Incest किस्मत

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रेनुका को उसके मायके छोड़ कर मै ऑफिस निकल गया । टाइम 3:30 हो रहा था मुझे 4 बजे तक ऑफिस पोहोचना था । मै थोड़ा तेज ड्राइव करने लगा । 4 बजे मै ऑफिस पोहोचा और सीधा मीटिंग रूम में चला गया ।

विश्वास – गुड आफ्टरनून एवरीबॉडी प्लीज अप सब बैठ सकते है । आज मैने अप सबको यहां इस लिए बुलाया है । ताकि मै कुछ जरूरी फैसले ले सकूं । मेरे पिताजी ने ये कंपनी कुछ सोच समझ कर ही मुझे दी है । ताकि मै इस कंपनी को अपने तरीके से चला सकूं । पुराने तौर तरीके , पुराने फैसले , पुराने दोस्त , पुराने दुश्मन , पुरानी डील्स सब मेरे लिए जीरो के बराबर है मुझे जमा तो मै रखूंगा नही तो निकाल दूंगा । अप सब की भी रिपोर्ट मेरे पास है । जो कोई भी इस कंपनी में काम करना चाहता है उसके पास 1 मंथ है अपना काम सुधार लो नही तो खुद रिजाइन करदो मैने निकाला तो कहीं काम नही मिलेगा । कुछ लोग जो सिर्फ अपना सोचते है उनकी वजह से कंपनी को और कंपनी की इमेज को बोहोत नुकसान हो रहा । मै आज किसी का नाम नही लूंगा लेकिन समझदार को इशारा काफी है । एक और बात पिताजी के जाने के बाद सीईओ की पोस्ट भी खाली है । तो मैने फैसला किया है । इस पोस्ट के लिए

मै बोल ही रहा था के विशाल खड़ा हो गया ।

विश्वास – अप क्यों खड़े हो गए विशाल प्लीज बैठ जाओ ।

विशाल – सीईओ तो मुझे ही बनना है ना ।

विश्वास – किसने कहा एसा तुमसे ।

विशाल – ताऊजी भी यही चाहते थे और ताइजी ने भी यही फैसला किया था ।

विश्वास – पिताजी अब रहे नही और कामिनी का मेरे बिजनेस में बोलने का कोई हक नही यहां के सारे फैसले मै लेता हूं । अब अप बैठ जाओ सीईओ को ज्यादा देर वेट नही करा सकता मै ।

विश्वास – तो अप सब की नई सीईओ है मिस मालिनी जी ।

मालिनी का तालियों से स्वागत हुआ बस 2 लोग मेरे डिसीजन से खुश नही थे ।

विश्वास – विशाल तुम आज से नॉर्थ बेल्ट के सभी स्टोर और फैक्ट्री के हेड हो तुम्हे टूर करने होंगे हर स्टोर और फैक्ट्री के और मिस मालिनी को रिपोर्ट करनी होगी । अब अप लोग सब जा सकते हो ।

सबके जाने के बाद ।

विशाल – तुमने ये ठीक नही किया । मुझे तुम्हारी कार का नंबर पता है और रोड पर तो आए दिन एक्सीडेंट होते ही रहते है ।

ये बोल के वो निकल गया । विशाल ऑफिस में नही रुका वो सीधा कहीं निकल गया । मै अपने ऑफिस में गया और कमरे में जो भी रिकॉर्डिंग हुई थी वो सब एक पेनड्राइव में डाल ली । फिर दिव्या मेरे ऑफिस में आई ।

दिव्या – अब क्या करना है सर ।

विश्वास – विशाल के फार्म हाउस पर जाओ तुम्हारे पीछे पीछे मै भी आ रहा हूं । विशाल को कॉल करो और बोलो जैसे मै कहता हूं ।

दिव्या – ओके सर

दिव्या विशाल को कॉल करती है ।

दिव्या – हेलो विशाल सर आई एम सो सॉरी आज जो भी हुआ ये नही होना चाहिए था विश्वास सर ने आपके साथ ये अच्छा नही किया । सीईओ की पोस्ट तो आपको ही मिलनी चाहिए थी । मै तो आपके साथ ही हूं । मैने तो सोचा था आज अप सीईओ बनोगे फेर हम आपके फार्महाउस पर पार्टी करेंगे ।

विशाल – अरे तो क्या हुआ रंडी जो मै सीईओ नही बना राज तो अब भी मेरा ही होगा वहां उस लंगड़े से कहां ये बिजनेस संभाला जाएगा । एक काम कर अभी आजा फॉर्महाउस में अभी तेरी सारी गर्मी निकाल देता हूं ।

