Incest मम्मी मेरी जान

Well-known member
2,893
6,190
143
उसे ये उम्मीद नहीं थी की उसका बेटा ऐसा कुछ करेंगा. आज पहली बार उसके पति के अलावा उसे किसी ने किस किया है. उसने अपने बेटे से कुछ कहना चाहा लेकिन इस से पहले की वो कुछ कहति, सतीश कॉर्नफ़्लेक्स का डिब्बा ले के वहां से जा चुका था
सानिया अपनी गांड पे अपने बेटे के लंड को मेहसुस करके मधहोशी में फिर से बर्तन ढ़ोने लगी.
सतीश कॉर्नफ़्लेक्स खा के बाहर निकल गया.
सानिया ने आज करीब १५ साल बाद किसी कड़क और दमदार लंड को मेहसुस किया है. उसके पति ने एक्सीडेंट के बाद से उसे चोदना ही छोड दिया है. उनका लंड खड़ा ही नहीं होता... तो वो चुदाई कैसे करते...
जब की सानिया बेहद कामुक औरत है. सेक्स की कमी उसे बड़ा परेशान करती है. उसकी चुत की गर्मी सालो से शांत नहीं हुई है. उसके शादीशुदा जीवन में प्यार और सेक्स कब का ख़तम हो चुका है.
लेकिन उसे ये बात चोंका रही है की जब उसके बेटे का कड़क लंड उसकी गांड में घूसा था तब मस्ती में उसकी चुत में खुजली होने लगी. उसके दिल में उस कड़क लंड को अपनी बरसो की प्यासी चुत में लेने की इच्छा होने लगी. उसके दिल में ये ख्याल आया की काश उसका बेटा अपना लंड उसकी गांड पे यूँ ही घिसता रहे. वो कभी उस से अलग न हो.ज्यादा देर नहीं तो कम से कम एक घंटे तक ही सहि.
सतीश ने हमेशा अपनी मम्मी को सेक्स की नज़र से देखा था. उसने कई बार अपनी मम्मी की यूज्ड ब्रा और पेन्टी को सूँघ और चाट के मुठ मारि है. लेकिन इस से ज़्यादा कुछ और नही.
ब्रा पे लगे टैग से ही उसे अपनी सेक्सी मम्मी की सेक्सी स्तन का साइज "३६डी" पता चला है.
मा की यूज्डपेन्टी से उनकी चुत की खुश्बु सूँघ कर सतीश मदहोश हो जाता है और उसका नौ इंच का लंड खड़ा हो के नाच्ने लगता है. जब भी वो अपनी मम्मी की पेन्टी की चुत वाली जगह को सूँघ के चाट के चूस के मुठ मारता है उसका इतना वीर्य निकलता है की जैसे वीर्य की बाढ़ आ गयी.
सतीश ने आज से पहले तक कभी अपनी मम्मी के सेक्सी चुत्तड़ को गलत नज़र से नहीं देखा था. लेकिन आज उसके दिमाग में कुछ और ही है. आज उसे अपनी मम्मी के सेक्सी चुत्तड़ के सिवाए कुछ और नज़र ही नहीं आ रहा है.
आज दिन ख़तम होने के बाद घर वापिस आते वक़्त उसे कुछ याद ही नहीं की आज दिन भर उसने क्या किया, उसका दिमाग पूरा खाली है उसे कुछ याद ही नहीं है, उसके दिमाग में अगर कुछ है तो वो है उसकी सेक्सी मम्मी के सेक्सी नरम गोल गोल गद्देदार चुतड़. जिस की याद उसके लंड को बैठने नहीं दे रही है. आज उसने अपनी मम्मी के सेक्सी चुत्तड़ को याद करके ३ बार मुठ भी मारि है लेकिन फिर भी उसका लंड बैठने का नाम नहीं ले रहा है.
रात को सोने से पहले एक बार फिर से उसने अपनी सेक्सी मम्मी के नाम की मुठ मारी. अगली सुबह जब वो सो के उठा तो उसने ये मेहसुस किया की उसका लंड एक लोहे की रॉड की तरहा खड़ा है.

