Incest सास बनी दामाद के बच्चों की मां

Member
156
238
43
अपडेट 9
रोहित : हां तो क्या सोचा तुमने अविनाश के बारे में।
तृिप्त : यार अविनाश तैयार होगा।
रोहित समझ जाता है कि तृप्ति तैयार है। और पूछता है अविनाश का फैसला बाद में देखेोंगे पहले तुम बताओ।
तृप्ति : यदि अविनाश तैयार हैं तो मुझे दिक्कत नहीं है।
रोहित : तृप्ति को अपनी बाहों में भर लेता है और उसे प्यार करता है। फिर बाहर निकल जाता है
दीप्ति : बात हुई्र
रोहित : हां मां तृप्ति अविनाश के साथ सेक्स करने को तैयार है।
दीप्ति : ये तो अच्छी बात है अब अविनाश को तैयार करना है। उसे कैसे तैयार किया जाए।
रोहित : मां मैं इस बारे में शायद अविनाश से बात न कर पाउं।
दीप्ति : चलो में देखती हूं कुछ। शाम को बात करते हैं।
इसके बाद पिछले दो सप्ताह से तृप्ति भाभी तुम्हारे सामने ज्यादा से ज्यादा आने लगी वो तुम्हें रिझाने के लिए काफी सजने और संवरने लगी। कई बार तुम दोनों को अकेला भी छोडा गया। लेकिन तुमने अपनी ओर से कोई पहल नहीं की। और तृप्ति भी ज्यादा आगे नहीं बढ पा रही थी। तो फिर मुझे कमान संभालनी पड़ी। ये आईडिया मेरा ही था कि कहीं घूमने चलते हैं और तुम्हें भी साथ ले चुलेंगे मैंने ही भाभी से कहा था कि आप शुरूआत नहीं कर पा रहीं तो कोई बात नहीं मैं शुरू करूंगी लेकिन फिर वो पीछे नहीं हटेंगी। और बाकी का तो तुम खुद जानते हों क्योंकि इसके बाद गाडी में जो तुम्हारे साथ हुआ। इसके बाद अनुष्का अविनाश की ओर मुस्कुरा कर देखते हुए कहती है मजा तो तुम्हें भी बहुत आया होगा। इतनी हॉट दो लडकियां, भाभी की शादी भले ही हो गई हो लेकिन आज भी वो लडकी ही हैं क्योंकि आज भी वो वर्जिन ही हैं।
अविनाश : लेकिन ये बताओं तुम मेरे साथ एकदम से ये सब करने को तैयार कैसे हो गई। कोई और रास्ता नहीं था।
अनुष्का : सिर झुकाकर हकलात हुए वो वो अब इस सवाल का जवाब रहने दो।
अविनाश : देखों जब इतना सब कुछ हो चुका है तो इस सवाल का भी जवाब दे दो।
अनुष्का : देखों तुम गुस्सा मत करना प्लीज।
अविनाश : नहीं मैं गुस्सा नहीं करूंगा।
अनुष्का : वो मैं तुम्हें शुरूआत से ही प्यार करती हूं।
अविनाश : क्या
अनुष्का : हां लेकिन कह इसलिए नहीं पाई क्योकि मैं नहीं चाहती थी कि जिस परेशानी से आज हम लोग गुजर रहे हैं उस परेशानी से तुम भी गुजरे। क्योंकि मैं मां नहीं बन सकती।
अविनाश : अनुष्का के हाथों को थामते हुए, प्यार करती थी बता नहीं सकती थी।
अनुष्का : तुम्हें बताया तो कि मैं मां नहीं बन सकती।
अविनाश : इतनी सी बात, अविनाश कुछ बोलते बोलते रूक जाता है और गंभीर होकर कहता है हां बात तो सही है।
अनुष्का अविनाश की बात सुनकर पहले तो खुश होती है लेकिन जब पूरी बात सुनती है तो मायूस हो जाती है और अविनाश की ओर निराशा केे भाव से देखने लगती है।
अविनाश : लेकिन चलो देखते हैं इतनी हॉट लडकी मुझे प्यार करती है, मैं इतना बेरहम भी नहीं हूं। और अविनाश अनुष्का से कहता है कि क्या तृप्ति मेरे साथ बाइक पर चल सकती है। पहले ये पता करो कि ये लोग कहां तक पहुंच गए हैं।
अनुष्का : ये लोग अभी पीछे ही हैं।
अविनाश : क्या, लेकिन तुम्हारी कब बात हुई।
अनुष्का : ये प्लान पहले का ही बना हुआ है। जब तक मैं मैसेज नहीं करूंगी तब तक वो लोग हमसे आगे नहीं निकलेंगे और हमें तो यहां रूकना ही था।
अविनाश : चौंकते हुए क्या। तुम्हें पता था ये सब।
अनुष्का : अंदाजा था मेरा और देखों कितना सही निकली मैं। मुझसे शादी करेगो तो बच्चे का नुकसान जरूर होगा लेकिन बाकी का फायदा ही फायदा है।
अविनाश : प्लान तो जबरदस्त है। लेकिन क्या मेंं तृप्ति से बात कर सकता हूं।
अनुष्का फोन निकलाते हुए। अभी बात करा देती हूं।
अविनाश : नहीं मैं उससे अकेले में बात करना चाहता हूं मैं चाहता हूं कि आगे का रास्ता मैं तृप्ति के साथ तय करूं मुझे उसके साथ एक घंटा चाहिए।
अनुष्का : थोडा चिंतित होते हुए कुछ गडबड तो नहीं है।