दिव्या – मै आ रही हूं सर । 4:30 बजे मै और दिव्या फॉर्महाउस की ओर निकल गए । रास्ते में मैने राणा अंकल को कॉल की ।

राणा – हां बेटा कैसे याद किया ।

विश्वास – अंकल आपको वो चाचा जी वाले फॉर्महाउस के बारे में पता है अप वहां पोहोचो किसी जानवर को ठोक पीट के इंसान बनाना है । और घर से चाची जी से फॉर्महाउस के पेपर भी ले आना ।

राणा – ठीक है बेटा । वैसे कोई बड़ी बात तो नही है ना खुदको कहीं फसा ना लेना ।

विश्वास – जभी तो अपने सेवियर को बुला रहा हूं । आप बस आजाओ ।

राणा – ठीक है मै आता हूं । मेरे आने तक तुम डेंजर एरिया में नही जाओगे ।

विश्वास – ठीक है ।

वहीं रेनुका के घर

डिंपल – कैसी है बहन । ये सब निशान कैसे । क्या विशाल ने तुम पर हाथ उठाया ।

रेनुका – दीदी मै ये सब भूलना चाहती हूं इसीलिए यहां आई हूं ।

डिंपल – तुझे यहां कोन छोड़ कर गया विशाल ।

रेनुका – उन्हे क्या फरक पड़ता है मै जीयूं या मारू वो तो मुझे देवर के रूप में एक दोस्त मिला है जिसने मुझे आज आत्महत्या करने से बचाया है ।

डिंपल – पागल हो गई है क्या आत्महत्या किसी भी चीज का हल नही है । कुछ मत सोच सब ठीक हो जाएगा । मुझे देख , ना मै जी पा रहीं हूं ना मर पा रहीं हूं तब भी हूं ना तेरे सामने । मेरी कोई गलती ना होते हुए भी तेरे जीजा मुझे यहां छोड़ गए वार्निंग देके गए है 1 मंथ में मै ठीक नही हुई तो मुझे तलाक देदेंगे और दूसरी शादी कर लेंगे । फिर उस औरत की भी जिंदगी बरबाद और मेरी भी । अच्छा सुन ये किसकी रिपोर्ट्स है बाहर पड़ी थी किसी विश्वास का नाम लिखा है । तू बाहर टेबल पर इसे छोड़ आई थी तो मै देने आई ।

रेनुका – ये मेरे देवर की रिपोर्ट है । जो मुझे छोड़ने आया था । 5 साल की उमर से व्हीलचेयर पर है । अभी 16 दिन पहले ही अमेरिका से आया है । मेरे बड़े ससुर का बड़ा बेटा है । बोहोत ही अच्छा इंसान है शादी बाद से मुझे इसके आने के बाद पता लगा के मै भी किसी के लिए कुछ मायने रखती हूं । किसी को मेरी परवाह है । रिपोर्ट में क्या देख रही हो दीदी ।

डिंपल – बहन 100% स्पर्म काउंट 100% किसी को भी मां बना सकता है एक ही मंथ साइकिल में ।

रेनुका – हां दीदी डॉक्टर का तो यही कहना है । पर अप क्यों इतना खुश हो रहे हो ।

डिंपल – शायद ये मेरे लिए ही यहां आया है । मुझे नही लगता मेरे पास और कोई ऑप्शन है । तू इसे मेरे लिया मना ना मेरे पास बस अब 2 हफ्ते है । मैने सब ट्राई करके देख लिया है । प्लीज मेरी हेल्प करदे मै जिंदगी भर तेरी गुलामी करूंगी ।

रेनुका – कैसी बाते करती हो दीदी । इसमें गुलाम बनने वाली क्या बात है अप बड़ी बहन हो मेरी । मै भी आपकी हेल्प करना चाहती हूं । पर विश्वास को केसे मनाऊं । लाइफ में पहली बार तो उसने आज मस्टरबेशन किया है । ये टेस्ट के लिए । उसको सेक्स की थोड़ी सी भी जानकारी नही है । मुझे नही पता वो कर पाएगा भी या नही । उसके साथ एक प्रोब्लम और है ।

डिंपल – क्या प्रोब्लम

रेनुका – अब उसे हर 8 घंटे में मस्टरबेशन या सेक्स करने की जरूरत ।

डिंपल – तो इसमें दिक्कत क्या है मै हूं ना सब संभाल लूंगी । देख ये मेरे लिए भी आसान नही है । लेकिन ये मेरे लिए बोहोत जरूरी है । तू बस उसे मनाले ।

