में 7 दिन तक फ़ोन का इस्तेमाल करना मना है,7 दिन बाद में फोन करूंगा,
शिवा यहां सिर्फ शफ़ी चाचा के ऑपरेशन के वास्ते पैसे जमा करने ही आया था लेकिन नरगिस उसे फाइट कब है यह बताती नही,आखिर शिवा ने अपने कमरे में आने वाले वेटर उस फाइट के बारे में पूछा तब उसे पता चला कि फाइट 2 दिन से शुरू हो चुकी है ,उस वेटर ने शिवा को वह फाइट आज कब शुरू होगी और कहा होगी यह बात भी बता दी,
नरगिस को उसने अपने कमरे में बुलाया ,फिर उसको लेके वह जह फाइट की जगह पे हाथ पकड कर उसकी गाड़ी में बैठकर ले गया था, वहा पर विनोद और सनी भी मौजूद थे ,शिवा को वहा देखकर दोनो के देवता कूच कर गये, नरगिस ने शिवा को वहां से अपने साथ वापिस होटल जाने के लिए बहुत बार मनाया लेकिन वो नही माना, फिर नरगिस ने शिवा को वही पर एक रूम में लेकर गई उसने विनोद और सनी को भी वहाँ बुला लिया ,उसने विनोद को एक इशारा किया विनोद ने अपने फ़ोन से एक फोन किया फिर 5 मिनट बाद विनोद के फोन पर 1 वीडियो कॉल आई पहले विनोद ने बात की फिर उसने शिवा को फोन दिया , और कहा सिर्फ सुनो तब सामने शफ़ी चाचा और पूरा परिवार वो किसी अस्पताल कमरे से बात कर रहे थे ,तब चाची ने बताया कि शिवा जिस दिन ट्रेनिंग के लिये गया था तभी उसके होटल से कुछ लोक एम्बुलेंस लेकर आये फिर चाचा को अस्पताल में एडमिट करा दिया ,कल ही उनका ऑपरेशन हो गया है ,अब 1 महीना अस्पताल में रुकना होगा फिर चाचा चल फिर सकेंगे
यह सब बात करते हुवे चाची रो रही थी , लेकिन वह खुश थी ,थोडी देर सबके साथ बात करके शिवा ने भी फोन काट दिया ,शिवा की भी आंखे नम हुवी थी सब देखकर उसने अपनी आँखें पोछकर विनोद सर से कहा ,शुक्रिया सर आपने आज मेरे चाचा को नई जिंदगी दी है, में यह अहसान कभी नही भूलूंगा, अब यह बात का जवाब दीजिए के आप मेरी फाइट कब रखवाने वाले है ,
विनोद कुछ नही बोल पा रहा था ,वो कभी शिवा को देखता तो कभी नरगिस को ,शिवा ने यह देख कर नरगिस को ही पुछा ,आप ही बता दो मैडम आखिर क्या बात है
नरगिस ,तुम्हें जिस काम के लिये पैसे लग रहे थे ,वो हो गया है ना फिर क्यों करनी फाइट ,तुम्हे और पैसे चाहिए तो बोलो तुम्हे जो चाहिए वो मिल जाएगा बस फाइट भूल जावो
शिवा , ऑपेरशन के लिए ही पैसे लग रहे थे मुझे बाकी मुझे और पैसे की जरुरत नही है
नरगिस,यह तो अच्छी बात है ना फिर ,तुम जितने दिन यहाँ रहना चाहते हो उतने दिन यह पर रहो घूमो फ़िरो तुम्हे जो खरीदना है वह तुम ले सकते हो
शिवा, मैडम आप मेरी एक बात भूल रही है में अनाथ हु ,अनाड़ी नही ,आप यहां की राजकुमारी है , अल गफूर आप के पिता है और वह यहां के राजा ,अपने जो मोबाइल दिया था उसमें आपके बारे में यूट्यूब पर देखा मेने
और दूसरी बात में भिखारी नही हु किसीसे से जो कुछ भी ले लू,यह सब पैसा आप ने खर्चा किया है आप ने किस मकसद से यह पैसा खर्च किया मुझे नही पता ,आपने मेरे फोन में एक बग लगाया था ताकि में क्या करता हु आप को पता चले ,और अब इस नए फोन में भी बग के साथ एक सॉफ्टवेयर डाल दिया आपने, आप को मुझ जैसे अनाथ से क्या हासिल हो सकता है यही बात मेरे समझ मे नही आती