अविनाश : मुस्कुराते हुए नहीं ऐसी कोई बात नहीं है, पहले मुझे तृप्ति से कुछ बातें करनी है। अब तुम इसकी व्यवस्था करो। फोन लगाओ और ये कहना कि मैं अभी दूर हूं। और स्पीकर पर रखना। और यदि तुम मुझे सच में प्यार करती हों तो अपने परिवार को नहीं बताओगी कि मुझे तुम ये बातें सुना रही है।
अनुष्का : मुस्कुराते हुए इतनी सी बात के लिए प्यार की कसम देने की क्या जरूरत थी। तुम्हारे लिए मैं कुछ भी कर सकती हूं।
इधर अविनाश के मन में कुछ बडा चल रहा था। वो ये तो समझ चुका था कि तृप्ति और अनुष्का को वो जब चाहें चोद सकता है लेकिन उसका निशाना थी दीप्ति। अविनाश दीप्ति को सिर्फ चोदना ही नहीं चाहता था बल्कि अब वो दीप्ति को अपनी परमानेंट रखैल बनाने की योजना बनाने लगा था। और उसे ये पता था कि अनुष्का उसकी योजना में उसका पूरा साथ देगी। लेकिन अभी वो अनुष्का को ये बताना नहीं चाहता था। लेकिन मजा तब आए जब दीप्ति को अविनाश की रखैल बनाने की उसकी योजना में सभी लोग शामिल हो जाएं। और इसके लिए अविनाश को सबसे सही तृप्ति लगी। इस बीच अनुष्का अपना फोन स्पीकर पर रखते हुए सीधे रोहित को फोन लगा देती है।
रोहित : हां अनुष्का कहां हो। क्या हम लोग निकले।
अनुष्का : हां फोन कटने के बाद तुम लोग भी चल देना और विशाल रेस्टोरेंट पर हम लोग मिलेंगे लेकिन एक बात है।
रोहित : हां बोलो
अनुष्का : वो अविनाश कह रहा था कि उसे तृप्ति से बात करनी है एक घंटे अकेले में।
रोहित : तो गांव पहुंचकर बात कर ले।
अनुष्का : नहीं वो बोल रहा था कि जरूरी है अभी बात करना और वो तृप्ति से मिलकर ही बात करेगा। और हम लोगों में से कोई भी उसके आसपास नहीं होगा।
रोहित : फिर कैसे होगा। एक काम हो सकता है। विशाल रेस्टोरेंट से 30 किलोमीटर दूर एक पार्क है, क्या नाम है उसका हां लवर पार्क। अविनाश तृप्ति के साथ उस पार्क में बैठकर बात कर सकता है तब तक हम लोग रेस्टारेंट में आराम कर लेंगे।
अनुष्का : हां ठीक है एक काम करो भाभी से भी बात करा दो।
रोहित: ठीक है लेकिन अभी अविनाश कहा हैं।
अनुष्का : वो थोडी दूरी पर हैं। मैंने उससे कहा है कि मैं बात करके बताती हूं।
रोहित : ठीक है तृप्ति से बात कर लो।
तृप्ति : हैलो अनुष्का बता क्या बात है। अविनाश नाराज तो नहीं है।
रोहित : नहीं ऐसा कुछ नहीं है लेकिन वो आपसे मिलना चाहता है। इसलिए अब आप उसकेे साथ बाइक पर जाएंगी।
तृप्ति : कुछ गडबड वाली बात तो नहीं है।
अनुष्का: मुस्कुराते हुए आपकी ननद के होते हुए कुछ गडबड नहीं हो सकती।
तृप्ति : वो ये बता पेंटी पहननी है या फिर बिना पेंटी के अविनाा के साथ आना है।
अनुष्का अविनाश से इशारे में पूछती है। तो अविनाश बताता है कि बिना पेंटी के ही आना है।
अनुष्का : अरे पेंटी की क्या जरूरत, तुझे उसे रिझाना है भगाना नहीं है एक काम करना अपने पर्स में पेंटी डाल लेना। और हां ब्रा भी उतार देना उसे भी पर्स में ही रख लेना।
तृप्ति : ठीक हैं और फोन काट देती है।
 
Member
156
238
43
अपडेट 10
अविनाश : ब्रा की तो मैंने कही भी नहीं थी।
अनष्का : फोन निकलते हुए तो ठीक है बोल देती हूं। ब्रा पहनकर आए। लेकिन अविनाश अनुष्का से फोन छीन लेता है।
तृप्ति : अविनाश तुम्हारे पास रास्ते में टाइम होगा। तुम चाहो तो भाभी को लवर पार्क में लेकर जाकर चोद सकते हैं।
अविनाश : नहीं वहां ये ठीक नहीं होगा। क्योंकि तृप्ति वर्जिन है वो मुझे आसानी से नहीं झेल पाएगी।
अनुष्का : हां ये बात तो सही है। वैसे वहां क्या विचार है सिर्फ बात ही करनी है। या कुछ और
अविनाश : देख तुझसे अब मैं कुछ नहीं छिपाउंगा लेकिन तुझे भी वादा करना होगा। मैं जो बात तृप्ति से बोलू और तृप्ति उस काम में तेरी मदद मांगे तो आंख बंद कर उसकी मदद करेगी। भले ही तेरी मां कितना भी भडके उसे शांत कराना और उसे तैयार कराना दोनों काम तुझे करने हैं।
अनुष्का : हो जाएगा। और कुछ वैसे क्या काम करवाना चाहते हो भाभी से तुम और पार्क में क्या करोगे