रेनुका – ठीक है मै कोशिश करती हूं लेकिन अप भी कोशिश करो उसको अपनी ओर अट्रैक्ट करने की आज शाम को वो यहां आएगा ।

डिंपल – ठीक है ।

उधर दिव्या फॉर्महाउस में चली गई थी । अंदर जाते ही विशाल ने दिव्या को दबोच लिया दिव्या छुटने की कोशिश कर रही थी । इतने में राणा अंकल भी आ गए । मैने राणा अंकल को अंदर भेज दिया थोड़ी देर बाद दिव्या बाहर आई । अंदर से जोर जोर के चीखने की आवाज आने लगी । धीरे धीरे वो आवाजे बड़ने लगी 1 घंटे की खूब जोरदार ठुकाई के बाद मेने राणा अंकल से कहा विशाल को उसके घर फेक आओ और मैने उनसे फॉर्महाउस के पेपर ले लिए । मै दिव्या को उसके घर छोड़ने चला गया ।

विश्वास – आई एम सॉरी दिव्या मुझे आने में लेट हो गया ।

दिव्या – थैंक्यू विश्वास अप आए तो सही । मेरी इज्जत बचाने के लिए मै जिंदगी भर आपकी एहसानमंद रहूंगी ।

विश्वास – तुम कल की छुट्टी लो आराम करो । डरने की जरूरत नही है मै हूं तुम्हारे साथ हमेशा ।

फिर मैने दिव्या को उसके घर छोड़ा । और रेनुका को कॉल किया ।

विश्वास – हेलो रेनुका । कैसी हो अप अब । तबियत कैसी है ।

रेनुका – अब ठीक हूं बताओ कैसे फोन किया ।

विश्वास – जल्दी फ्री हो गया हूं । तुम्हारे पास ही आ रहा हूं । त्यार हो जाओ ज्यादा देर घर नही रुकूंगा हम बाहर चलेंगे घूमने । एक गिफ्ट भी है तुम्हारे लिए ।

फिर मै रेनुका घर पोहोच गया । वहां मेरा अच्छे से स्वागत हुआ । रेनुका की मां जी ने मेरा टीका किया और मुझे शगुन दिया । मेरी नजर एक बोहोत ही खूबसूरत औरत पर पड़ी पहले तो मै उसे देखता ही रह गया ।

रेनुका – विश्वास ये मेरी मां है और ये मेरी बड़ी बहन है । मां की तबियत खराब थी तो 1 मंथ के लिए वो यहां आ गई ।

अपनी मां के सामने वो सच नही बोलना चाहती थी । उनको कैंसर था तो वो बोहोत कमजोर हो गई थी । फिर मैने वहां चाय नाश्ता किया । फिर रेनुका मुझे अपने कमरे में लेके चली गई ।

विश्वास – आज मैने ठोक पीट के उस जानवर को इंसान बना दिया है । 1 महीने तक अब वो बेड से नही उठेगा और कभी भी तुमको हाथ नही लगाएगा । अच्छा ये लो ये मेरे चाचा जी के फॉर्महाउस के पेपर आज से ये तुम्हारे नाम है ।

रेनुका – नही मै ये नही ले सकती हूं ।

विश्वास – ले सकती हो इसपर सिर्फ तुम्हारा हक है । इतना कुछ सहा है तुमने । चाचीजी ने खुद अपनी खुशी से ये तुम्हे दिया है और तुमसे माफी भी मांगी है ।

रेनुका – उन बेचारी की क्या गलती जो वो माफी मांगेगी उनकी हालत तो और खराब है वहां । चलो छोड़ो मुझे तुमसे एक बोहोत जरूरी बात करनी है । वादा करो मुझसे नाराज़ नही होगे और मेरी बात मानोगे ।

विश्वास – मै वादा करता हूं ।

रेणुका – जिनसे तुम बाहर मिले वो मेरी बड़ी बहन है । उसके पति ने उसे यहां छोड़ दिया है क्योंकि वो बच्चा नही पैदा कर सकती । सच तो ये है उस आदमी में ही बाप बनने की ताकत नही है पर समाज ये कहां मानता और एक मर्द भी ये नही मन सकता के दिक्कत उसमे है दिक्कत हमेशा औरत में होती है । मेरी बहन के पास अब 14 दिन बचे है अगर उसको बच्चा नही हुआ तो उसका पति उसे छोड़ देगा और दूसरी शादी कर लेगा । एक साथ दो जिंदगी बरबाद होने से बस तुम बचा सकते हो उसे मां बना दो मै तुम्हारी एहसान मंद रहूंगी ।