सतीश बाथरूम में जा के फ्रेश हुआ और किचन की तरफ चल दिया. अपने रूम से बाहर आ के उसने देख की पड़ोस की सपना भाभी सोफ़े पे बैठि टीवी देख रही है. सपना की वजह से सतीश को किचन की तरफ जाने की हिम्मत नहीं हुई, वो सपना को जानता है... अगर सपना ने उसे अपनी मम्मी के सेक्सी चुत्तड़ पे अपने लंड को घुसते हुए देख लिया तो वो इस बात का ढिढोरा पूरे शहर में पीट देगी...?
ईसी डर से सतीश चुप चाप चेयर पे बैठ गया, उसकी पोजीशन इस वक़्त ऐसी थी की उसकी सेक्सी मम्मी ठीक उसके सामने अपने बेहद सेक्सी चुत्तड़ को हिलाते हुए बर्तन धो रही है.
जैसे जैसे सानिया बर्तन धोती उसके सेक्सी चुत्तड़ हिलने लगते.सानिया के हिलते चुत्तड़ को देख के मेरालंड मस्ती में उछलने लगा और वो अपनी मम्मी के सेक्सी मटकते चुत्तड़ की तरफ खीचता चला गया.
ओ उठा और अपनी मम्मी के बिलकुल पीछे जा के उस से चिपक के खड़ा हो गया और कॉर्नफ़्लेक्स का डिब्बा उतारनेलगा.
आज फिर वो अपनी मम्मी के सेक्सी चुत्तड़ के बीच में अपना लंड दाल के घीसने लगा.
सानिया अपने बेटे के खड़े लंड को अपनी गांड पे मेहसुस करके सिहर उठि.
सानिया : लगता है आज मेरे बेटे को कुछ ज़्यादा ही भूक लगी है.
सतीश : हाँ मम्मी आज मुझे भूक बहुत लगी है. लेकिन तुम्हे कैसे पता चला?
सानिया : वो तेरा चुहा उछाल कुद जो मचा रहा है. उसी से मुझे पता चला.
सतीश : मम्मी जिसे तुम चुहा कह रही हो वो चुहा नहीं शेर है.
सानिया : अरे जा जा, तीनइंच के चुहे से भी कोई डरता है क्या?
ये कह के सानिया हॅसने लगी.
ह है है है ह......
'तुम्हे किसने कहा की ये ३ इंच का है?
सानिया : इस में कहने की क्या बात है. जब तेरे डैड के पास जो चुहा है वो ३ इंच का है तो तेरा भी उतना ही होगा. क्यूँ मैंने ठीक कहा ना?
सतीश : क्या डैड के पास सिर्फ ३ इंच का चुहा है? (हालांकिसतीशपहलेसेजानताथा)
सानिया : हाँ और नहीं तो क्या?
सतीश : मगर मम्मीमेरातो......
सानिया : तेरा तो क्या?
सतीश : पर म, मेरा तो नौ इंच का है.
सतीश की बात सुन के सानिया चोंक गई और ज़ोर से चिल्लाइ क्या.......! और फ़ौरन घूम के अपने बेटे के पैंट में उभरे हुए लंड को देखने लगी. उसके मुह से चिल्लानेकी आवाज़ को सुन के सपना ने फ़ौरन आवाज़ लगयी.
सपणा : क्या हुआ?
सपणा की आवाज़ सुन के सतीशडर के मारे फ़ौरन बाहर आ गया.
सतीश : भाभी वो मम्मी कॉकरोच देख के डर गयी.
सतीश की बात सुन के सपना हंसने लगा.
सपणा : ये तेरी मम्मी भी न जाने क्यों कॉकरोच से डरती है.
सतीश फ़टाफ़ट नाश्ता करके बाहर चला गया.
सतीश : आज तो बेटा तू बाल बाल बच गया. अगर भाभी ने तुझे देख लिया होता तो क्या होता.
ईधर सानिया भी जल्दी से अपने ऑफिस निकल गयी. उस वक़्त वो थोड़ा डर गई थी. लेकिन उसके दिमाग में डर से ज़्यादा अपने बेटे का कड़क लंड घूसा हुआ था. आज दिन भर ऑफिस में वो अपने बेटे के नौ इंच के लंड के बारे में सोचने लगी.सानिया की चुत बेतहाशा वीर्यचुदने लगी..
दूसरे दिन सुबह सानिया ने ये महसुस किया की सतीश आज बहुत ही संभल के उसके ऊपर झुका और कॉर्नफ़्लेक्स का डिब्बा कपबोर्ड से निकाल के ले गया. अपने बेटे के कड़क लंड को अपनी गांड पे महसुस न करके सानिया को आज बहुत मायूसी हुई.
"ओ गोड़, सनिआ" तू ये क्या सोच रही है....! वो तेरा सगा बेटा है, तू उसके बारे में ऐसा कैसे सोच सकती है? ये कैसी सोच है तेरी? तुझे इस बात से बुरा लग रहा है की आज तेरे बेटे ने तेरे चुत्तड़ के बीच में अपना लंड दाल के घीसा नहीं? छि.....सानिया शर्म कर अपने सगेबेटे के बारे में कोई मम्मी ऐसा नहीं सोचती जैसा तू सोच रही है.सानिया को अपनी आँखों के सामने अपना नंगे चुत्तड़ पे अपने बेटे का नौ इंच का खड़ा लंड नज़र आने लगा.सानिया ने फ़ौरन उस सोच को अपने दिमाग से निकाला और घर से बाहर आकर के अपनी कार में बैठि और ऑफिस के लिये निकल गयी.
WOW NICE UPDATE AND PICS ALSO
 
Well-known member
2,893
6,190
143
ओफिस पहुँच कर सानिया ने खुद को काम में बिजी कर लिया.
अगली सुबह बड़ी ही सुहानी थी. मौसम बड़ा रोमांटिक हो रहा था. अलार्म की आवाज़ सुन के सतीश बेड से उठा और फ़ौरन बाथरूम में जा के नहाने लगा. आज उसका लंड कुछ ज़्यादा ही कड़क बना हुआ है. वो उसके अंदरवियर को फाड़ के बाहर आने की कोशिश कर रहा है.
आखिर कार मजबूर हो के सतीश ने अपना अंदरवियर उतार दिया, उस ने सोचा की अंदरवियर उसकी मम्मी के चुत्तड़ और उसके लंड के बीच में अड़चन पैदा करेंगा. आज वो अपनी मम्मी के सेक्सी चुत्तड़ को अच्छे से मेहसुस करना चाहता है.
अपनी मम्मी के सेक्सी चुत्तड़ को याद करके सतीश फ़ौरन अपने रूम से बाहर आ के किचन में चला गया. जैसे ही वो किचन में पहुंचा उसने देखा की उसकी मम्मी सिंक के पास बर्तन ढो रही है.
सतीश ने सपना की तरफ गौर से देखा वो रोज़ की तरहा यहाँ आ के टीवी देख रही है. वो इस बात से पूरी तरहा संतुस्ट होने के बाद की सपना उसे मम्मी के साथ किचन में नहीं देख सकती जब तक मम्मी उसे आवाज़ दे के ना बुलाए..

सतीश फ़ौरन किचन में गया और अपनी मम्मी के ठीक पीछे जा के खड़ा हो गया और मम्मी की तरफ आगे झुकने से पहले उसने अपनी मम्मी के चुत्तड़ के बीच में निशाना लगा के अपने नौ इंच के खड़े लंड को सीधा उसके सेक्सी चुत्तड़ के ठीक बीचो बीच में घूसा दिया. उस ने अपना पूरा वज़न आगे की तरफ किया जिस से उसका खड़ा लंड मम्मी के चुत्तड़ में और अंदर घूसने लगा. वो आगे पीछे होने लगा, बिलकुल चुदाई के पोज़ मे. सतीश के नौ इंच के लंड को अपने चुत्तड़ पे मेहसुस करके सानिया मस्ती में सिसकार उठि.
शशश आह..... मम...... ओह.....
ओ अपने बेटे के लंड के साइज और कड़कपन को मेहसुस करने लगी.
ओ कुछ कह नहीं पा रही थी बस मस्ती में खोयी हुई थी.
सतीश अपनी मम्मी के चुत्तड़ में अपना नौ इंच का लंड आगे पीछे करते हुए कॉर्न फ्लेक्स का डिब्बा सामने के कपबोर्ड से निकालने लगा.
सानिया मस्ती में इतना खोई हुई है की उसे कुछ होश ही नहीं है. वो चाह कर भी अपने बेटे को रोक नहीं पा रही है. वो तो बस मस्ती में आहें भर रही है आह... मम.... ओह..... उसकी चुत से बेतहाशा वीर्य बेह रहा है जो उसकी नायलॉन की छोटी सी पेन्टी को भिगोये जा रहा है.
फिर इस से पहले की वो झड पाती सतीश अपना लंड उसके चुत्तड़ के बीच में से निकाल के कपबोर्ड में से कॉर्न फ्लेक्स का डिब्बा ले के किचन से बाहर चला गया और टेबल पे बैठ के कॉर्न फ्लेक्स को कटोरि में निकालने लगा. सानिया ने फ़ौरन पीछे मुड के देखा, सतीश कटोरि में दूध दाल रहा है, सफ़ेद दूध को गोल गोल कटोरि नुमा कॉर्न फ्लेक्स में गिरते देख सानिया को ऐसा मेहसुस हुआ की उसके बेटे के लंड से दूधिया रंग की वीर्य की पिचकारी निकल के उसकी बरसो की प्यासी चुत में गिर रही है. इस नज़ारे को देख के सानिया मस्ती में झड़ने लगी. उसकी चुत से वीर्य का सैलाब बहने लगा. कुछ देर के बाद जब वो शांत हुई तो उस ने अपने बेटे से कहा.
सानिया : सतीश जो तुम चाह रहे थे वो तुम्हे मिला की नही......?
सतीश : मम्मी में उस तक आज पहुँच तो गया था पर वो मुझे मिला नही.
सानिया : फ़िक्र मत करो मुझे पूरा यकीन है की जो तुम चाह रहे हो, वो तुम्हे जलद ही मिल जायेगा. लेकिन उसके लिए तुम्हे थोड़ी मेहनत करनी पडेगी...
सानिया की बात सुन के सतीश चोंक गया. सानिया खुद भी अपनी कही हुई बात पे चोंक गयी.
उसे ये आईडिया नहीं है की उस ने ऐसा क्यों कहा?
सानिया की कही हुई बात ने सतीश को ये बता दिया की वो जो कर रहा है उस में सानिया की पूरी सहमति है. उसे ये यकीन नहीं हो रहा है की उसकी मम्मी उस की इस हरकत पे नराज़ होने के बजाये उसे रोकने के बजाये जान बूज के उसका साथ दे रही है.
WOW NICE UPDATE
 