शिवा की बातों से नरगिस चुप हो गई ,उसे क्या जवाब दे यह समझ नही आ रहा था
शिवा ,मैडम में शफ़ी चाचा के इलाज के लिए आपने जो पैसे खर्च किये थे वो लौटाना चाहता हु, उनके इलाज के लिए पैसा जमा करना मेरी जिम्मेदारी थी ,और आप को पैसे देने के लिए इस वक्त यहा पर इस फाइट में हिस्सा लेकर आपके पैसे लौटना को बहुत अच्छा मौका है मेरे पास ,अगर आज यह मौका मेरे हाथ से निकल गया तो ,मेरे दिल मे हमेशा यह टिस रहेगी कि मेरी मर्दानगी पर आपको यकीन नही था, इस वजह से आपने मुझे यहा से लौटा दिया ,भले ही बाद में आपके पैसे में लौटा दु, पर मुझे यह दर्द जिंदगी भर चैन से जीने नही देगा कि मेरी मर्दांगी मेरे काम न आई ,शायद में खुद को ही ख़त्म कर लूं,ऐसे बोझ लेकर जीने से ,मुझे किसी कायर की मौत मरने के बजाय एक मौका दे दीजिए ताकि बाद में कायरो की मौत मरने की बजाय आज ही अपने आप को परख सके ,कि हम किस काबिल है ,हम पर भरोसा करे हम आपको निराश नही करेंगे ,
नरगिस ,विनोद जाकर शिवा भी मुकाबले में हिस्सा ले सके इस बात का प्रबंध कर दो
विनोद और सनी उस रूम से बाहर आ गए और काउंटर की तरफ जाकर शिवा का नाम दाखिल कर दिया उन्हें वहां से 102 नंबर का टोकन मिला,
नरगिस की आखों में शिवा की बाते सुनकर आंसू आ गए थे उसने शिवा से कहा, हमे आप पर अपने आप से ज्यादा भरोसा है ,हमने आप मे दूसरे के लिए जीने वाला इंसान देखा था, जो खुद के भले के बारे मे ना सोचकर ,दूसरे का भला सोचता हो ,जिसके लिये अपनी जान की बाजी लगाने में भी आप पीछे नही हटते ,ऐसे अनमोल इंसान को बचा रही थी में जो बहुत मुश्किल से मिलता है ,आप को भिकारी में कभी समज ही नही सकती ,में खुद आप के प्रेम की भीख मिल जाये इसलिए आप के पीछे घूम रही थी ,कोई धन दौलत देकर भी ,मुझे आप जैसा इंसान नही मिल सकता ,आप की मर्दानगी पे हमे पूरा भरोसा है ,कायर तो हम है जो आप को दांव पर लगाने के डर रहे है,लेकिन अगर यह आपके सन्मान की बात है ,तो जाइए दिखा दीजिए एक मर्द की मर्दानगी कैसी होती है इन हिजड़ो को ,जिस तरह मेरा हाथ पकड़कर आप इस जगह मुझे लाये थे ना ,बता दीजिये इस अरबी घोड़ी पर चढ़कर उसकी सवारी करने वाले मर्द की ताकद क्या है , मुझे आप पर पूरा भरोसा है जाइये ,
शिवा बाहर आकर अब उस पूरी जगह को देखने लगा,विनोद और सनी उसे काउंटर के पास दिख गए तो वो उनके पास चला गया ,ये एक बहुत बड़ा इनडोर स्टेडियम था जिसमे चारो तरफ भीड़ थी ,उस स्टेडियम में जाने के लिये एक ही रास्ता था जो 30 फुट चौड़ा था उसके दोनों तरफ बड़े बड़े पेड़ थे,उस पूरे स्टेडियम में 6 बड़े बड़े पिंजरे थे जो साइज में 25 फुट की लंबाई और चौड़ाई के साथ 20 फुट ऊंचे थे ,हर पिजरों को इतनी मोटी और मजबूत लोहे की जाली लगाई थी कि 10 हाथी मिलकर भी ना तोड़ पाये, हर पिंजरे में एक जंगली जानवर के साथ एक आदमी उतरता था ,उन दोनों में जो जीवित बचे उसे विजेता माना जाता ,आदमी को जंगली जानवर के साथ लडने के लिए एक चाकू दिया जाता था, पहले पिंजरे में आदमी को उतारा जाता,जो पिंजरे में ही एक साइड बने 6 बाय 3 फुट दरवाजे से हो पाता था ,आदमी के पिंजरे में जाने के बाद ही जंगली जानवर को छोड़ते थे