विश्वास – ये क्या बोल रही हो अप इसमें एहसान केसा और मै ये कैसे कर सकता हूं । अप तो जानती हो ना मेरी कंडीशन ।

रेनुका – तुम बस हां बोलदो बाकी सब डिंपल संभाल लेगी और मैने तुम्हारी 8 घंटे वाली प्रोब्लम भी बता दी है उसे उससे भी कोई प्रोब्लम नही है । तुम बस एंजॉय करो ।

रेनुका के बार बार कहने पर मेरा भी मन होने लगा की ट्राई करके देखा जाए मुझे नही पता ये सब कैसे होगा इसका असर क्या होगा बस दिल कर रहा था की रिस्क लेलू ।

विश्वास – पर ये सब यहां इस घर में तो नही हो सकता है ।

रेनुका – इसका भी सॉल्यूशन है । ये फॉर्महाउस । तुम दोनो 14 दिन के लिए वहां शिफ्ट हो जाओ । वैसे भी घर पर किसी को क्या फर्क पड़ता है तुम आओ या ना आओ ।

विश्वास – बात तो ठीक है । मुझे डर लग रहा है आज से पहले मै कभी भी किसी औरत के टच में नही आया हूं ।

रेनुका – तुम चिंता ना करो अभी हम बाहर जाएंगे तो डिंपल दीदी को भी ले चलेंगे तुम उनके साथ कंफर्टेबल हो जाओ फिर मुझे घर छोड़ देना और तुम और दीदी फार्म हाउस चले जाना । मै मिलने अति रहूंगी ।

विश्वास – ठीक है ।

फिर हम तीनो मॉल के लिए निकल गए हमने डिसाइड किया की हम पहले शॉपिंग करेंगे फिर फिल्म देखेंगे फेर हम डिनर करेंगे । डिंपल मेरे बाजू वाली सीट पर बैठ गई और रेनुका पीछे बैठ गई । उस टाइम 6 बज रहे थे ।

डिंपल – हेलो विश्वास जी मै डिंपल रेनुका की बड़ी बहन ।

मैने हाथ मिला कर हेलो किया । उनकी खुशबू मुझे मोहित कर रही थी । फिर रास्ते में कोई बात नही हुई । फिर हम माल पोहोच गए ।

मै उतर कर मॉल में चला गया ।

रेनुका – दीदी मैने बात करली है । वो त्यार भी है पर इसको थोड़ा खोलना होगा । अपनी तरफ आकर्षित करना होगा । उसका पहली बार है तो वो डर रहा है । उससे बात करो उसे कंफर्टेबल करो ।

डिंपल – बस इससे आगे मै संभाल लूंगी तुम चाहो तो जा सकती हो ।

फेर रेनुका वापिस घर चली गई और डिंपल मॉल में आगयी ।

विश्वास – अरे रेनुका कहां गई ।

डिंपल – क्यों तुम मेरे साथ नही घूम सकते क्या मां का कॉल आगया था तो रेनुका को वापिस जाना पड़ा । वैसे मेरे साथ टाइम बिताने का तुमको कोई अफसोस नही होगा । मै चाहती हूं हम एक दूसरे को एक मोका दें । बाकी रेनुका ने तुम्हे मेरी मजबूरी बताई ही होगी । मेरे लिए भी ये सब आसान नही है लेकिन और कोई ऑप्शन भी नही है ।

विश्वास – ठीक है चलिए बताइए क्या करना है ।

डिंपल – चलो शॉपिंग चलते है । तुम्हे किस तरह की औरते लड़कियां पसंद है ।

विश्वास – जो मुझे कंफर्ट फील कराए । मुझे बोझ ना समझे अपाहिज सोच के मुजपर तरस ना खाए । और मुझे प्यार दे । जिससे मै हर समय बात कर सकूं जो बिन बोले समझ जाए की मै क्या चाहता हूं । मेरी केयर करे । मुझपर ट्रस्ट करे और मेरे जीवन में मेरे डिसीजन में इंटरफेयर ना करे मुझे सलाह दे पर जो मै करूं उसमे मेरा साथ दे । और आपको कैसे लड़के पसंद है ।