Well-known member
2,893
6,190
143
सतीश उठा और मम्मी को बाई बोल के घर के बाहर चला गया.
आज उसका दिन कल से भी ज़्यादा खराब हो ने वाला था.
आज उसका लंड उसे बहुत परेशान कर रहा है. सतीश बाहर पब्लिक टॉयलेट में गया और उस ने वहां मुठ मारि वो इतना झडा की पूरे टॉयलेट में वीर्य की बरसात सी हो गयी. मुठ मारने के बाद उसे थोड़ी राहत तो मिली लेकिन उसका लंड कल की तरहा आज भी बैठने का नाम नहीं ले रहा है. उसे मज़ा भी आ रहा है और डर भी लग रहा है, वो ये सोच रहा है की आज रात जब वो घर पहुँचेगा तो उसकी मम्मी उसके साथ कैसा बर्ताव करेगि.
ईधर सतीश के जाने के बाद सानिया कुछ देर तक सोचती रहि... फिर तैयार होकर अपने ख़यालों में खोई घर से बाहर निकल गयी. उसे ये यकीन करने में परेशानी हो रही है की उसके बेटे ने उसके जिस्म की कामुकता को बढा दिया है और अपनी ज़िन्दगी में आज वो पहली बार बिना अपनी चुत को हाथ लगाए झड़ी है.
उसे इस बात का शक़ ही नहीं बल्कि पूरा यकीन है की पहले दिन जो हुआ था वो एक एक्सीडेंट था, लेकिन उसके बाद ३ बार जो हुआ वो ग़लती से नहीं हुआ वो सब सतीश ने जान बूज के किया है.
सतीश जान बूज के अपना नौ इंच का खड़ा लंड अपनी मम्मी के बेहद सेक्सी चुत्तड़ के बीच में घूसा रहा था....
सानिया : क्या सच में वो मुझे चोदना चाहता है...?
आज ऑफिस में उसे ऐसा मेहसुस हो रहा था जैसे अभी भी उस के सेक्सी चुत्तड़ के बीच में उस के बेटे का नौ इंच का खड़ा लंड आगे पीछे हो रहा है.
उसे इस के अलावा और कुछ मेहसुस ही नहीं हो रहा है. अपने 19 साल के बेटे के नौ इंच के लंड के बारे में सोच के वो एक बार फिर से झड़ने लगी.
उसके बेटे का लंड उसके दिमाग से निकल ही नहीं रहा है वो उसे बार बार मस्ती में झड़ने के लिए मजबूर कर रहा है. आज तक वो इतनी मस्ती में कभी नहीं झडी, उसकी सुहागरात का मज़ा भी इस मज़े के सामने कुछ नहीं है. आज जो सुख उसे अपने बेटे से मिला है वो उसे पूरी ज़िन्दगी में कभी नहीं मिला.
सानिया की पेन्टी उसके चुत वीर्य से पूरी तरहा से भीग गई है. सानिया ऑफिस के टॉयलेट में जा के अपनी गीली पेन्टी निकाल देती है और बाहर आ के चेयर पे बैठ जाती है. फिर न जाने उसके दिमाग में क्या आता है वो अपनी चुत वीर्य से भीगी पेन्टी को एक बॉक्स में दाल के गिफ्ट व्रैप करती है और उसपे
"फ़ॉर, माय डिअर सन सतीश."
लीख के अपने पर्स में रख लेती है.
उसके बेटे ने आज बिना हाथ लगाए उसे २ बार झडा दिया है. वो न चाहते हुए भी अपने बेटे के नौ इंच के लंड की दीवानी बन गई है.
ओ अभी ये सोच ही रही है की अचानक उसके पति का फ़ोन आ जाता है. वो बे मन से फ़ोन उठती है. उसकी भारी आवाज़ सुन के उसका पति कहता है.
क्या बात है सानिया तुम्हारी तबियत तो ठीक है.
सानिया : मैं ठीक हु. वो क्या है की २ - ३ दिन से ऑफिस में काम बहुत ज़्यादा है इस लिए थोड़ा थक गई हु.
पति : सानिया मेरे ख़याल से तुम्हे ऑफिस से कुछ दिन की छुट्टी ले कर थोड़ा आराम करना चहिये. तुम ऐसा क्यों नहीं करति. ऑफिस से छुट्टी लेके यहाँ आ जाव. शहर के बाहर तुम्हे आराम भी मिल जायेगा.
सानिया : नहीं उसकी कोई ज़रूरत नहीं है में दो दिन घर पे आराम करुँगी तो ठीक हो जाउँगी..
सानिया ने दिल में सोचा
"काश तुम ये समझ पाते की मुझे आराम की नहीं बल्कि एक दमदार लंड से एक दमदार चुदाई की ज़रूरत है."
पति : ठीक है जैसा तुम्हे ठीक लगे वैसा करो. चलो में अब फ़ोन रखता हूँ बाय.
सानिया : साली क्या किस्मत है मेरी... एक मेरा पति है जो मुझे चोदता ही नही, और एक मेरा बेटा है जिस से में चुदवा नहीं सकती. हाय री मेरी रंडी किस्मत क्या मेरी चुत उम्र भर प्यासी ही रह जायगी.....?
तभी अचानक उसका मोबाइल फिर से बजने लगता है.
WOW NICE UPDATE AND PICS ALSO
 
