Update 26
शिवा ने सबसे पहले उसी कमरे की बेल बजाई ,जिस पर उसे सबसे ज्यादा सन्देह था कि यह वही कमरा है जहाँ पर जीनत हो सकती है ,उसने 2 से 3 बार बेल बजाई और थोड़ी राह देखने लगा ,थोड़ी देर में दरवाजा खुला और उसके ओठो को किसीने पकड़ कर चुमना शुरू कर दिया,कमरे में पूरा अंधेरा था ,बस वो उस औरत के नंगे शरीर को महसूस कर सकता था ,उस औरत के शरीर पर एक भी कपड़ा नही था और उसके मुह से शराब की महक आ रही थी ,बहुत ही ज्यादा गर्म हो गई थी वो औरत जिस तरह से शिवा को किसी जंगली की तरह वो चुम रही थी और उसके कपड़े को नोच रही थी यह पता चल रहा था ,शिवा को अब यही जीनत है इस बात पर पूरा यकीन हो गया था वरना दूसरी कोई औरत होती तो थोड़ी ऐसा कर सकती है की नंगे बदन वो दरवाजा खोलकर सामने वालो को चूमने लगे ,यह जीनत चाची है ,लगता है शराब ज्यादा हो गई उनको ,शिवा ने दरवाजा बंद कर दिया और वो भी उस औरत को जीनत चाची समझ कर चूमने में साथ देने लगा ,दोनो अब पूरे नंगे हो गए तो ,कमरे में बिल्कुल अंधेरा कर के रखा हुवा था ,जिसकी वजह शिवा को समझ नही आरही थी ,उसे पकड़कर वो औरत बेड पर ले गई और शिवा के लंड को पकड़ कर सहलाने लगी ,और उसने गप्प से उसके लंड को अपने मुह में भर के चूसना शुरु कर दिया ,शिवा की तो मारे खुशी की अपनी आँखें ही बन्द हो गई थी जीनत ने पहला भी उसका लंड चूसा था पर आज जिस तरह वो उसको इतना अंदर तक लेकर चूस रही थी और अपनी जीभ की कलाकारी उसके सुपाड़े पर घुमा रही थी इसका कोई जवाब ही नही था ,किसी लॉलीपॉप की तरह वो उसके लंड को चूस रही थी ,पाँच मिनिट तक वो उसके लंड को चूस्ति रही फिर वो बेड पर 69 पोज में आकर शिवा के लंड के मजे लेने लगी और अपनी चुत शिवा मुह दबाने लगी, शिवा भी समझ गया क्या करना है उसको वो अब उस बड़ी गांड को पकड़ कर अपनी जीभ डालकर जीनत चाची समझ कर उसके चुत के पानी को चाटने लगा ,शिवा ने पहले भी जीनत की चुत और गांण्ड को चाटा था लेकिन अभी उस उनकी चुत से और ज्यादा नशीली महक आ रही थी,उनकी चुत से टपकता पानी तो और ज्यादा नमकीन और गाढ़ा लग रहा था ,शिवा को उसका टेस्ट बहुत पसंद आ गया था ,वो अब उस पानी को किसी कुते की तरह अपनी जीभ चुत में घुसाकर और पीने की कोशिश कर रहा था ,और वो चुत भी शिवा की प्यास समझ गई थी मानो वो भी अपने नल खोल के पानी छोड़ रही थी,