अविनाश : देख पार्क में उसकी चुदाई तो नहीं हो सकती लेकिन आज तक तृप्ति को नंगा नहीं देखा है। उसे पूरा नंगा जरूर करूंगा। और नंगा करके ही उसे अपना लंड चुसवाउंगा।
अनुष्का : बहुत अच्छा भाभी सिर्फ शर्ट फ्राक में हैं। में एक चादर दे दूंगी। अपनी बाइक की डिग्गी में रख लेगा। पार्क में भाभी को नंगा करोगो तो मिटïटी शरीर पर नहीं लगेगी। और हां अपने लंड चुसाई का एक छोटा सा वीडियो बना लेना और मुझे वाहटसऐप कर देना।
अविनपाा : लेकिन इसके लिए तृप्ति तैयार नहीं होगी और मैं उसे धोखा नहीं दूंगा।
अनुष्का: अरे इसकी चिंता तुम मत करो। तृप्ति खुद ही तुम्हें अपना मोबाइल देगी और तुम्हें सिर्फ वीडियो बनाना है। वीडियो वो खुद मुझे भेजेगी। हां यदि तुम्हें भी चाहिए तो बता देना मैं बोल दूंगी।
अविनाश: अरे उसका एमएमएस बनाकर क्या करूंगा। जब वो पूरी तरह से मेरी होने को तैयार है। उसे ब्लैकमेल थोडे ही करना है।
अनुष्का : मुझे मालूम था तुम्हारा ये ही जवाब होगा। और यार इतना काम तुम्हारे लिए कर रही हूं। कुछ इनाम बगैरह नहीं मिलेगा क्या।
अनुष्का की बात पूरी होती ही अविनाश उसे अपनी बाहों में खींच लेता है और उसके होंठों पर अपने होठ रखकर चूसने लगता है।

tumblr-ef6b82f00496e173977f98b0b05d3451-2fe88a83-400
अनुष्का मदहोश होने लगती है और वो भी अविनाश के होठ चूसने लगती है। फिर अविनाश अपनी जीभ अनुष्का के मुंह के अंदर डाल देता है अनुष्का अपना मुंह खोलकर जीभ जितना अंदर हो सकती है लेती है और थोडी देर दोनों किस करते रहते हैं। तभी अविनाश को कुछ ध्यान आता है और वो किस तोड़ देता है।
अनुष्का : यार कितना मजा आ रहा था एक बार और करते हैं।
अविनाश : देख अब तेरे घरवाले निकल चुके हैं उनके पहुंचने से पहले हमें पहुंचना है। और ही बात तुझे प्यार करने की तो अब तू उस घर में मेरी अमानत है। तुझे आंख बंद कर मुझ पर भरोसा करना है और मेरा साथ देना है। रही बात प्यार करने की तो मेरा प्यार तेरे लिए हमेशा हैं। लेकिन याद रखना तेरी चुदाई में सुहागरात पर ही करूगा और कुछ करवाना हो वो जब बोलोगी तब करने को तैयार हूं। अविनाश की बात सुनकर अनुष्का शर्मा जाती है। और कहती है
अनुष्का : तुम कभी भी मुझसे कुछ भी मांग लेने मैं मना नहीं करूंगी। एक बार आजमा के देख लेना।
अविनाश : वो वक्त कुछ ही देर में आने वाला है। इसके बाद अविनाश बाइक स्टार्ट करता है और आगे चल देता है। और रेस्टोरेंट पहुंच जाता है। रास्ते भर अनुष्का अविनाश से छेडछाड करती रहती है। वो अविनाश से चिपक कर बैठी रहती है और अपनी छाती अविनाश की पीठ पर रगडती रहती है अविनाश के लंड से भी खेलती है। अविनाश को भी अब इसमें मजा आ रहा था। थोडी ही देर में बाकी लोग भी गाडी से आ जाते हैं। इस समय कोई भी अविनाश से नजरें नहीं मिला पा रहा था। अविनाश लगातार तृप्ति को ही देख रहा था जो पीली फ्राक में थी अविनाश को पता थ कि वो अंदर ब्रा और पेंटी नहीं पहने हुए हैं। 20 मिनिट में अविनाश ने खाना खाया, तृप्ति को भी पता था कि उन्हें जल्दी निकलना है इसलिए उसने भी जल्दी-जल्दी खाना खत्म किया।
अविनाश : ठीक है मैं निकलता हूं। बाइक पर हूं तो मुझे टाइम लग सकता है।
जीवन : ठीक है लेकिन हम लोग थोडा रूककर चलेंगे।
अविनाश : ठीक है
अनुष्का : अविनाश एक काम करो तुम भाभी को अपने साथ ले जाओ, वो भी खुले में सफर कर लेंगी। गाडी में उन्हें परेशानी होती है।
अविनाश : ठीक है, और तृप्ति से कहता है चले


images2 images
तृप्ति की नजरें शर्म से झुकी हुई थी लेकिन वो खडी होती है और अविनाश के साथ जाने को तैयार हो जाती है। और अविनाश की बाइक पर पीछे बैठ जाती है।
 
Member
156
238
43
अपडेट—11