Well-known member
2,893
6,190
143
ये कॉल उस की बेस्ट फ्रेंड सपना का है. जो उस से मिन्नत कर रही है की ऑफिस के बाद वो उसके साथ बाहर शॉपिंग पे चले उसे एक पार्टी में पहन ने के लिए एक ड्रेस खरीद नी है.
सानिया उसकी बात फ़ौरन मान लेती है. वो ये जानती है की जब सतीश घर पे आयेगा उस वक़्त वो घर से बाहर हो गि.
ओर जब वो शॉपिंग कर के वापिस आएगी सतीश अपने कमरे में सो रहा होगा.
सानिया को ये समझ में नहीं आ रहा है की आज सुबह जो हुआ उसके बाद वो अपने बेटे को कैसे फेस करेगि.
सतीश भी इसी बात से परेशान था. शाम को जब वो घर वापिस आया तो मम्मी को घर पे न पा कर उसे थोड़ी राहत हुई. उसे ये समझ में नहीं आ रहा था की अगर उसकी मम्मी ने उस से सुबह किचन में हुये इंसिडेंट के बारे में पुछा तो वो क्या करेंगा.
लेकिन जो किस्मत में लिखा है वो ही होता है. वो सोफ़े पे बैठ गया और उसने टीवी ऑन किया, उसकी फेव मूवी आ रही थी जिसे देखने के लिए वो कब से वेट कर रहा था.
मूवी का टाइम था ९:०० से १२:०० तक्. वो सोफ़े पे बैठ के मूवी देखने लगा.
सतीश इत्मीनान से बैठा मूवी देख रहा था. जब मूवी ख़तम हो ने आई तो घर का दरवाज़ा खुला और सानिया अपनी सेक्सी स्तन और मदमस्त गांड मटकाती हुई घर के अंदर आई.
सतीश अपनी मम्मी से नज़रें नहीं मिला पा रहा था.
सानिया : हेलो माय स्वीट सन...
सतीश : हेलो मम्मी..
सानिया : बेटा तुम घर कब आये...?
सतीश : हा, वो में आज ९:०० बजे आ गया था. और हाँ मम्मी डैड का फ़ोन आया था उन्होंने ज़्यादा बात नहीं की.. वो थके हुए थे तो जल्दी से फ़ोन कट कर के सो गये.
सानिया : सोने के अलावा उन्हें आता ही क्या है?
ये कह के सानिया आगे बढ़ी और टीवी और सतीश के बीच में जा के खड़ी हो गयी.
सानिया : "तुम सुबह सुबह किचन में जो खेल खेलते हो, तुम इस बात का ख़याल रखना की कहीं सपना तुम्हे वो खेल खेलते हुए न पकड़ ले."
सानिया को खुद पे हैरानी हो रही थी की उसने ऐसा क्यों कहा. ये वो बात नहीं थी जो वो अपने बेटे से कहना चाहती थी.
सतीश : हा, में ख़याल रखुंगा.
सानिया : नहीं बेटे. मेरे कहने का मतलब वो नहीं था.
सतीश : तो फिर.....?
सानिया : मेरा मतलब है की "तुम वो चीज़ लेने से पहले ये तय कर लो की तुम्हे क्या चहिये."
अपनी मम्मी की बात सुन के सतीश ने फ़ौरन अपनी मम्मी की तरफ देखा.
सतीश : क्या....?
सानिया : मेरे ख्याल से जो मैंने कहा वो तुम ने सुना. तो जो भी करना अच्छे से और सोच समझ के करना. और ये लो में तुम्हारे लिए ये गिफ्ट लायी हु.
सानिया वो पैकेट सतीश को दे कर अपने रूम में चलि गयी.
सतीश ने टीवी बंद किया और अपनी मम्मी की कही हुई बातों के बारे में सोचने लगा.
ओ एक उल्झन में था वो सोच रहा था की क्या वो फिर से अपनी मम्मी के सेक्सी चुत्तड़ को मेहसुस करे की नहीं? क्या वो अपनी मम्मी के सेक्सी चुत्तड़ पे अपने लंड को घिसे की नही.
ओ ये करना भी चाह रहा था और नहीं भी. उसे ये समझ में नहीं आ रहा था की वो क्या करे? उसकी मम्मी आखिर चाहती क्या है?
ओ ये सोच ही रहा था की तभी उसकी नज़र उस गिफ्ट पे गई जो उसकी मम्मी ने उसे दिया था.
सतीश गिफ्ट को खोलने लगा. उसे खोलते ही वो चोंक गया उसकी आँखें बड़ी हो गई और लंड खड़ा हो गया.
उस बॉक्स में एक पेन्टी थी.
मा ने मुझे पेन्टी क्यों गिफ्ट में दी?
मै तो पेन्टी नहीं पहनता.
सतीश ने जैसे ही पेन्टी को अपने हाथ में लिया उसे एक ज़ोर का झटका लगा....
सतीश : ये पेन्टी गिली है, मगर ये गिली क्यों है? कहीं ये वो पेन्टी तो नहीं जो मम्मी ने आज पहनी थी? अगर ये वो ही पेन्टी है तो फिर ये गिली क्यों है? कहीं इस में मम्मी की रसीली चुत का वीर्य तो नहीं? ये सोच के सतीश उस पेन्टी को अपने नाक के पास ले जा के सूंघने लगा. पेन्टी से आ रही मम्मी की चुत की खुश्बु उसे मदहोश कर रही थी. उसका लंड पैंट में हलचल मचने लगा. उसने पेन्टी को खूब जी भर के सुंघा फिर चुत वाली जगह को अपनी जुबां से चाटा बड़ा मज़ा आया वाह क्या मस्त टेस्ट हैं. मम्मी... उस से रहा न गया फ़ौरन उठा और अपने बैडरूम में चला गया वहां जा के उसने अपना लंड बाहर निकला मम्मी की पेन्टी को मुह में दाल के चूसते हुए मुठ मार्ने लगा. आज उसके लंड से वीर्य का सैलाब सा निकल गया.
फिर सतीश ये सोचते सोचते सो गया की उसकी मम्मी ने आखिर अपनी कम से भीगी पेन्टी क्यों तोहफे में दी?
WOW NICE UPDATE AND PICS ALSO
 