शराब के नशे उस औरत जब शिवा के लंड को चूस रही थी उसके बदन में मानो उस लंड ने आग को और भड़का दीया था ,उसे लंड का स्वाद आज और ज्यादा पसंद आ रहा था ,लंड आज चूसते वक़्त कुछ ज्यादा ही लंम्बा और मोटा लगने लगा था उसको ,उसके मुह को ज्यादा ही बड़ा करके चुसना पड़ रहा था ,अपने मन मे वो सोच रही थी उसे शराब इतनी ज्यादा नही पीनी चाहिए, जो उसके दिमाग को इतना खराब कर देती है ,पर अपने शरीर की गर्मी की वजह से वो खुद का बचाने के पिछले 10 साल से रात को बहुत ज्यादा शराब पीती थी ,ताकि वो रात को वो सो सके ,जब उसका पति उसके पास हो तो वो उसकी आग को बुझा देता पर ना होने के बाद उसके बदन में जो आग उठती उसके लिये उसे मजबूरन शराब का नशा करना ही पड़ता था ,आज तो 7 दिन से ज्यादा वक्त हो गया था उसके पति ने उसे चोदा नही था, आज जब रात को जब उसका पति उसे चोदने की बजाय काम का बहाना करके गया तब उसने नाराज होकर फिर शराब पीना शुरू की ,और कमरे में पूरा अंधेरा करके रो रही थी पर जैसे कमरे की बेल बजी उसकी नारजगी अपने पति से दूर हो गई उसने दौड़ लगाकर दरवाजा खोलकर अपने पति को चूमती हुवी बेड पर लायी थी ,
आज उसका पति किसी दीवाने की तरह उसके चुत और गांड के छेद को चाट रहा था ,उसकी लम्बी जुबान आज कुछ ज्यादा ही अंदर घुस रही थी ,उसने आज दो बार पानी छोड़ा था जो उसके पति ने चाट कर साफ किया और अपने लंड से भी उसने आज गाढ़ी मलाई उसको एक बार खिलाई थी ,उसने मलाई की एक बूंद नही छोड़ी पूरा चूसकर लंड को साफ करके तब तक चुस्ती रही और जब तक वो फिर से खड़ा ना हो जाये ,
आज शिवा को लंड का पानी जीनत चाची को पिलाकर बहुत मजा आया था ,जिस तरह उसने आज शिवा के लंड को अपने मुह में लेकर चूसा था शिवा ने सोच लिया कि वो अब जीनत चाची से जब मौका मिलेगा लंड जरूर चूसवाएगा, आज जब उसने दो बार चुत का पानी पिया था औऱ गांण्ड के छेद को चूसा था उसका दिमाग काम करना ही बन्द हो गया था ,उसके बदन में आग गई थी जो उसके लंड से बुझानी पड़ने वाली है ऐसा उसका लग रहा था ,उसका लन्ड को जब जीनत फिर चूस के खड़ा कर दिया तब उसने जीनत को पकड़ के अपने नीचे ले लिया ,और अपने खड़े लंड को उसने उसकी गर्मागर्म चुत में उतार दिया ,वो चुत तो मानो उसके लन्ड को अपने अंदर लेकर और ज्यादा गर्म हो गई ,शिवा ने उसको पकड़ कर किसी तूफान की तरह आज चोदना शुरू कर दिया था ,जब उसका लंड चुत में घुस था तब वो क्या कर रहा है उसे समझ ही नही आ रहा था ,उसका दिमाग किसी अलग ही दुनिया मे चला गया था ,कब उसके पूरे लंड को वो चुत निगल गईं पता ही नही चला उस 12 इंच के बडे 4 इंच के लंड ने पहली बार किसी सुरूंग ने मापा था ,वो सरपट उसमे दौड़ लगा रहा था ,वो लन्ड मानो उस चुत को अपना गुलाम बनाने में लगा हुवा था ,