डिंपल – मेरी पसंद और नापसंद तो कब की मार चुकी है । मां ने अपना पीछा छुड़ाने के लिए एक ऐसे परिवार में भेज दिया जिनकी सोच पिछड़ी है । दोष उनके बेटे में है भुगत मै रही हूं ।

विश्वास – देखिए अप ऐसा मत बोलिए अगर अप ये नही करना चाहती हो तो मत कीजिए ।

डिंपल – नही मुझे ये करना ही है । मैने सुना है डिंपल से अप अच्छे इंसान हो अपने उसका कितना ख्याल रखा है । प्लीज मेरी भी मदद करदो ।

विश्वास – अप चिंता ना करो मै कोशिश करूंगा । चलो अब जल्दी से शॉपिंग कार्लो फेर हम 10 बजे से पहले घर भी पोहोचना है ।

डिंपल – डॉन्टवरी मै सब जानती हूं । मै खुश हूं तुम ट्राई करने को त्यार हो । ये 14 दिन मुझे अपना ही समझो ।

विश्वास – 14 दिन बाद ?

डिंपल – तब तुम्हारी मर्जी तुम रिलेशन रखना चाहते हो या नही ।

विश्वास – मै एक बार जो रिलेशनशिप बना लेता हूं उसे कभी नही छोड़ता ।

फिर हम शॉप पर गए ।

सेल्स गर्ल – येस सर येस मैम हाऊ कैन आई हेल्प यू । ये मेरा ही स्टोर था मॉल में ।

विश्वास – मैम को जो भी पसंद आए इनको दिखाओ ट्राई करवाओ बिल इनको मत देना सब मेरी तरफ से गिफ्ट है । फिर डिंपल उस सेल्स गर्ल के साथ चली जाती है ।

सेल्स गर्ल – यू आर वेरी लकी मैम आपको इतने अच्छे हसबैंड मिले ।

डिंपल – आई एम थैंक यू ।

सेल्स गर्ल – बताइए मैम क्या दिखाऊं आपको इंडियन , वेस्टर्न , शॉर्ट ड्रेस लॉन्ग गाउन । जींस टॉप । बिकिनी । न्यू स्टाइल ब्रा पेंटी ।

डिंपल – सब चीज 4 जोड़ी पैक करदो और एक सारी मै यहां से पहन के जाऊंगी ।

सेल्स गर्ल – इनर गारमेंट्स किस कलर के मैम । और आपका साइज ।

डिंपल – ब्लैक , पर्पल , रेड और पिंक । फ्लोरल प्रिंट हो सके तो । साइज 34D कपड़ो का मीडियम और पेंटी का मीडियम और 36 ।

सेल्स गर्ल – हो जाएगा मैम । अप इंतजार कीजिए मै पैक करवाती हूं । इतने अप ट्रायल रूम में जाके सारी चेंज कर लीजिए । थोड़ी देर बाद डिंपल एक काली सारी में आई एक दम अप्सरा लग रही थी ।

विश्वास – बोहोत ही खूबसूरत लग रही हो ।

डिंपल – थैंक यू

थोड़ी देर बाद सेल्स गर्ल बोहोत सारा सामान पैक करवा के ले आई ।

सेल्स गर्ल – मै ये सामान आपकी कार में रखवा देती हूं अप पेमेंट काउंटर पर पेमेंट कर दीजिए । बिल कुछ 50000 का आया था । मैने वो पे किया और हम मूवी देखने चले गए ये एक इंग्लिश रोमेंटिक मूवी थी इसमें काफी सारे किस सीन और काफी इंटीमेट सीन थे । मै व्हीलचेयर से उतर कर हमारी बुक की हुई सीट पर बैठ गया । डिंपल भी मेरे साथ मेरे बराबर में बैठ गई । फिल्म शुरू हुई तो कुछ देर तो हम दोनो फिल्म ही देखते रहे । फिर मैने पहल करने की कोशिश की ओर अपना हाथ ले जाके उसके हाथ पर रख दिया थोड़ी देर कोई हरकत नहीं की फिर डिंपल ने मेरा हाथ पकड़ लिया । फिर अचानक उसने मेरा हाथ पकड़ा और चूम लिया । अपने गले पर मेरी उंगली फेर रही थी मुजमे में एक अलग सा करेंट दौड़ रहा था । वो मेरे कान के पास आई और मेरे कान में बोली ।

डिंपल – डरो मत बस जो मै फील करा रही हूं उसे आंख बंद करके फील करो हमें यहां कोई नही जानता और यहां अंधेरा भी है ।