Well-known member
2,893
6,190
143
रोज़ की तरहा आज सुबह भी वो जल्दी उठ गया. वो बाथरूम में जा के फ्रेश हुआ और अपनी मम्मी की पेन्टी को सूँघ के उसने अपने लंड को खड़ा किया. फिर बिना अंदरवियर के ट्रैक पहन के जोश और मस्ती में किचन की तरफ चला गया.
लेकिन वहां किचन के बाहर सपना को देख के उसका खड़ा टाइट लंड थोड़ा लूज हो गया. उसे मजबूरन वहां रुकना पडा, वो ये नहीं चाहता था की अपनी मम्मी के पास नरम लंड लेकर जाए. वो चाहता था की उसका लंड इतना कड़क हो की आराम से मम्मी के सेक्सी चुत्तड़ के बीच में जा सके. इस लिए वो अपनी मम्मी के सेक्सी चुत्तड़ को याद कर के अपने लंड के टाइट हो ने का इंतज़ार करने लगा.
फिर कुछ ही देर में जैसे ही उसका लंड खड़ा हुआ वो फ़ौरन किचन में चला गया. उसकी मम्मी किचन टेबल के पास से उठ के बाहर की तरफ जा रही थी लेकिन सतीश को देख के वो रुक गयी.
सानिया : "गुड मोर्निंग, हनी, आज तुम जल्दी उठ गये"
सतीश : हाँ मम्मी वो रात को ठीक से नहीं सो पाया था, "मैंने सोचा क्यों न में आज से ही वो काम शुरू करु."
सानिया : क्या में तुझे कॉर्न फ्लेक्स दु.
सतीश : नहीं मा, मैं चाहता हूँ की अपना कुछ ख़ास काम में खुद करु. (अपनी मम्मी की गांड और चुत की तरफ इशारा करके सतीश ने कहा)
चाहे वो नाश्ता हो या फिर टेस्टी खाना.
ये कह के सतीश मुस्कुराने लगा.
अपणे बेटे की बात सुन के सानिया शर्मा गई और टेबल पे से बर्तन उठा के सिंक की तरफ चलि गयी. सिंक के पास पहुँच कर वो आगे की तरफ झुकि और उसने पानी का नाल चालु कर दिया. फिर वो और थोड़ा झुकि और उसने अपने सेक्सी गोल मटोल चुत्तड़ बाहर की तरफ निकाले फिर पीछे मुड के अपने बेटे को एक सेक्सी स्माइल पास कर के बर्तन धोने लगी.
सतीश अपनी मम्मी का इशारा समझ गया. उसने एक आखरी बार सपना को मुड के देखा... वो अभी भी टीवी देखने में बिजी है.
फिर सतीश पूरे जोश और मस्ती में आगे बढा अपनी मम्मी के सामने वाले कपबोर्ड से कॉर्नफ़्लेक्स का डिब्बा निकलने और अपना नौ इंच का लंड अपनी मम्मी के चुत्तड़ के बीच में डालने के लिये. कुछ ही देर में वो अपनी मम्मी के सेक्सी चुत्तड़ के ठीक पीछे पहुच गया.
लेकिन वो वहां पहुँच कर रुक गया. उसके अंदर एक कश्मक़श चल रही है की क्या में आगे बढूं या नही. क्यूँ की सामने जो औरत है वो कोई और नहीं उसकी अपनी मम्मी है. एक बेटा अपनी सगी मम्मी के साथ ऐसा कैसे कर सकता है. उसके जिस्म के साथ कैसे खेल सकता है. उसका दिमाग उसे रोक रहा है मगर उसका दिल और नौ इंच का लंड उसे ये करने के लिए मजबूर कर रहा है.
दीमाग कह रहा है की रुक जा मत कर ऐसा मगर लंड है की मानता ही नही. वो कहता है की बेटा चाहे जो हो आज गाड दे झंडा अपनी मम्मी की गांड मे. कर ले इस बेहद सेक्सी किले को फतेह.
आखीर कार दिमाग हार गया और जीत लंड की हुई.
ओर सतीश अपना खड़ा लंड अपनी मम्मी के चुत्तड़ के बीच में सेट करके आगे की तरफ झुका. जैसे ही उसका लंड मम्मी के चुत्तड़ को टच हुआ उसकी मम्मी के मुह से मस्ती भरी सिसकारी निकल गयी.
मेरा लंड अपनी मम्मी के सेक्सी चुत्तड़ को फ़ैलाते हुये ठीक बीचो बीच आगे बढ़ रहा है.
इस वक़्त दोनों माँ बेटे को ये पता है की क्या हो रहा है. ये जो हो रहा है दोनों की सहमति से हो रहा है. अगर उसकी मम्मी चाहे तो वो सतीश को ऐसा करने से रोक सकती है मगर वो अपने बेटे को नहीं रोक रहि. वो ये जानती है की उसका बेटा अभी जो कर रहा है वो कोई एक्सीडेंट नहीं है बल्कि वो ये सब जान बूज के कर रहा है.
जैसे ही मेरा हाथ कॉर्न फ्लेक्स के डिब्बे को टच होता है सतीश अपनी मम्मी के सेक्सी चुत्तड़ के बेच में अपने कड़क लंड को ऊपर से निचे तक घीसने लगता है.
WOW NICE UPDATE AND PICS ALSO
 