उस औरत को आज जिस तरह उसका पति भोग रहा था ,अपने लंड से रौंद रहा था ,और उसका लंड आज जो गहराई में जाकर उसको सुख पहुचा रहा था उससे वो औरत तो मानी बावली हो गई थी ,वो कभी उसको ओठ चुस्ती तो कभी उसकी जीभ को चुस्ती ,अपनी छातिया उसके हाथों से दबवाती वो अपने ऊपर चढ़े अपने इस नर को अपने बदन के हर हिस्से का भोग लगा रही थी ,वो नर भी अपनी छाप उसके चुत के साथ उसकी गांड को खोल कर उनकी नई गहराई कहा तक है बता रहा था ,दोनो रात भर बिना थके लगे रहे ,आज उन दोनों की प्यास बुझने के बजाय और बढ रही थी ,शिवा ने आज जीनत चाची समज कर जिसको भोगा था उसके चुत ,गांण्ड मुह में कितनी बार उसने अपना माल निकाला था उसका पता ही नही चल पा रहा था ,सुबह होने पर भी वो रूके नही थे ,शिवा उसको सुलाकर उसकी पीठपर सोकर उसे अपने नीचे लेके उसकी गांड मार रहा था वो भी अपनी गांण्ड हिला हिला कर उसके लंड का स्वागत कर रही थी उसकी गांण्ड के नरमाई और गरमाई के साथ वो उसके अंदर के कसावट से खुश होकर उसकी गांण्ड में अपनी रस की बरसात करने लगा ,उसके गांण्ड का छेद भी थरथर काँपकर उस बरसात का पानी पी रहा था
शिवा ने लन्ड का पानी का आखिरी बून्द खाली होने के बाद ही अपन लन्ड उस प्यारी गांण्ड से निकाला ,शिवा तो आज से उस गांण्ड का गुलाम हो गया था ,उसने प्यार से उस गांण्ड को चूमा और बाथरूम में अपने कपड़े लेकर फ्रेश होने चला गया ,तभी उनके रूम की बेल बजी तो वो औरत ने अपने कपड़े पहनकर दरवाजा खोला सामने एक औरत थी ,
दीदी आप अभी तक उठी नहि थी ,सुबह के सात बज गए है,
पूजा भी आ गई है
क्या ,कहा है मेरी बेटी ,3 महीने से गायब थी लंदन में ,उसे आज दिखाती हु में ,
अभी वो मेरे कमरे में है ,सुबह ही आयी थी वो होटल में भैया कहा है ,दिख नही रहे
अरे वो नहाने गए है,तुझे तो पता है पूजा और उसके बड़े पापा की हरकतें ,दोनो को सब मालूम होता है एक दूसरे का चल में आती हु तेरे साथ ,यह भी नहाकर वही आ जाएंगे ,तब तक उसकी जरा खिंचाई की जाये ,
शिवा जब नहा रहा था तब ,जीनत अपने कमरे में नहा धोके तयार थी ,रात को शिवा ने उसकी गांण्ड के हाल ही बुरे कर दिए थे,उसकी गांण्ड का छेद पूरा सूज गया था ,जीनत की आँख सुबह ही खुल गई थी , उसने अपने आप को बाथटब में नंगा पाया उसकी आंख उसके गांड के छेद हो रहे दर्द के कारण खुली थी तब सुबह के 6 बज गये थे ,उसको लगा शायद शिवा रात को उसके ऑफिस में हो सो गया होगा क्योंकि वो खुद नशे में यहा बाथटब में सोती रही ,शिवा ने जरूर रात में आके दरवाजा की बेल बजाकर उसे उठाने की कोशिश की होगी ,लेकिन वो तो नशे में सोती रही कुछ सुन ना पाई होगी ,वो अपने रूम में धिरे धीरे चलने की कोशिश कर रही थी ,ताकि घर पर ज्यादा कुछ पता ना चले, शिवा की राह देखते आधे घण्टे उसने चलने की एक्सरसाइज करके अपनी चाल को ठीक कर रही थी ,शिवा के मूसल ने उसके गांण्ड के छेद को जो फाड़ा था उसकी चाल ही बदल गई थी ,