तभी अनुष्का तृप्ति से कहती है भाभी एक मिनिट सुनिए और उसे एक कोने में ले जाती है और फिर अपना स्टॉल उसे दे देती है। और उसे कुछ समझाती है। जिसे सुनकर तृप्ति शरमा जाती है। बाद में अनुष्का बैग से एक चादर निकलती है। अविनाश को समझ में आ जाता है कि तृप्ति ने अनुष्का से क्या कहा था। तृप्ति आगे बढती है तो अनुष्का देखती है कि तृप्ति की फ्राक पर कई जगह स्पॉट लगे हुए थे। और रेस्टोरेंट भी कुछ लोग उन स्पॉटों को घूर घूर कर देख रहे थे। अनुष्का समझ जाती है ये तृप्ति का जो पानी गाडी में निकला है उसके दाग है तो वो तृप्ति से कहती है कि पहले कपडे बदल ले क्योंकि आपके ये कपडे खराब हो गए हैं। तृप्ति शरमा जाती है और तुरंत चैजिंग रूम में जाकर कपडे बदल कर बाहर आ जाती है। अनुष्का भाभी अंदर कुछ पहना तो नहीं है।
तृप्ति : नहीं सिर्फ ये सिंगल पीस है ब्रा पेंट पर्स में हैं मौका मिला तो पहन लूंूगी। अविनाश तृप्ति को देखता है तो सोचता है साली पर हर ड्रेस अच्छी लगती है। अविनाश तृप्ति में दीप्ति का चेहरा देखता है। उसे अब तृप्ति की जगह दीप्ति दिखती है। तृप्ति अविनाश को कुछ ऐसी दिख रही थी।


Awesome-Indian-Models55
तृप्ति अविनाश के पीछे बाइक पर बैठ जाती है और थोडा आगे चलने के बाद अपने दोनों हाथ अविनाश की जांघों पर रख लेती है। फिर स्टॉल को अविनाश के लोअर के उपर रखती है और अपना एक हाथ लोअर के अंदर ले जाती है और अविनाश का लंड सहलाने लगती है।
अविनाश : जान क्या मारने का इरादा है
तृप्ति : यदि पसंद नहीं हो तो बता दो हाथ हटा लूंगी;
अविनाश : नहीं जान करती रहो मजा आ रहा है;
तृप्ति :तुम मेरा काम कर दो जिंदगी भर तुम्हारा एहसास मानूंगी।
अविनाश : उसी के लिए तो तुझे लवर पार्क ले जा रहा हूं।
तृप्ति : क्या लवर पार्क में मेरी सील तोडोगे।
अविनाश: नहीं वहां नहीं तेरी सील तो बेडरूम में चलकर तोडूंगा।
तृप्ति :तोड लेना मैं मना नहीं करूंगी मां बनने के लिए मैं तुम्हारी रखैल बनने को तैयार हुई हैं;
अविनाश : ठीक है और तभी लवर पार्क आ जाता है;
तृप्ति अविनाश के लोअर से हाथ खीच लेती है।
अविनाश तृप्ति की कमर में हाथ डालकर उसे लवर पार्क में ले जाता है। तभी गेट पर एक आदमी मिलता है। साहब क्या कंडोम चाहिए।
अविनाश : उसकी ओर देखते हुए हां एक पैकेट दे दो।
आदमी: जेब से एक पैकेट निकलता है और कहता है साहब 100 रुपए का है।
अविनाश: जेब से 100 का नोट निकलता है और उसे देते हुए कहता है कि भाई ये बताओ यहां एकांत कहा मिलेगा। मुझे अपनी दोस्त के साथ कुछ देर बात करनी है।
आदमी : साहब क्यो मजाक करते हो बातें करने के लिए कोई रंडी को लेकरन् नहीं आता।
तृप्ति खुद के लिए रंडी शब्द सुनकर शर्मा जाती है उसे गुस्सा आ रहा था लेकिन वो शंात थी।
अविनाश : नहीं भाई ये रंडी नहीं है। भाई
आदमी: साहब क्या बात करते हैं ये आपकी पत्नी नहीं है ना।
अविनाश : हां ये मेरी पत्नी नहीं है मेरे दोस्त की पत्नी है।
आदमी : ये तो मुझे मालूम है कि ये किसी और की पत्नी है और लवर पार्क में आप लोग झाडियो के पीछे जा रहे हें कंडोम लेकर वहां कंडोम का क्या काम है। एक ही काम है। यहां इस तरह की लडकियां बहुत आती हैं साहब पुलिस वालों से बचने के लिए मंगलसूत्र और मांग में सिंदूर लगाती है। लेकिन साहब चिता मत करो। आप उस कोने में चले जाओ यहां पुलिस बुलिस नहीं आती मस्त होकर इस रंडी की चुदाई करना। वैसे अपना नम्बर बता देने बहुत खूबसूरत है बहुत पैसा मिला। अविनाश फिर बात जल्दी समाप्त करता है और तृप्ति को लेकर पार्क के अंदर चला जाता है। और सीधा झाडियों के पीछे ले जाता है।
तृप्ति : देखों कैसे मुझे रंडी बोल रहा था और तुम शांत रहे।
अविनाश : क्या करता वो सच ही तो बोल रहा था।
तृप्ति : अविनाश की ओर देखती है और उसकी आंखों से आंसू निकल आते हैं।
अविनाश : तृप्ति के ंअंासू पोछतें हुए, देख मेरी बात सुन फिर बताना कि मैं गलत कह रहा हूं या सही।
तृप्ति रोते हुए : हां बोले
अविनाश : तू मुझसे चुदवाने को तैयार है।
तृप्ति सिसकते हुए : हां
अविनाश : में तेरा कौन लगता हूं।
तृप्ति : शांत रहती है
अविनाश : कोई नहीं लेकिन तू मुझसे चुदवाने को तैयार हैं। मैं ये नहीं कहता तूं बाजारू रंडी है। लेकिन तू मेरी पर्सनल रंडी है। बता तू मेरी पर्सनल रंडी बनेगी कि नहीं।
तृप्ति : सिर हिलाते हुए हां।
अविनाश : मुंह से बोल और पूरा बोलना।