फिर मैने अपनी आखें बंद करदी और डिंपल मेरी उंगली कभी कान के पीछे तो कभी अपनी गर्दन पर तो कभी अपनी चिकनी कमर और पेट पर फिरती । दिमाग में अपने अप ये थॉट आया की काश उंगली की जगह मेरी जीभ होती । फिर उसने मेरे हाथ किसी गोल चीज पर रख दिए जो बोहोत ही सॉफ्ट थे कुछ देर मेरा हाथ ऐसे ही रहा फिर मैने धीरे धीरे अपना हाथ से वो मुलायम चीज दबानी चालू की मसलनि चालू की । थोड़ी देर में वो मुलायम चीज कठोर और टाइट हो गई ऊपर से मुलायम अंदर से टाइट । अब मेरी पेंट में हलचल होनी शुरू हो गई थी । काफी देर तक मै वो चीज दबाता रहा फिर इंटरवल हो गया । लाइट खुल जाती है और मै अपना हाथ खींच लेता हूं ।

डिंपल – फिल्म बोर कर रही है घर चले खाना भी घर पर ही मंगा लेंगे ।

मैने हां में गर्दन हिलाई और डिंपल के साथ थिएटर से बाहर आगया हम कार की ओर जाने लगे मै इतना गर्म महसूस कर रहा था के ऐसा लग रहा था जैसे मुझे बुखार हो । फिर पार्किंग की ओर गए जो इस टाइम सुनसान थी हम कार में आके बैठ गए । मै कुछ बोल पाता या समझ पाता डिंपल ने मुझे अपनी ओर खींचा और मुझे चूम लिया पहले कुछ सेकंड मुझे समझ नहीं आए की ये क्या हो रहा है । कुछ ही सेकंड बाद मुझे मजा आने लगा और मै भी जैसा वो कर रही थी वैसा ही करने लगा जल्द ही हमारी जीभ एक दूसरे के मुंह में जाने लगी हमारे हाथ खुद ब खुद एक दूसरे के सर के पीछे पेशनेटली एक दूसरे को किस कर रहे थे । हमारी किस जब टूटी जब हमें सांस लेना मुश्किल हो गया । फिर मैने खाना ऑर्डर किया और फॉर्महाउस का एड्रेस दिया । खाना 30 मिनिट में पोहोचने वाला था । हम भी 30 मिनिट में आगये फॉर्महाउस में । 9:30 होने वाले थे । हम अंदर गए फ्रेश हुए और हमने डिसाइड किया । की हम डिनर सेक्स के बाद करेंगे । उस टाइम काफी भूख लगती है ऐसा डिंपल ने कहा । फ्रेश होके डिंपल कमरे में आई वो एक ब्लैक कलर के पतले से ट्रांसपेरेंट गाउन में आई । एसी चीज मैने कभी सपने में भी नही देखी और सोची थी । वो बला की खूबसूरत लग रही थी ।

डिंपल – ऐसे क्या देख रहे हो मुझे शर्म आ रही है ।

विश्वास – शर्म तो मुझे आ रही है । मन कर रहा के बस देखता रहूं ।

डिंपल – रिलेक्स मेरे बुद्धू बालम डरने की ओर घबराने की जरूरत नही है और मन को मारने की भी जरूरत नही है । जो मन आए वो करो धीरे धीरे तुम सब सीख जाओगे की तुम्हारा पार्टनर को केसे मजा आएगा । बस जो भी करो औरत को मैनली हैंडल करो उसे प्यार वाला दर्द दो दर्द वाला प्यार नही । चलो शुरू हो जाओ अभी तक जो सीखा है ।

फिर मै उसके गालों से पकड़ कर लिप्स किस करने लगा । मै बोहोत ही आराम आराम से डिंपल के होंठ चूस रहा था । फिर हमारी सांस उखड़ने लगी हमने किस तोड़दी हमें किसी चीज की कोई जल्दी नही थी । ऐसे ही किस करते हुए हमें 10 मिनिट हो गए थे । फिर मैने जीभ से डिंपल के गले को चूमा और धीरे धीरे आगे बड़ने लगा । डिंपल ब्रा और पेंटी में मेरी गोद में बैठी हुई थी मै उसको खुद से लगा के उसका गला और कंधे के पास का एरिया चूम रहा था ।

डिंपल – यहां (नेक) पर हल्का हल्का दांतो से काटो चुमो औरतों को ये मीठा मीठा दर्द अच्छा लगता है । इसे लव बाइट कहते है ।