वो अब परेशान होकर होटल में शिवा को ढूंढने चली गई ,शिवा का फोन तो रात में रूम में ही रह गया था, वो जीनत ने जब सुबह शिवा को फ़ोन किया तब उसकी रिगटोन से वह जीनत को मिला था, वो होटल के लॉबी में खड़ी होकर शिवा को देख रही थी कहा है पर उसे वो कहि नही दिखा ,तो वो कुछ सोचकर वहां से अपने घर टैक्सी में चली गई,
शिवा जब नहा कर बाहर आया तो वहा पर कोई नही था जीनत को रूम में ना देख कर वो परेशान हो गया ,यह कहा चली गई ,वो उसे ढूंढने पहले रूम के बाहर आया ,वहा पर कोई नही था ,उसने नीचे लिफ्ट से जाकर भी देखा तो उसे जीनत नही मिली ,उसने वही होटल से अपने मोबाइल पर फोन किया ,फोन किसी ने उठाया पर सामने से कोई बोला नही
शिवा ,हेलो में शिवा बोल रहा हु
सामने, अरे में जीनत बोल रही हु,पहले इसलिये बात नही की पता नही किसका फोन हो ,अगर घर से किसी का होता तो जवाब देना मुश्किल होता मुझे,क्योंकि अभी मेरे फोंन से बात हूवी थी घर पे तो मैने बताया की में अकेली ही टैक्सी से घर आ रही हु
शिवा,चलो अच्छी बात है ,आप ठीक है ,में तो आप रूम में ना होनेसे डर गया था ,अब आपकी आवाज सुनके अच्छा लगा
जीनत ,मेरी तो हालत खराब कर दी तुमने ,में घर पर आराम करने वाली हु कुछ दिन अब
शिवा ,ठीक है ,में आता हूं आपसे मिलने घर तब तक आप मेरा फोन बन्द ही रखना ,
शिवा को याद आया कि उसका पर्स उस रूम में ही रह गया है वो उसे लेने वापिस ऊपर उस कमर की औऱ चल दिया
जब वो ऊपर पहुचा तो उसके सामने एकदम खूबसूरत औरत दिख गई ,उसके पास एक बैग था और वह एक नाइटी में हो थी ,उसने उसके अंदर कुछ नही पहना था ,उसके बदन के हर हिस्सा उसमे दिख रहा था ,शिवा का लन्ड तो उसको देख कर ही खड़ा हो गया था बड़े आम सी चुचिया, मटके सी गांण्ड ,खूबसूरत चेहरा ,शिवा को लगा जाकर उसके लाल लाल होठो को चूसकर इस यही पर चोद डाले, उसकी आंखें में एक अलग ही नशा उसे ऊसकी और खींच रहा था ,वो औरत भी कुछ देर शिवको देखती रही ,फिर एक कमरे में घुस गई ,
शिवा कुछ देर बात होश में आया उसने अपने सर को झटका और अपना पर्स लेकर होटल से बाहर आ गया ,
वो औरत जब कमरे में गई तो वह उस बैग से अपने कपड़े और टॉवल लेकर बाथरम में घुस गई
यह क्या हो गया मुझे आजकल ,उस लड़के को देख कर ऐसा लग रहा था मानो अपने कपड़े उतार कर उसके नीचे लेट जाऊ, ऐसा क्या था उसमें की में उसकी ओर अपने आप को खींचता पा रही थी, कल जिस तरह उन्होंने मुझे चोदा था, सुबह तक तो में कितना सन्तुष्ट थी ,लेकिन फिर से यह कैसी आग भड़क गई मेरे अंदर ,
तभी उसके कानों में एक आवाज आई
सुनीता दीदी आप जल्दी तैयार हो जाइये हमे निचे जाना है,नरेश भैया और पूजा नीचे ही कुछ चेक करने गए है, हम उनके साथ ही नास्ता करगें ,