तृप्ति : हां मैं तुम्हारी पर्सनल रंडी बनूंगी और ये कहते हुए वो अपना मुंह अविनाश की छाती मेंछिपा लेती है।
इसके बाद अविनाश तृप्ति के चेहरे को उपर करता है और अपने होठ उसके होठ पर टिका देता है। पांच मिनिटदोनों में किसिंग चलती है।


tumblr-975a997aa1355f2639ea0cdac3c5764a-8a51a3b5-400
पांच मिनिट की किसिंग के बाद दोनों अलग होते हैंऔर अविनाश एकबार फिर तृपित की किस लेना शुरू कर देता है और फिर उसके कपडे उतार कर उसे नंगा कर देता है


3 6 1 2
थोडी देर तक अविनाश तृप्ति को देखता रहता है और फिर कहता है तृप्ति तू कपडे पहनकर बहुत हॉट लगती है और कपडे उतरकर उससे भी हॉट। तेरे घर में तो माल ही माल भरा हुआ है। वैसे अनुष्का ने तुझसे कुछ कहा था।
अचानक तृप्ति को कुछ याद आता है और वो अपना फोन निकलकर अविनाश को दे देती है और कहती है कि मेरे कुछ फोटो खींच लो और एक एमएमएस भी बना लेना।
अविनाश : किसलिए
तृप्ति : तुम्हें पता नहीं है जैसे
अविनाश : पता है लेकिन मुझे तुमसे सुनना है।
तृप्ति : इसलिए ताकि मैं जब तुम समने ना हो तो तुम्हारे लंड को देख सकूं। ओके और तुम काम शुरू करो और अविनाश तृप्ति के फोटो खींचता और फिर फिर अविनाश तृप्ति को अपने पैरोंके पास घुटने के बल बैठाता है और अपना लंड तृप्ति के सामने कर देता है। तृप्ति समझ जाती है कि अविनाश क्या चाहता है। अविनाश का 8.5 इंच लम्बा लंड देखकर वो बहुत खुश होती है। और तृप्ति अविनाश के खूंखार लंड के सुपाडे पर जीभ फिराते हुए उसको मुहँ में घोटने लगती है। ..बार बार लंड उसके मुहँ में आता जाता ..लंड को अन्दर तक ले जाती बाहर लाती सुपाडे को जीभ से चाटती, चूसती जैसे कोई लोलीपोप चूसता है


aaaaaaaaa20201123-122223
.उसके बाद मेरी तृप्ति उसके सुपाडे को कसकर ओठो से जकड लेती । लंड को मुहँ में लेकर ओठ बंद करके सुपाडा चूसने लगती, जैसे बच्चे टॉफी चूसते है , और फिर धीरे धीरे अपना सर हिलाने लगती। तृप्ति की अदाएं और हरकते और लंड पर फिसलते उसके हाथ और ओंठ सब कुछ सोचकर देखकर अविनाश पागल हुआ जा रहा था ...अविनाश कामुक लम्बी कराहे भर रहा था .कुछ देर बाद अचानक अविनाश का हाथ मेरी तृप्ति के सर तक पंहुच गया, उसने दीदी के काले बालो को मजबूती से पकड़ लिया और उसके सर को नीचे की तरफ ठेलने लगा.. अविनाश कमर उचका उचका के तृप्ति के मुंह में लंड पेल रहा था। अविनाश का लंड उसके रसीले ओठो को फैलाता हुआ, गीली जीभ पर से फिसलता हुआ तृप्ति के गले में जाकर अटक गया ..अविनाश ने नीचे से कमर का झटका मारा और तृप्ति का सर ऊपर उठाया फिर नीचे को दबा दिया ..लंड उसके गले में फंस गया .. तृप्ति को लगा किसी ने उसका गला घोट दिया, अन्दर की साँस अन्दर रह गयी बाहर की बाहर, उसका दम घुटते घुटते बचा था .. उसको तेज खांसी सी आ गयी और मुहँ में पूरा लंड होने की वजह से घुट कर रह गयी .. तृप्ति ने पूरी ताकत लगाकर खुद के सर को पीछे ठेला और लंड के बाहर निकलते ही लम्बी साँस लेकर खासने लगी ..उसके मुहँ से लार की नदियाँ बह निकली ..उसकी आँखों से पानी बहने लगा .. अविनाश को लगा कुछ गलत हो गया है और वो तृप्ति से सॉरी बोलने लगा और कहा यार सब्र नहीं हुआ अब नहीं करूंगा।

इस बीच अविनाश तृप्ति के एक के बाद एक एमएमएस बना रहा था। तृप्ति ने फिर अपने ओंठ चौड़े किये और अविनाश के लंड को फिर निगलती चली गयी.. और अविनाश तृप्ति से कहता है कि कैमरे की तरफ देखकर लंड चूसे तृप्ति कैमरे की तरफ देखते हुए लंड चूसने लगती है। फिर तेजी से उसके लंड पर अपना सर हिलाने लगी .उसके ओंठ लंड के चारो ओर सरसराने लगे .. वो तेजी से लंड को अन्दर बाहर करने लगी .. अविनाश ने तृप्ति के बाल पकड़ के उनके सर पर दबाव बनाए रखा और नीचे से कमर हिलानी शुरू करी और ऊपर से उसका मुहँ स्थिर कर दिया..फिर अविनाश ने तृप्ति को छोड दिया। और उसे चादर पर लिटा दिया और अपने पूरे कपडे उतार दिए। अब अविनाश तृप्ति के उपर आकर उसे किस करने लगता है