फिर मै वैसा ही करने लगा ।

डिंपल – अब मेरी ब्रा खोलो । ध्यान मेरी नेक पर और हाथ ब्रा पर ।

मैने बोहोत कोशिश की मुझसे ब्रा नही खुली ।

डिंपल – कोई नही मेरे बुद्धू बालम सिख जाओगे जैसे जैसे तुम ब्रा का हुक जल्द से जल्द एक झटके में खोलना सिख जाओगे बिना ध्यान भटकाए उस दिन तक तुम सिख जाओगे के केसे एक औरत को खुश करते है ।

फिर डिंपल ने हाथ पीछे ले जाके अपनी ब्रा खोली । इससे सुंदर चीज मैने अपनी लाइव में नही देखी थी । एक दम परफेक्ट ओवल शेप एक दम सर उठाए हुए बूब्स और ऊपर से मटर के दाने जितने पिंक निप्पल ।

डिंपल – ऐसे क्या देख रहे हो इन्हे हर किसी को छुने का मोका नही मिलता औरत अपने मंद पसंद के मर्द को ही इन्हे छुने देती है । या फिर अपने नवजात बच्चों को । सबसे सेंसिटिव पार्ट होता है ये औरत का । इन्हे प्यार से हैंडल करते है । वैसे नही जैसे तुम थिएटर में कर रहे थे । चलो अब प्यार से इन्हे नीचे से ऊपर आते हुए प्रेस करो । निप्पल को हाथ से आराम आराम से पिंच करो । प्यार करने को सारी जिंदगी है तो सबकुछ सिर्फ 5 मिनिट में ही क्यों खतम करके सो जाए ।

मै वैसे ही कर रहा था मै किसी छोटे बच्चे की तरह डिंपल की बात सुन और समझ रहा था । आज जो मै समझ पा रहा था वो मेने ना कभी सुना ना कभी देखा । इससे एक बात तो समझ अति है की सेक्स में औरत को खुश रखना कितना ज़रूरी है अगर औरत बिस्तर पर खुश तो मर्द भी खुश है । फिर मैने डिंपल के कहे अनुसार उसके बूब्स प्रेस करे । कुछ देर ऐसे ही बूब्स के साथ खेलने के बाद डिंपल लेट जाती है ।

डिंपल – आओ और मेरी छाती से लिपट जाओ । मेरे बूब्स को ऐसे चूसो जैसे एक छोटा बच्चा बूब्स चूसता है जैसे इनमे से कोई रस निकल रहा हो । निप्पल को हल्का सा दांत से काटो इससे औरत के अंदर भी सेक्स करने के लिए बेताबी जागती है ।

धीरे धीरे मै डिंपल के बूब्स चूस रहा था । बिकुल वैसे ही जैसे डिंपल ने बताया था । फिर डिंपल ने मेरा मुंह अपने पेट की ओर बड़ा दिया । फेर मै उसे भी अपनी जीभ से लिक करने लगा । फिर मै अपनी जीभ डिंपल की पेंटी के पास ले गया । और पेंटी के पास सूंघने लगा । पेंटी सूंघते ही ऐसा लगा जैसे शरीर में एक ऊर्जा सी दौड़ गई ।

डिंपल – सुंघना ही है तो पेंटी उतार के सूंघो । चूत के लिप्स को अच्छे से लिक करो और थोड़ी देर चूत को अंदर से चाटो और एक हाथ से मेरे बूब्स सहलाओ ।

जैसे ही मैने चूत पर जीभ फिराई । मेरे कानो में ऐसी सिसकारी पड़ी के मै और उत्तेजित हो गया ।

डिंपल – सी.... आह... आह..... करते रहो मजा आ रहा है ।

उसकी आवाजें मुझे पागल बना रही थी ।

विश्वास – मेरे लिंग में पेन हो रहा है ।

डिंपल – चलो तुम कुछ बोले तो जबसे बस फॉलो किए जा रहे हो पहले क्यों नही बताया । लाओ अभी ठीक कर देती हूं ।

फिर हम 69 की पोजीशन पर लेट गए । मै नीचे और वो मेरे ऊपर उसकी चूत मेरे मुंह के पास थी और उसका मुंह मेरे लिंग की ओर । उसने मेरे लिंग को अपने मुंह में लिया और आइसक्रीम की तरह चूसने लगी । मै सातवे आसमान में था । जैसे जैसे वो मेरे लिंग को चूस रही थी । मेरा दर्द कम हो रहा था । इसे ही मै डिंपल की चूत चूस रहा था । 5 मिनिट ऐसे ही चूसने के बाद । वो पलट गई और मेरी जांघों पर बैठ गई ।