हर पिंजरे में सैकड़ों कैमरा लगे होते थे,जिसकी रिकॉर्डिंग होते रहती और उसका टेलीकास्ट डार्क वेब से होता था ,उन कैमरों से हर पिजरों की लड़ाई स्टेडयम में लगे बड़ी बडी स्क्रीन पर दिखाई जाती ,हर लड़ाई के लिये करोड़ी का सट्टा खेला जाता अगर पिंजरे में आदमी जीता तो उसे मिलते 50 लाख ,बिना चाकू से लड़ने पर 1 करोड़ मिलते थे ,लेकिन जानवर जीता तो वो आदमी को मार देता था ,
पिंजरों में लडने वाला जानवर जीते या आदमी हर लड़ाई पर करोड़ो का सट्टा लगता ,और फायदा सिर्फ उन जुआ के खेल को चलाने वालों को ही होता था ,ये जुआ बन्द हो ऐसी किसीने कोशिस नही की थी ,अगर कोई भी आदमी बिना हथियार एक साथ 6 जनावरो को हरा दे ,तो ही यह जुआ बन्द होने वाला था हमेशा के लिए और अगर कोई यह कर दे तो उसे पूरे 5000 करोड़ मिलने वाले थे इस साल ,यह 5000 संख्या इसलिये थी क्यो की अभी तक पांच हजार लोग मारे गए थे इस खूनी खेल में ,
और कोई माई का लाल पैदा ही नही हुवा था जो एक साथ 6 जानवरो को बिना हथियार हरा सके ,इन 50 सालो में ,सिर्फ शक्ति नाम का एक बन्दे ने एक एक करके 6 जंगली जानवर को बिना हथियार लड़के मार दिया था ,शिवा ,विनोद से सब बातें सुन रहा था उस सब सुनकर बहुत बुरा लग रहा था वो अपने सामने जानवरो को इंसान को मारते हुवे देख रहा था ,हर पिंजरे में खून का खेल चल रहा था ,शिवा की आंखे यह सब देखकर नम हो गई थी उसका नंबर आने के लिये 15 मिनट बाकी थे ,आज भी 95 लोग मारे गए थे ,
विनोद ने तक तरफ इशारा करते हुवे कहा वो देखो वो सामने शक्ति बैठा है ,यह वही योद्धा है जिसने पिछले साल 6 जानवरो को अलग अलग लड़कर मार दिया था , शिवा ने देखा कि एक उससे भी लम्बा, चौड़ा ,मजबूत बदन का मालिक सामने 20 फुट कि दूरी पे एक खुर्सी पर बैठा था, उसकी नजरे भी शिवा की तरफ थी ,लेकिन वो जलती निगाहे थी ,वो अपनी नजरो में दिख रहे क्रोध के ताप से ही शिवा को जला देना चाहता हो, शिवा ने देखा ,शक्ति के बाजू में ही एक उससे भी तगड़े लेकिन उम्र में उसके पिता लगने वाले शख्स बैठा था उसके चेहरे पे भी एक तेज था ,लेकिन उसकी आँखों मे शिवा को देखकर कोई भी भाव नही था, शिवा पल भर दोनो को देख रहा था ,फिर उसने अपने कदम दोनो की तरफ बढ़ा दिए ,और दोनो के सामने जाकर खड़ा हो गया ,शिवा दोनो को देख रहा था और वो उसको , अचानक शिवा ने नीचे झुककर शक्ति के बाजू में बैठे हुए आदमी के पाव छु लिये ,य देख कर शक्ति की आखों में आश्चर्य था ,और उस व्यक्ति के आँखों मे समाधान ,उस आदमी ने शिवा के सर पर हाथ फेरकर कहा ,बोलो बेटे क्या आशीर्वाद चाहते हो हमसे ,
शिवा ,आपने मुझे बेटा कहा है ना ,तो अपने बेटे के लिए सही क्या होता है ,यह आप मुझसे बेहतर जानते हो ,की मेरे लिए सही क्या है
उस आदमी ने उठकर शिवा को गले लगा लिया ,उनकी आँखों मे पानी छलक आया था ,उनके आंसू की कुछ बन्दे भी शिवा के कपड़ो पर गिर गयी थी ,अपने आंसू पोछकर उन्होंने शिवा के सर पे हाथ फेरकर कहा ,सदा विजयी भव ,