Well-known member
2,893
6,190
143
सतीश बहुत बड़ा रिस्क ले के ये सब कर रहा है. वो इस वक़्त अपने दिमाग से नहीं बल्कि अपने लंड से सोच रहा है. वो ये अच्छी तरहा जानता है की अगर उसके डैड इस वक़्त यहाँ होते तो वो सतीश को उनकी बीवी के चुत्तड़ में लंड घुसाते हुए देख लेते तो वो उसका लंड काट देते और उसे जान से मार देते.
लेकिन सतीश तो अपने लंड की वजह से मजबूर है. वो चाह कर भी खुद को अपनी मम्मी के चुत्तड़ में लंड घुसाने से नहीं रोक पा रहा है. सतीश की मम्मी भी इस वक़्त अपनी चुत की वजह से मजबूर है. वो मस्ती में आके अपने सर को झुकाए हुए अपने हाथ रोक के अपने चुत्तड़ को बाहर निकले सिसकारी लेते हुए खड़ी है.
तभी एक पल के लिए सतीश को ऐसा मेहसुस होता है उसकी मम्मी अपने चुत्तड़ उसके खड़े लंड की तरफ धकेल रही है. सतीश की मस्ती और बढ़ जाती है और वो और भी ज़्यादा तेज़ी से अपनी मम्मी के चुत्तड़ के बीच में अपने लंड को घीसने लगता है.
सतीश को ये साफ़ दिख रहा है की उसकी मम्मी इस वक़्त बेहद मस्ती में है.
कुछ कहे बिना दोनों इस पल का मज़ा ले रहे है.
धीरे धीरे सानिया की मस्ती बढ्ने लगी और वो झड़ने के करीब पहुच गयी. उसका जिस्म मस्ती में काम्पने लगा. और मस्ती की एक सिसकारी आह.....के साथ वो अपनी पेन्टी में झड गयी. फिर अपनी मम्मी के झड़ने के बाद सतीश ने अपना खड़ा लंड अपनी मम्मी के चुत्तड़ के बीच में कस के अंदर तक दबाया और अपनी मम्मी की गर्दन पे एक गहरा किस कर के अपने लंड को निकाल के कॉर्न फ्लेक्स का डिब्बा ले के बाहर चला गया.
सानिया ने अपने बेटे को मुड के एक सेक्सी स्माइल दी और फिर वो वापिस गंदे बर्तन धोने लगी.
सतीश ने फ़टाफ़ट अपना नाश्ता ख़तम किया और अपने खड़े लंड को अपनी पैंट में दबा के सपना भाभी को बाई बोल के किचन में गया और उस ने सिंक में कटोरि रखि. फिर उसने अपनी मम्मी के गाल पे किस कर के कहा.
सतीश : वाओ मम्मी आज का नाश्ता तो बहुत यमी.... खुश्बूदार, गीला, नरम गरम और मस्त था. सच में मम्मी मुझे बड़ा मज़ा आया.
अपणे बेटे की बात सुन के सानिया शर्मा गयी... उसने अपना सर झुका के धीरे से कहा.
सानिया : मुझे भी......
फिर जैसे ही सानिया ने सतीश की तरफ देखा... सतीश ने वो किया जिसकी उसे उम्मीद नहीं थी.
सतीश ने अपनी मम्मी के सेक्सी होठो को चूमा और एक आँख मार के उसे कहा.
सतीश : "बाय मॉम, रात को मिलते है."
जैसे ही सतीश ने अपनी मम्मी को किस किया सानिया के मुह से मस्ती भरी सिसकारी निकल गयी.
सानिया : बाई बेटे, जल्दी घर आना में तुम्हारा इंतज़ार करुँगी.
ईस वक़्त सानिया की आखों में मस्ती भरी हुई है. सतीश अपनी मम्मी की बातों का मतलब समझ नहीं पाया की वो क्या कह रही है.
सतीश ये सोच रहा है की जब रात को वो घर लौटेगा तो उसकी मम्मी कहीं उसे कोई लेक्चर न सुनाये. फिर वो फ़ौरन घर से बाहर चला गया.
ईधार सानिया अभी कुछ देर पहले हुये सेक्सी हरकत के बारे में सोच रही है. वो चाहती तो वहां से हट जाती या कॉर्न फ्लेक्स के डिब्बे की जगह बदल देती.
लेकिन उसने ऐसा नहीं किया..
लेकिन उसने ऐसा नहीं किया उसने वहां खड़े खड़े अपने बेटे को मौका दिया की वो अपना नौ इंच का खड़ा लंड उसके चुत्तड़ के बीच में दाल सके. उसे शर्म आणि चाहिए इस गन्दी हरकत में अपने बेटे का साथ देणे के लिये. उसे खुद पे बेहद शर्म आ रही है. वो ऐसा कैसे कर सकती है. ये क्या हो रहा हो रहा है उसे.
ओ क्यों जानबूछ के इस इन्सेस्ट रिलेशन को एक नयी हवा दे रही है. वो क्यों अपने दिमाग की बात को अनसुनि कर के अपनी चुत से सोच रही है. जब भी उसका बेटा उसके सामने आता है उसकी चुत मस्त हो के वीर्य चुदने लगती है.
खैर जो भी हो उसे खुद को क़ाबू में रखना ही पडेगा.
ओ अपने बेटे के साथ इन्सेस्ट रिलेशन को आगे नहीं बढा सकती. वो ये सोच ही रही थी की तभी उसकी नज़र घडी पे पडी.
सानिया : ओ गोड़, आज तो बहुत देर हो गयी.
सानिया ने फ़ौरन बर्तन धोये और ऑफिस निकल गयी.
जैसे ही वो ऑफिस पहुँचि उसकी नज़र अपने केबिन के दरवाज़े के पास खड़े अपने बेटे सतीश पे पडी.
WOW NICE UPDATE AND PICS ALSO
 