डिंपल – अरे वाह तुम्हारा तो बोहोत बड़ा और मोटा है । एक सलाह मानलो बिना लंड गीला किए किसी की चूत में ना डालना । वैसे तो कोई भी खुदको नही रोक पाएगी इसे मुंह में लिए बगैर पर फिर भी कोई मना करे तो ऑयल या क्रीम लगा कर ही करना । चलो अब मै तुम्हारे लंड को अपनी चूत पर सेट कर रही हूं । जब मै कहूं तो अपनी कमर से ऊपर की ओर धक्का लगाना और मै कितना भी झटपटाऊ तुम हल्के हल्के धक्के लगाते रहना और धीरे धीरे लंड पूरा उतार देना मेरी चूत में ।

फिर वो मेरे लिंग पर बैठ गई और मुझसे लिपट गई । मैने अपनी कमर उठा के एक धक्का लगाया जोश जोश में धक्का बोहोत जोर से लग गया मुझे ऐसा लग रहा था जैसे मेने अपना लिंग एक गरम भट्टी में घुसा दिया हो । मेरा आधा लिंग अंदर जा चुका था । डिंपल के चेहरे पर मै दर्द महसूस कर सकता था । उसकी दर्द भरी चीख सुनकर मुझे लगा मेने जैसे कोई पाप किया है ।

विश्वास – मै रुक जाऊं ।

डिंपल ने आंसू भरी आंखों से ना में गर्दन हिलाई और मेरे होटों को चूमने लगी । मै कुछ देर वैसे ही रहा उसके बूब्स सहला रहा था । जैसे ही डिंपल की कमर थोड़ी मूव होनी शुरू हुई । मैने एक और धक्का लगाया इस बार डिंपल को कम दर्द हुआ । हर धक्के के साथ मेरा लिंग और अंदर तक जाता रहा ऐसा लग रहा था जैसे हर धक्के के साथ डिंपल की चूत मेरे लिंग को खा रही है । मुझे महसूस हो रहा था के अंदर मेरा लिंग किसी चीज से टकरा रहा है । अबतक डिंपल पूरी तरह शांत हो गई थी । अब हम दोनो खूब एंजॉय कर रहे थे । उसकी सिसकारियों से वो कमरा गूंज उठा था । फेर वो मेरे लिंग पर बैठ गई । और मेरे लिंग पर उपर नीचे होने लगी हमारा ये खेल 30 मिनिट तक चला । वो भी थक के चूर हो गई थी और मै भी । लिंग पर राइड करते करते एक दम से डिंपल का शरीर अकड़ गया और झटके खाने लगा । डिंपल की चूत से कुछ गरम पदार्थ निकला । और वो मेरे ऊपर ढेर हो गई । मैने अपने धक्कों की स्पीड बड़ा दी । थोड़ी देर बाद मेरा भी पानी निकल गया और और मैने वो सारा पानी चूत की गहराइयों में छोड़ दिया और डिंपल मेरे ऊपर ही लेटी रही थोड़ी देर बाद मेरा लिंग भी नरम पड़ गया और जलती गुफा से बाहर आ गया । फिर कुछ देर हम ऐसे ही लेटे रहे फिर हमने एक छोटा सा किस किया और डिंपल साइड में लेट गई ।

डिंपल – केसा लगा मेरे बुद्धू बालम । मजा आया ।

विश्वास – तुम बताओ मजा आया के नही आया ।

डिंपल – अरे तुम हो असली मर्द एक एक अंग तोड़ के रख दिया जहां जितना जोर लगाना था वहां उतना ही जोर लगाया है । 5 साल में ये पहला सेक्स है जहां मुझे औरत होने का एहसास हुआ है । मुझे संतुष्टि मिली है । और एक बात याद रखना सेक्स करने के बाद औरत से मुंह फेर के मत लेट जाना जैसे वो सिर्फ इसीलिए हो । उसको चूमना बाते करना स्पेशल फील कराना । औरत सिर्फ बिस्तर पर चोदने की नही प्यार करने की चीज है ।

फिर हमने 1 राउंड और किया सेक्स करते करते हमे 3 घंटे हो चुके थे जिसमे से हमने सिर्फ 1 घंटा सेक्स किया और 2 घंटे एक दूसरे के शरीर को प्यार किया । फिर हमने खाना खाया और एक दूसरे की बाहों में नंगे ही सो गए ।
 

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