aaaaaaaaaaaaaaa20201123-115632
किस करते करते अविनाश तृप्ति की चूचियां दबाता है और उन्हें पीने लगता है जिससे तृप्ति की सिसिकियां निकलने लगती है। वो आईईर्ईर्ईर्ई उउउउउआईईर्ईर्ईर्ई उउउउउआईईर्ईर्ईर्ई उउउउउआईईर्ईर्ईर्ई उउउउउ करने लगती है। थोडी देर बाद अविनाश पोजीशन चेंज करता है और तृप्ति को 69 पोजीशन में ले आता है अब तृप्ति अविनाश का लंड फिर से चूसना शुरू कर देती है और अविनाश तृप्ति की चूत चाटने लगता है।


39087
अविनाश तृप्ति की चूत को पूरे मुंह में भर लेता और फिर हल्के हल्के काट रहा था। जिससे तृप्ति की सिसिकयां तेज होती जा रही थी। अविनाश अपनी एक उंगली तृप्ति की चूत में डालता है लेकिन उसकी उंगली अंदर नहीं जाती। वो समझ जाता है तृप्ति की शादी भले ही हो गई हो लेकिन वो अभी वर्जिन हीहैं। और अविनाश तृप्ति की चूत को फिर और जोर से चाटने लगता है और सोचता है कि इसकी चूत और गांड मारने में बहुत मजा आएगा। वैसे भी इसका पूरा परिवार ही चाहता है कि मैं इसकी चुदाई करूं लेकिन तृप्ति मैं तुम्हें ऐसे ही नहीं चोदकर मां बनाउंगा पूरी कीमत वसूल करूंगा। और थोडी देर बाद तृप्ति झड जाती है। इधर अविनाश अभी तक नहीं झडा था। लेकिन जिस तरह से तृप्ति पूरी रास्ते भर उसके लंड से खेलते हुए आई थी। उसके बाद अविनाश को भी लगने लगा था कि वो ज्यादा देर मैदान में नहीं टिक पाएगा। इसलिए वो एक बार फिर खडा हो जाता है और तृप्ति को बैठा कर अपना लंड चुसवाने लगता है त़प्ति समझ जाती है कि अब अविनाश झडने वाला है और थोडी देर बाद अविनाश अपना लंड तृप्ति के गले के अंदर डालकर पिचकारी छोड देता है तृप्ति सारा पानी पी जाती है।
 
Member
156
238
43
अपडेट—12
आधा घंटा हो गया था। तृप्ति दो बार झडी थी जिसका पानी अविनाश पी गया था। और अविनाश एक बार झडा था और पूरा पानी तृप्ति को पिला दिया था।
इसके बाद तृप्ति अपने कपडे पहनना शुरू करती है तो अविनाश उसका हाथ पकड लेता है।
तृप्ति : अभी कुछ और करना है क्या, चुदाई तो यहां हो नहीं पाएगी। क्योंकि तुम्हारा लंड बहुत बडा है और मैं वर्जिन हूं। यहां चोदोंगे तो पूरे पार्क को पता चल जाएगा। किसी लडकी की सील टूट रही है।
अविनाश : चोदना नहीं है बात करना है और मैं चाहता हैं कि जब तक हम बात करते रहे तुम नंगी ही मेरी गोदी में बैठी रहो।
तृप्ति : हंसते हुए इतनी सी बात, लो ये रखे हैं कपडे। वैसे ये बताओ यहां से जाते समय ब्रा पेंटी पहनकर जाने की इजाजत होगी।
अविनाश : हां यहां से तुम पूरे कपडे में ही जाओगी और आगे का सफर गाडी में ही तय करोगे। लेकिन पहले मेरी बात सुनो। जरूरी बात करनी है लेकिन पहले तुम्हें वादा करना होगा तुम मेरी मदद न करना चाहो तो ये बात हमारे बीच में ही रहेगी।
तृप्ति: ठीक है मैे तुमसे वादा करती हैं अब बोलो
अविनाश : पहले ये बताओं कि तुम मुझसे सिर्फ बच्चा हासिल करने तक चुदवाओगी या जिंदगी भर के लिए मेरी रखैल बनना पसंद करोगी।
तृप्ति : तुम्हारी क्या इच्छा है अविनाश
अविनाश : देख तेरा जिस्म और जिस तरह से तूने मेरा लंड चूसा है मैं तो पागल हो गया हूं। मैं तो तुझे पूरी जिंदगी चोदना चाहता हूं। और एक नहीं एक दर्जन बच्चे पैदा करना चाहता हूं।
तृप्ति : अरे नहीं इतने बच्चे नहीं चाहिए 2 या तीन बस इसके ज्यादा नहीं करूंगी। मुझे अपना शरीर खराब नहीं करना है। लेकिन हां तुम यदि चाहो तो मैं पूरी जिंदगी तुम्हारी रखैल बनकर रहने को तैयार हूं। क्योंकि तुम्हारे जैसा लंड वाला युवक मैने नहीं देखा। जो औरत को पूरी तरह से संतुष्टï कर सके।
अविनाश : तो अब तक किसने लोगों को देखा है जो तुम्हें संतुष्टï नहीं कर पाए।
तृप्ति : गुस्से से देखों इस तरह की मजाक फिर मत करना। और उसकी आंखों में आंसू आ जाते हैं।
अविनाश तृप्ति के आंसू पोछते हुए यार मैं मजाक कर रहा था सॉरी बाबा आगे से नहीं करूंगा। अब तो माफ कर दो। वैसे रखैले अपने मालिक से गुस्सा नहीं होती है। मालिकों को ही गुस्सा होने का अधिकार होता है।