शिवा ने कल सुनीता को ही चोदा था गलती से ,सुनीता को होटल में जब उसने देखा तबसे उसके लंड ने परेशान कर दिया था ,उसके साथ कभी ऐसा नही हुवा था ,उसकी गर्मी कुछ ज्यादा ही बढ़ी थी उसे ऐसा लग रहा था की जाकर किसी की चुत या गांण्ड को बुरी तरह से चोदा जाएं ,सुनिता की चुत के पानी पीकर उसके शरीर मे, और उसके लंड ने जो चुत का पानी सोखा था उसके कुछ फायदे शिवा को होने वाले थे पर कुछ नुकसान भी होने वाला था
शिवा अपने लंड से परेशान अपने घर मे आकर बैठ गया ,उसका दिमाग ही काम नही कर रहा था ,कब वो उसके कमरे में घुसा उसे पता ही नही चला था ,शिवा ने अपने सब कपड़े उतार कर नंगा हो गया और अपने लंड को मसलने लगा ,तभी उसके बाथरूम का दरवाजा खुला और कोई अपने बदन के पानी को पोछता बाहर आया ,वो सिर्फ़ अपनी एक पैंटी में थी अपने चुचिया पर पानी को वो साफ कर रही थी उसके बाल गीले थे और उसका पानी नीचे टपक रहा था
36 30 38 की वो जालिम फिगर वाली हसीना का ध्यान ही नही था की शिवा कमरे में बिस्तर पे नंगा ही अपने लंड को मसलता उसे अपनी लाल आंखों से देख रहा है ,और उसके हुस्न का मजा ले रहा है
शिवा अपनी जगह से उठा और उस हसीना की और जाने लगा ,शिवा की पाव की चलने की आवाज से वह लड़की डर के मारे पलट गई ,उसने देखा कि सामने शिवा नंगा खड़ा है और अपने हाथ मे अपने लन्ड को पकड उसे मसल कर उसकी और ही देख रहा है ,शिवा के हाथ मे उसका वो बड़ा सा लंड देखकर तो उसकी गांण्ड ही फट गई थी
तुम,,, तुम, अंदर कैसे आ गए ,मेने तो अंदर से दरवाजा लगा लिया था ,और तुमने कपड़े क्यो उतार दिये है अपने, देखों शिवा मुझे बहुत डर लग रहा है
नीलो डरो मत मेरी जान ,कब तक अपनी चुत में मेरे नाम की उंगली करती रहोगी , ये देखो आज से तुम्हारा नया खिलोना ,यह कहकर शिवाने उसे अपना लंड दिखाया
नीलो मेरी जान तुम इसे प्यार करो ,यह तुमको मलाई पिलायेगा ,तुम्हारी इस लालपरी और पीछे की सोनपरी को अपने ऊपर लेकर लम्बे लम्बे झूले खिलाऊंगा, हर साल तूमको एक नया राजकुमार या राजकुमारी तोहफे में देगा ,
अगर मुझे पाना है ,मेरी बेग़म बनना है तो मुझे ख़ुश रखना होगा
नीलो शिवा की बाते सुनकर ढंग थी ,जो कभी मुहसे एक लफ्ज नही निकलता था वो शिवा आज क्या क्या बात कर रहा है,शिवा को पता कैसे चला कि में उसके नाम से अपनी चुत में उंगली करती हूं, उसे कैसा पता में उससे प्यार करती हूं ,उसके साथ जिंदगी बिताना चाहती हु ,उसके बच्चों की माँ बनना चाहती हु , लेकिन यह अंदर आया कैसे ,
शिवा ,नीलो अगर सोचती रहोगी तो फैसला कब करोगी ,
नीलो ने गर्दन नीचे कर ली ,उसके गाल शर्म से लाल हो गए थे ,