शिवा ने फिर शक्ति की तरफ अपना रख किया और उसको कहा कि, इन्होंने मुझे बेटा कहा ,आप इनके भी बेटे समान ही है ,आप मुझसे बड़े है ,तो अपने छोटे भाई को आशीर्वाद दो बड़े भैया ,और शक्ति के चरण स्पर्श कर लिए
शक्ति की तो लगा ही नही, के शिवा ऐसा करेगा , शिवा को अपने पैरों से उठाकर गले लगा लिया और कहा ,छोटे ,तेरा बड़े भाई का आशीर्वीद है ,कि तुम हमेशा अपने कर्त्तव्य में उतीर्ण हो ,शिवा उन दो पहाड़ जैसे इंसानो के सामने में कुछ भी नही था
शिवा जहा 6 फुट 8 इंच था, वही शक्ति सिंग 7 फुट और साथ मे उसके दादा थे पृथ्वी जो 7 फुट 2 इंच के थे ,शिवा को उन्होंने अपने नाम बताया ,और यह भी बताया कि वह पंजाब के अमृतसर से है ,थोड़ी देर उन दोनों से बात करते हुवे ,शिवा ने फिर दोनों को प्रणाम किया और विदा ली,
शिवा उनके पास से निकलकर जहा पर माइक के पास जाकर अपना फाइट का टोकन दिखाकर उनसे गुजारिश की की वह कुछ कहना चाहता है, फिर शिवा ने वहां पर माइक लेकर कहा कि वह 6 जानवरो से एक साथ लढना चाहता है वह भी बिना हथियार के,
शिवा की बात सुनकर सब पहले एकदम खामोश हो गए,फिर सब की तेज आवाजे आनी लगी हर कोई एक दूसरे से बात कर रहा था, बहुत से लोक अपने मोबाइल से अपने जानने वालों को यह बात की खबर दे रहे थे ,उस स्टेडयम मे पहले केवल 8000 लोग थे, उस स्टेडियम की केपेसिटी 25000 थी ,
50 साल में पहली बार यह 5000 करोड़ की इनामी फाइट होने वाली थी ,फाइट करने वालो ने इसे चालू होने में अभी 3 घण्टे लगने वाले है यह बात सबको बताई ,सबसे पहले स्टेडयम से 6 पिंजरे निकाल लिये ,और 60 बाय 60 फुट लंम्बा ,चौड़ा और 25 फुट ऊँचाई वाला एक ही पिंजरा सेंटर में लगा दिया ,1घण्टे के अंदर ही पूरा स्टेडयम अब फूल हो गया था, सुरक्षारक्षक नो अब स्टेडियम का गेट बंद कर दिया और किसी को अब अंदर नही लेने वाले थे स्टेडियम के बाहर 200 से ज्यादा और अंदर 500 के आसपास सुरक्षा रक्षक अपने हाथों में हाइटेक गन लेके ,बालकनी में, छतपे मौजूद थे ,ताकि कोइ भी गड़बड़ी ना हो सके
तभी सफेद घोड़े पे बैठकर किसी योद्धा के कपड़ों में नरगिस वहा दाखिल हो गई ,उसको यहाँ ऐसे देखकर सब लोग हैरान थे ,तभी बाहर स्टेडियम के बाहर बड़े बड़े ट्रक खड़े होने की और उसके ट्रक के गेट खोंलने की आवाज आ रही थी ,सब लोग दहशत में बैठे हुवे थे अपनी अपनी जगह, ,विनोद और सनी दोनो अब सिर्फ रोने को ही बाकी थे,
नरगिस ने जाकर एक माइक उठा लिया और माइक पर ही बोली ,स्टेडियम का गेट खोलो, नरगिस के एक आवाज पे ही गार्ड लोगो ने गेट खोल दिया ,
गेट में से 10 गार्ड और उनके पीछे 5 शेर ,12बाघ, 4 चीते अंदर आ गए, नरगिस ने उन गार्ड को कुछ इशारा किया उन गार्ड के हाथ मे एक बैग था ,उन सब गार्ड ने अपने पास के बैग से ,किसी मोबाइल जितने आकर वाले इलेक्ट्रॉनिक आयटम, सब वहां तैनात 500 गार्ड में बाट दीये ,