तृप्ति को अविनाश के मुंह से अपने लिए रखैल शब्द सुनना बुना नहीं लगा। वो थोडी देर चुप रहती है फिर कहती है कि क्या से संभव है।
अविनाश : यदि तुम चाहो तो ये संभव है।
तृप्ति मुस्कुराते हुए : ठीक है तो मैं जिदंगी भर तुम्हारी रखैल बनने को तैयार हूं।
अविनाश : लेकिन क्या ये रखैल अपने मालिक के प्रति भी वफादार रहेगी।
तृप्ति : आजमाकर देख लेना।
अविनाश : ठीक है तो फिर तू आज से मेरी परमानेंट रखैल है। ठीक है।
तृप्ति मुस्कुराते हुए : जी मालिक अब बताइयां क्या काम है।
अविनाश : देख बुरा मत मानना
तृप्ति : रखैल मालिक की बात का बुरा नहीं मानती है।
अविनाश : देख तेरे घर जाने का मेरा मकसद कभी भी घर का खाना नहीं था। बल्कि मैं दीप्ति को देखने के लिए जाता था। और मैं उसे चोदना चाहता हूं।
तृप्ति : क्या, मां को
अविनाश : हां और इसमें तू बता मेरी क्या मदद कर सकती हैं।
तृप्ति : तुम मुझे मरवा दोगे।
अविनाश : कुछ नहीं होगा तेरा नाम नहीं आएगा। यदि खेल पूरी तरह से खराब भी हो गया। तभ भी मैं तेरे साथ रहूंगा। तुझे मैं मां बनाउंगा तेरी हर तकलीफ में तेरा साथ दूंगा। तू भले ही ना दे पाए।
तृप्ति : जब मैं आपको अपना मालिक मान लिया है तो फिर आप ये सोचना भी मत कि मैं आपका साथ नहीं दूंगी। मैंने सिर्फ ये कहा कि ये काम मुश्किल है।
अविनाश : हां मुश्किल है इसलिए मुझे तेरी जरूरत है।
तृप्ति : थोडी देर तक सोचती है और फिर कहती है कि जैसा तुम चाहो मैं वैसा करने को तैयार हूूं। लेकिन एक बात बताओ दीप्ति को एक बार चोदोगे कि उसे परमानेंट मेरी तरह अपनी रखैल बनाकर रखोगे।
अविनाश : क्या ये संभव है।
तृप्ति : यदि तुम चाहो तो लेकिन तुम्हें एक काम करना होगा।
अविनाश : क्या
तृप्ति : क्या तुम अनुष्का को अपना सकते हैं।
अविनाश : मतलब
तृप्ति : मैं चाहती हूं कि तुम अनुष्का से शादी कर लो।
अविनाश : लेकिन तुम जानती हो ना कि वो मां नहीं बन सकती।
तृप्ति : लेकिन तुम्हें तुम्हारा बच्चा मिल जाए तो।
अविनाश : क्या तुम इतने बच्चे पैदा करोगी।
तृप्ति : नहीं मैं नहीं कोई और
अविनाश : कौन
तृप्ति : दीप्ति
अविनाश :क्या लेकिन ये होगा कैसे
तृप्ति : ये तुम मुझ पर छोड दो मेरे पास एक प्लान है। तुम्हें उसमें मेरा साथ देना है।
अविनाश : ठीक है, मैं तुम्हारे साथ हूं यदि दीप्ति भी मेरी परमानेंट रखैल बनने को तैयार है और मेरे बच्चे पैदा करेगी। तो अनुष्का से मैं शादी करने को तैयार हूं। वैसे भी अनुष्का इस शहर की ब्यूटी क्वीन है उससे कोई भी शादी करने को तैयार हो जाएगा। लेकिन प्लान क्या है।
इसके बाद तृप्ति अविनाश को पूरा प्लान समझा देती है।
अविनाश : ठीक है, लेकिन एक बात और तुम कह रही हो कि दीप्ति दो दिन में मेरे विस्तर गरम करेगी। और पूरे जोश से मुझसे चुदवाएगी।
तृप्ति : हां
अविनाश : ठीक है तो फिर मैं तुम्हारी सील बाद में तोडूंगा पहले दीप्ति की सील तोडूेगा।
तृप्ति : क्या लेकिन दीप्ति तो वर्जिन भी नही है दो बच्चों की मां है।
अविनाश : अरे उसके पिछवाडे की सील तो अभी वर्जिन होगा।
तृप्ति : इसका मतलब है कि तुम मेरी भी।
अविनाश : हां ये तो होगा ही, वैसे तुम्हारी चूत और गांड दोनों ही वर्जिन है।
तृप्ति : अपना सिर झुका कर मुस्कुराने लगती है।
अविनाश : एक बात बताएगी।
तृप्ति : पूछो
अविनाश : रोहित का बिल्कुल खडा नहीं होता या फिर खडा होता है लेकिन काम नहीं हो पाता।
तृप्ति : नहीं खडा होता है लेकिन इतना सख्त नहीं हो पाता कि वो मेरी सील तोड सके।
अविनाश : फिर तो गडबड हो जाएगी।
तृप्ति : कैसे गडबड
अविनाश : मैं तेरी सील तोड दूंगा तो फिर वो भी तेरी चुदाई शुरू कर देगा।
तृप्ति :तो इससे क्या होगा मेरा पति है वो लेकिन फिर भी वो मुझे मां नहीं बना पाएगा।
अविनाश : कुछ देर सोचता है ठीक है लेकिन तू अपनी गांड कभी भी रोहित से नहीं मारवाएगी। मंजूर है।
तृप्ति : मुस्कुराते हुए मंजूर है। अब हम लोगों को निकलना चाहिए। अभी भी 200 किलोमीटर चलना है। डेढ बज चुका है।