नीलो क्या बोलती शिवा को आवो और चोदो मुझे, वह तो पहले अपनी हालत ,सामने नंगा शिवा ,ऊपर से शिवा की बाते , नीलोफर एक पढ़ी लिखी ,बहुत ही खूबसूरत 22 साल की लडक़ी थी, गोरा बदन ,सुंदर चेहरा ,काले बाल, 36 30 38 की उसकी फिगर ,किसी को भी दीवाना कर देती थी ,उसके पीछे कितने ही लड़के पागल थे पर वो तो बचपन से शिवा की दीवानी थी ,
शिवा बोला, नीलो मेरी एक बात याद रखना ,जैसा तुम मुझसे प्यार करती हो ,वैसाही प्यार या शायद उससे ज्यादा करने वाले कुछ और हे मेरी जिंदगी में ,और में भी उनसे बहुत प्यार करता हु ,वो भी जिंदगी भर मेरे साथ ही रहनेवाले है, में तुमको कभी धोका नही दूँगा ,अगर सिर्फ अपनी जिस्म की प्यास ही बुझानी है तो भी में तैयार हूं, सोचना तुम्हें है ,
मेरे साथ जिंदगी गुजारनी है ,तो कभी भी तुम मेरी जिंदगी में आंने वाली औरतोसे प्यार से रहना होगा ,अगर तुम्हें सब मंजूर नही हो तो , तुम किसी दूसरे के साथ अपनी जिंदगी गुजार सकती हो
शिवा की बातों से नीलो की आँखों मे आँसू थे ,लेकिन वो गुस्सा भी थी ,उसने शिवा की गर्दन ही पकड़ ली
साले मुझे पूरी नंगी देख लिया ,तेरा लन्ड भी मुझे दिखा दिया और बोलता है कि दूसरे के साथ जिंदगी गुजारु , तेरा लन्ड ही काट के तेरी गांण्ड में घुसा दूंगी अगर मुझे छोड़ने की बात की तो ,मुझे पता है सनम तुझसे कितना प्यार करती है ,लेकिन एक बात याद रख ,तू किसे भी चोद पर जो सनम और मुझे पसन्द होगी वही हम तीनों के साथ रहेगी ,
इतना बोलकर वो शिवा की गोद मे किसी बन्दर की तरह चढ़ कर ,उसको किसी जंगली बिल्ली की तरह नोचने लगी ,वो उसके ओठ को मानो जन्मों से प्यासी ऐसी चूस रही थी,अपनी कड़क चुचिया शिवा की मजबूत छाती से घिस रही थी ,अपनी चुत को शिवा के लंड पर अपनी पैंटी के ऊपर से ही घिस कर रगड़ रही थी ,शिवा भी उसका साथ दे रहा था ,थोड़ी ही देर में वो शिवा को पकड़ के बुरी तरह झड गई ,कुछ देर वो शिवा को पकड़ के उसकी गोद मे लटकी रही फिर ,शिवा के गोद से उतर कर वैसे ही अपने फोन के पास गई और किसीका नंबर घुमाकर सामने वाले ने फोन उठाने के बाद बोली ,
सनम आपी ,में मेरी सहेली गुल के घर जा रही हु ,उसका एक पाव फ्रैक्चर हो गया है ,और उसके घर पे कोई भी नही है, में उसके अम्मी अब्बू आने तक रुकने वाली हु ,वो 2 दिन में ही आने वाले है,आपको अगर लगे तो शिवा को भेजकर सब पूछताछ कर लेना कि में सच बोल रही हु या झूठ ,
नीलो ने फोन रख दिया ,
शिवा की तरफ देखकर नीलो बोली ,शिवा सब तुम पर है अब ,मेरी लालपरी और सोनपरी को तुम कितना घायल करोगे अपने घोड़े से ,जितनी जल्दी में ठीक हो जाऊंगी तब ही गुल के घर से वापिस आ सकूंगी ना, अब इस घरमे कोई और आ नही पाए इसकी जिम्मेदारी अब तुम्हारी ,जितने झूले तुमको मुझे झुलाने है इसी घर मे झूला लो ,आज से यह नीलो तुम को अपना सबकुछ सौपने को तैयार है ।