Well-known member
2,893
6,190
143
सतीश को देख कर उसकी चुत फड़ फडाने लगी. उसके जिस्म में मस्ती की लहर दौडने लगी. उसकी चुत से वीर्य बहने लगा. वो चाह कर भी खुद की मस्ती को शांत नहीं कर पा रही है. उसकी रसीली चुत का वीर्य उसकी पेन्टी को भिगोते हुए बाहर बह्ते हुये उसकी जाँघों तक पहुँच गया था. कहीं कोई उसको इस हालत में न देख ले ये सोच कर वो फ़ौरन अपने केबिन में चलि गयी.
काबिन में पहुँच के वो अपनी चेयर पे जा के बैठ गयी.
चेअर पे बैठते ही उस ने ये मेहसुस किया की उसके चुत्तड़ के बीच में उसके बेटे का नौ इंच का लंड चुभा वो फ़ौरन उठ के खड़ी हो गई और उस के मुह से अचानक निकल गया "सतीश......".
"क्य हुआ"
आवाज़ सुन के सानिया ने फ़ौरन सामने देखा.
सामने उसे अपना बेटा नज़र आया.
सानिया : सतीश तुम यहाँ क्या कर रहे हो?
सानिया में सतीश नहीं सिमि हूं.
सानिया : ओह तुम्. सॉरी वो मुझे लगा की मेरा बेटा है.
सिमि : सानिया तुम ठीक तो हो?
सानिया : हाँ में ठीक हु. तुम कहो यहाँ कैसे आयी.
सिमि : वो इन पेपर्स पे तुम्हारे सिगनेचर चहिये.
सानिया पेपर्स पे सीने कर देती है. और सिमि वहां से चलि जाती है. सिमि के जाते ही सानिया पलट के अपनी चेयर की तरफ देखति है. वहाँ कुछ नहीं है.
सानिया इस बात से बेहद परेशान है वो खुद से सवाल करती है. आखिर उसके साथ ऐसा क्यों हो रहा है?
क्यों.....?
क्यों उसे हर जगह अपना बेटा नज़र आ रहा है? वो अपने बेटे का क्या करे जो रोज़ सुबह अपना नौ इंच का लंड उसके चुत्तड़ के बीच में दाल के उसकी गांड मारने की कोशिश करता है?
क्यों उसे अपने बेटे की ये हरकत बेहद पसंद है? जब भी उसका बेटा उसके सामने आता है क्यों उसकी चुत में खुजली होने लगती है और क्यों वो बेतहाशा वीर्य चुदने लगती है? क्यूँ वो अपने बेटे की यादों में खोई रहती है? क्यूँ उसे हर जगह अपने बेटे का नौ इंच का लंड नज़र आता है? क्यूँ रोज़ रात को उसे अगली सुबह का बेसब्री से इंतज़ार रहता है? आज कल उसकी चुत हर वक़्त गीली क्यों रहती है? क्यूँ वो न खुद को और न ही अपने बेटे को इस इन्सेस्ट हरकत को करने से रोक नहीं पा रही है?
आज पूरा दिन उसके दिमाग में ये सब ही घूम रहा है.
जितनि बार भी वो अपनी ऑफिस चेयर पे बैठी रही है उसे ऐसा मेहसुस हो रहा है की वो अपने बेटे के नौ इंच के लंड पे बैठि है. उसे अपनी चुत्तड़ के बीच में अपने बेटे का कड़क लंड मेहसुस हो रहा है.
आज का दिन अपने बेटे के लंड की याद में चुत से वीर्य बहा के पेन्टी को भिगोते हुए गुज़र. दिन के आखिर में वो अपनी कार में बैठि और घर की तरफ निकल गयी.
सानिया की कार जैसे ही घर के सामने रुकि सतीश भी उसी वक़्त वहां पहुंचा.
सतीश फ़ौरन अपनी मम्मी की कार के पास गया और उसने कार का दरवाज़ा खोला.
सानिया के दोनों पैर फैले हुए थे उसकी स्कर्ट ऊपर खिसकी हुई थी और पेन्टी में छुपी हुई उसकी वीर्य छोड़ती चुत सतीश को साफ़ नज़र आ रही थी. अपनी मम्मी की पेन्टी में छुपी हुई चुत देख के उसका लंड फ़ौरन खड़ा हो गया और उसके ट्रैक में साफ़ नज़र आने लगा.
सानिया पैंट में उभरे अपने बेटे के लंड को घूर रही थी और उसका बेटा उसकी पेन्टी में छुपी चुत को घूर रहा था. दोने एक दूसरे में खो से गए थे. तभी मेरा लंड मस्ती में उछलने लगा. अपने बेटे के लंड की उछल कुद देख के सानिया मस्ती में आ के झड़ने लगी.
उसकी रसीली चुत से जो वीर्य निकला वो उसकी पेन्टी को भिगोते हुए कार के सीट को भी भिगोने लगा.
झडने के बाद सानिया शरमाने लगी.
सतीश : वॉव मम्मी, कितना हसीन नज़ारा? है......
सानिया : "अगर तुम्हे मेरी पेन्टी इतनी ही पसंद है तो जब में इसे उतारूंगी तो तुम्हे ये दे दूँगी. या फिर तुम कुछ और ही देखना चाह रहे हो?"
अपने बेटे के लंड की तरफ देखते हुए सानिया ने सेक्सी अदा के साथ कहा
WOW NICE UPDATE AND PICS ALSO
 
Well-known member
2,893
6,190
143
सतीश : "आई'एम सोर्री, मम्मी, लेकिन में चाह के भी खुद को रोक नहीं पाया, मुझे तुम मम्मी की तरहा नहीं लगती, तुम तो बेहद खूबसूरत और सेक्सी हो. बिलकुल एक परी की तरहा. तुम्हारे जिस्म का हर एक हिस्सा बेहद हसीन है.
अपने बेटे की बात सुन के सानिया चोंक गयी. जो अभी उसके बेटे ने कहा उसे सुन के उसे गुस्सा आने के बजाये बेहद ख़ुशी हुई. सतीश ने जो भी कहा वो दिल से कहा. जो अभी उसने मेहसुस किया.उसने खुद ही अपने बेटे को सिखाया है की चाहे जो भी हो उसे हमेशा सच ही कहना चाहिए भले उस सच के लिए उसे सजा ही क्यों न मिले.सानिया : लेकिन हनी, शायद तुम ये भूल रहे हो की में तुम्हारी लवर नहीं मम्मी हु. और मम्मी बेटे के बीच में ये सब ठीक नही.
सतीश : लेकिन मा, आप ही ने तो कहा था तुम पहले शुअर हो जाओ की तुम्हे क्या चहिये. तो मम्मी में अब शुअर हूँ की मुझे क्या चहिये
सानिया: सतीश मेरे कहने का मतलब वो नहीं था.
जो तुम सोच रहे हो वो नहीं हो सकता, कभी नही.
सानिया को अचानक ये एहसास होता है की उसकी वीर्य से भीगी हुए सफ़ेद पेन्टी में से उसकी चुत उसके बेटे को साफ़ नज़र आ रही है. वो शरमाते हुए उठि और तेज़ी से घर के अंदर जाने लगी. सतीश भी पीछे पीछे आ गया.
घर में घुसते ही सानिया ने सेक्सी अदा के साथ मुड के अपने बेटे को देखा फिर न जाने क्या सोच कर अपनी स्कर्ट में हाथ दाल के अपनी चुत वीर्य से भीगी पेन्टी उतरि और उसे अपने प्यारे बेटे की तरफ उछाल दि.
सानिया : "लो मज़े करो."
सानिया की पेन्टी उसके बेटे के मुह पे जा गिरि. जिसे सतीश सूँघ के मदहोश होने लगा, वो पेन्टी के चुत वाले हिस्से को अपनी जुबान से चाट्ने लगा.
ये देख के सानिया को बेहद शर्म आने लगी और वो अपने रूम में चलि गयी.
उस रात सतीश ने अपनी मम्मी की चुत वीर्य से भीगी पेन्टी को चाट चाट के चूस चूस के ३ बार मुठ मारी.
इधर सानिया ने भी अपने बेटे के लंड के बारे में सोच सोच के अपनी चुत में ऊँगली कर के जी भरके अपनी गर्मी शांत की. फिर दोनों थक के मस्ती में अपने अपने रूम में सो गये.
WOW NICE UPDATE AND PICS ALSO
 