नरगिस ने माईक पर ही उन गार्ड को उनको कैसे चालू करना है यह बता दिया ,उन सब गार्ड ने भी, नरगिस ने जैसा उनको बोला वैसा ही किया ,नरगिस के साथ आये एक गार्ड ने एक एप्पल का टैब दिया उसे देखकर , नरगिस ने अपने पास बैठे उन शेर , बाघ और चितो को एक सिटी मारी उसकी सिटी सुनते ही वो सब खड़े हो गए ,नरगिस ने उनको जो पिंजरा उस स्टेडियम के सेंटर पर ही रखा था ,वहा पर अपनी ऊँगली दिखाई, नरगिस के उंगली दिखाते ही उन सब शेर बाघ और चितो ने उस पिंजरे को चारों तरफ से घेर लिया ,और वो उस पिंजरे के पास बैठ गए ,आधे घण्टे से नरगिस की ही आवाज वह पे गूंज रही थी ,तभी एक और आवाज गुंजी वहां ,नरगिस ,यह क्या लगा रखा है तुमने यहां पर ,यह आवाज रियाज की थी जो नादिया से बड़ा लेकिन खानदान में 3 रे नंबर का लड़का था ,वही इस खूनी खेल को चलाता था और इस से अरबो रूपये कमाता था ,वह बोला ,तूम्हे पता है ,आज क्या होने वाला है यहा ,आज दुनिया की सबसे बड़ी बाजी खेली जाने वाली है ,जिसकी कीमत है 5000 करोड़ ,और इस फाइट पर अब तक का सबसे बड़ा सट्टा लग रहा है 90 हजार करोड़ तक लग चुका है ,आने वाले वक़्त में यह कहा तक जाएगा कोई नही जानता ,तुम अपने यह जानवर यह से निकालो ,और घर जाओ,
नरगिस ने उसकी तरफ देखा और कहा ,तुम्हे पता है यहाँ क्या होने वाला है ,रियाज
नरगिस ने फिर अपने हाथ मे माइक लिया और बोली , कोकी कहा हो तुम
थोड़ी ही देर में कोकी नरगिस के सामने था उसको देखकर जितने शेर, बाघ को देखकर नही डरे होंगे उससे ज़्यादा अब डर गए थे,सबसे ज्यादा डरे थे विनोद और सनी
नरगिस ने कोकी से कहा ,कोकी यह लो तलवार इस मादरचोद का लंड काट के फेक दो ,और जब तक यह फाइट खत्म नही होती ,तबतक इसकी यही सबके सामने गांड मारते रहना , नरगिस ने यह अपने सामने खड़ी कोकी से कहा लेकिन उसके हाथ मे माइक चालू ही था उसकी आवाज सब को सुनाई दी ,रियाज कुछ समझ पाता उससे पहले कोकी ने उसे पकड लिया और उसकी पतलून फाड़ के उसको नंगा किया और उसका लंड एक झटके में जड़ से काट दिया ,रियाज गला फाड़ के चिल्लाया और बेहोश हो गया ,नरगिस ने कोकी से कहा, इसे होश में लेके आवो ,और याद रहे जब तक फाइट खत्म नही होती यह मरना नही चाहिए ,नरगिस ने फिर कहा अगर ये होश में आने के बाद इसकी गांड मारने का वीडियो बड़ी स्क्रीन पर नही दिखने लगा तो कोकी आज यहां के सब केमरामेन के लन्ड भी काट देना और उन्हें भी चोद चोद कर मार डालना ,
नरगिस की बात पूरी होकर 1 मिनिट भी होने से पहले ही 4 कैमरामैन के आकर सब सेट अप करके रियाज भाई की चुदाई शुरू होने से पहले ही ,सब बड़ी स्क्रीन पर दिखाने लगे थे ,
सनी ,विनोद देखा बहनचोद डर किसे कहते है ,
विनोद, हा भाई सनी देखा मेने डर ,लेकिन मुझे आज डर बहुत पतला लगा यार
सनी ,में समझा नही भाई
विनोद ,यार कुछ नही ,जब कोकी ने रियाझ भाई का लंड काटा तो पहले मुझे लगा साला मेरा ही लंड कट गया है ,जब मैने अपने अपने लंड को हाथ लगाकर देखा ,तो वो वही था ,इसी खुशी में ,मेंरे नीचे से पिले आंसू बह गए यार पैंट के अंदर ही ,
सनी ,भाई तुन्हें तो भी पता चला था बहने से पहले ,मुझे तो आपने बताया तब मैंने खुद को चेक किया ,सेम कंडीशन भाई
सनी, विनोद भाई आज के बाद दुनिया मे सिर्फ एक ही चीज से डरने वाला हु और वो है नरगिस ,।