Well-known member
2,893
6,190
143
%E0%A4%9A%E0%A5%81%E0%A4%A4-%E0%A4%9A%E0%A5%81%E0%A4%A6%E0%A4%BE%E0%A4%88-%E0%A4%95%E0%A5%87-%E0%A4%AC%E0%A4%BE%E0%A4%A6-%E0%A4%A8%E0%A5%81%E0%A4%AA%E0%A5%81%E0%A4%B0-%E0%A4%B6%E0%A4%B0%E0%A5%8D%E0%A4%AE%E0%A4%BE-%E0%A4%95%E0%A5%80-%E0%A4%AB%E0%A5%81%E0%A4%A6%E0%A5%8D%E0%A4%A6%E0%A5%80-%E0%A4%AE%E0%A5%87%E0%A4%82-%E0%A4%AE%E0%A4%BE%E0%A4%B2-%E0%A4%97%E0%A4%BF%E0%A4%B0%E0%A4%BE%E0%A4%AF%E0%A4%BE-Hindi-XXX-Sex-Story.jpeg
NICE
WOW
WOW
MAST BOOBS
SWEET PUSSY
 
Well-known member
2,893
6,190
143
अगली सुबह...
अगली सुबह सानिया बेड से उठती है और बाथरूम में जा के फ्रेश होति है. फिर बाहर आ के जब वो कपबोर्ड खोलती है अपनी ड्रेस निकालने के लिए तो उसे सामने रखा एक गिफ्ट बॉक्स नज़र आता है. वो उस गिफ्ट बॉक्स को खोल के देखति है.
उसमे एक कार्ड है जिसपे लिखा है.
बोल्ड ब्यूटीफुल एंड सेक्सी मम्मी

उस पेपर को पढ़ के सानिया मुस्कुराने लगती है.
फिर जैसे ही वो उस कार्ड को हटा के बॉक्स के अंदर देखति है वो बुरी तरहा से चोंक जाती है.
उस बॉक्स में एक बेहद ही सूंदर और सेक्सी ब्रा और पेन्टी है. वो उसे उठा के पहनती है और खुद को आईने में देख के शर्मा जाती है.
ओ पेन्टी पीछे उसके चुत्तड़ के पास से बिलकुल खुली हुई है.
उस पेन्टी में उसके बेटे का लंड बिना किसी रुकावट के उसके सेक्सी चुत्तड़ के बीच में बड़े आराम से बिना किसी रुकावट के जा सकता अंदर बाहर हो सकता है.
ओह गोद...... मेरा बेटा तो बड़ा होशियार और सेक्सी है. क्यों न हो आखिर बेटा किसका है.
ओ ये सोच ही रही थी की तभी अचानक उसका मोबाइल बजने लगता है.
फोन उसके ऑफिस से था, ऑफिस में कुछ अर्जेंट काम आ गया था जिस वजह से उसे फ़ौरन ऑफिस बुलाय था.
अभी उसका ऑफिस जाने का मूड नहीं था लेकिन न चाहते हुए भी वो तैयार हुई और ऑफिस निकल गयी.
सतीश अभी अपने बेड में सो रहा है. सानिया आज खुद को काफी उत्तेजित मेहसुस कर रही है. आज उस ने अपने बेटे के लंड को बहुत मिस किया. लेकिन वो कल ऐसा कुछ नहीं होने देगी. कल सुबह वो अपने बेटे की दी हुई पेन्टी पहन के किचन में जायेगी और अपने चुत्तड़ के बीच में अपने बेटे के लंड को घुसवा के मज़ा ज़रूर लेगी.
सो के उठने के बाद अपनी सेक्सी मम्मी को घर में न पा कर सतीश उदास हो गया. आज उसके साथ केएलपीडी हो गया. वो नाश्ते की टेबल पे बैठा अपनी सेक्सी मम्मी के चुत्तड़ को याद कर रहा है...

हाय काश में मम्मी को उस सेक्सी पेन्टी में देख पाता, काश में आज बिना किसी रुकावट के उनके सेक्सी चुत्तड़ के बीच में अपना लंड घूसा पाता.
उसका पूरा दिन अपनी मम्मी के सेक्सी चुत्तड़ की याद में गुज़रा. रात में डिनर के वक़्त उसने देखा की उसकी मम्मी ने एक ऐसा रोबे पहना हुआ है जो उसके गले से ले के निचे उसके पैर तक है उसकी मम्मी का पूरा जिस्म ढ़का हुआ है.
सतीश मायुस हो के सोने चला गया.अगले दिन सुबह जब वो सो के उठा और बाहर किचन के पास आया तो उसने देखा की आज सुबह सुबह उसकी मम्मी
सानिया किचन टेबल पे बैठ के मज़े से कॉफ़ी पी रही है. जैसे ही सतीश किचन में आया सानिया का चेहरा मस्ती और ख़ुशी में खील उठा.
सानिया : क्या बात है आज छुट्टी के दिन मेरा प्यारा बेटा बहुत जल्दी उठ गया.
अपने बेटे के नौ इंच के खड़े लंड के उभार को पैंट के ऊपर से देख के सानिया का गला सुख गया और उसकी चुत गीली हो गई और वीर्य चोदने लगी.
उसने सोचा ओह गोद, आज में खुद को एक कमसीन स्कूल की लड़की क्यों समझ रही हूँ जो मस्ती में आ के किसी का भी लंड अपनी चुत में लेने के लिए तड़प रही हु. मेरी चुत आज मस्ती में बेतहाशा वीर्य छोड रही है.
लेकिन वो जिसके लंड के बारे में सोच सोच के गरम हो रही है वो और किसी का नहीं बल्कि उसके अपने सगे बेटे का लंड है.

सतीश किचन के दरवाज़े के पास रुक गया. उसने एक बार सिंक के ऊपर के कपबोर्ड को देखा लेकिन उसकी तरफ बढा नही.
सानिया को अपने बेटे के ईरादे के बारे में पता है की अभी वो क्या चाह रहा है. सानिया खुद पे क़ाबू कर के वहीँ बैठि हुई है, वो खुद से ये कह रही है की सतीश उसका सगा बेटा है और वो अपने सगे बेटे को कोई चांस नहीं देना चाहती की वो उसके चुत्तड़ के बीच में अपना लंड डाले. क्यों की अगर आज उसके बेटे ने उसके चुत्तड़ के बीच में अपना लंड घुसाया तो वो उसकी गांड के छेद में घुस सकता है क्यों की आज उसने अपने बेटे की दी हुई पेन्टी पहनी हुई है जिस की वजह से उसके चुत्तड़ खुले हुए है.
लेकिन तभी अचानक फ़ोन की घंटी बजी. और सानिया बिना कुछ सोचे समझे उठ के फ़ोन के पास चलि गयी.
WOW NICE UPDATE AND PICS ALSO
 

Top