इस बीच तृप्ति फोन उठाती है और कुछ मैसेज करने लगती है। तभी अविनाश के फोन पर मैसेज की टोन आती है। वो फोन चैक करता है तो तृप्ति का वाहटसऐप था। और जब वो खोलता है तो उसमें तृप्ति की अभी जो न्यूड फोटो खीचीं थी उसके साथ कई एमएमएस भी थे।
अविनाश : यार इसे भेजने की क्या जरूरत थी। यदि मेरी नियत खराब हो गई और मैंने तुम्हें ब्लैकमेल किया तो।
तृप्ति : मुझे मालूम है ऐसा कुछ नहीं हनेगा। अब मैं आपकी रखैल बन चुकी है तो आपको खुश तो रखना ही पडेगा।
और फिर अविनाश तृप्ति के साथ निकल जाता है करीब 50 किलोमीटर चलने के बाद वो लोग एक रेस्टोरेंट में पहुंचते हैं। जहां हल्का सा नाश्ता करते हैं और फिर बाकी लोग भी आ जाते हैं। अब अविनाश बाइक से अकेला जा रहा था।
 
Member
156
238
43
अपडेट-13
गाडी में अनुष्का : हां बता क्या बात हुई।
तृप्ति : मां अविनाश तैयार नहीं हो रहा है।
ये बात सुनकर सभी को झटका लगता है क्योंकि जो पिछले तीन घंटे में हुआ था। उसके बाद सभी को लग रहा था अविनाश तैयार है।
अनुष्का: ये तुम क्या कह रही हो भाभी। अनुष्का तृप्ति के साथ ही पीछे बैठी हुई थी। त़प्ति उसका हाथ दबा कर सभी की नजरों को बचाते हुए आंख मार देती है। अनुष्का समझ जाती है कि कोई मामला तो हैं।
जीवन : क्या बात कर रही हो। मुझे भी लग रहा था कि उसे तैयार करना थोडा मुश्किल होगा।
रोहित : मैंने तो कहा था कि अविनाश के मैटर में मैं कुछ भी नहीं कर सकता। तभी तृप्ति फिर बोलती है।
तृप्ति : अविनाश ने साफ साफ मना नहीं किया है। बल्कि उसने कुछ कंडीशन रखी हैं।
रोहित : क्या
तृप्ति : देखों अविनाश को अनुष्का ने पुराने हादसे के बारे में सब कुछ बता दिया है। अनुष्का अविनाश से प्यार करती है और आप लोगों को ये बता दूं कि अविनाश भी अनुष्का से बहुत पहले से प्यार करता है। तृप्ति के मुंह से ये सुनकर अविनाश बहुत पहले से उससे प्यार करता है अनुष्का को आश्चर्य होता है। लेकिन जब तृप्ति फिर अनुष्का का हाथ दबाती है तो वो समझ जाती है कि अविनाश ने जो उससे कहा था उसे वो ही करना है यानी जो भी तृप्ति बोलेगी उसका साथ देना है।
जीवन : फिर दिक्कत क्या हैं यदि अविनाश अनुष्का से प्यार करता है तो हम लोग उनकी शादी करा देते हैं। और वैसे भी अनुष्का ने तो खुद कहा था कि यदि तुम्हारे लिए उसे अपनी कुर्बानी देनी पडी तो वो उसके लिए तैयार है।
तृप्ति : आप इसे कुर्बानी कह रहे हैं। क्या अविनाश जैसा लडका आपको अनुष्का के लिए मिलेगा।
जीवन : नहीं बेटा मैं ये नहीं कह रहा कि अविनाश अनुष्का की कुर्बानी मांग रहा है। जब ये दोनों लोग प्यार करते हैं तो हम लोग कौन होते हैं। हमें लगता है इस शादी में किसी को परेशानी नहीं होनी चाहिए।
सभी लोग हां बोल देते हैं।
तृप्ति : लेकिन परेशानी दूसरी है। परेशानी ये है कि जो दिक्कत आज मेरे साथ है वो अनुष्का केे साथ भी आएगी। क्योंकि अनुष्का मां नहीं बन सकती। और अविनाश को अपना बच्चा चाहिए।
जीवन : ठंडी आंहे भरते हुए उस हादसे ने मेरा सबकुछ तबाह कर दिया।
दीप्ति: अब बार बार एक घटना को दोष क्यो देते हो जो हो गया वो हो गया।
जीवन : नहीं उसे भूलना इतना आसान नहीं है। हमारे बेटों को वो भुगतना पड रहा है हम तो भुगत ही रहे हैं।
रोहित : तो और क्या कहा अविनाश ने।
तृप्ति : अविनाश ने कहा कि यदि मां तैयार हो तो वो अनुष्का से शादी करने को तैयार है।
तृप्ति की बात कोई समझ नहीं पता तो सभी पूछते हैं मां तैयार हम मतलब नहीं समझे।
तृप्ति : मतलब ये कि मां को अविनाश के बच्चे पैदा करने होंगे।
दीप्ति भडकते हुए : क्या उसकी इतनी हिम्मत जो मेरे बारे में इस तरह की बात सोचे भी। अभी उसकी खबर लेती हूं। और दीप्ति अपना फोन निकलती है और अविनाश का नम्बर डायल करती है।
तृप्ति : मां रूक जाइये पहले ठंडे दिमाग से सोचिए फिर जो करना है करिएगा। जल्दबाजी में हम अपना ही नुकसान करेंगे।
तब तक दीप्ति अविनाश का नम्बर डायल कर चुकी थी लेकिन फोन स्विच ऑफ आ रहा था। हकीकत में तृप्ति ने ही अविनाश से कहा था कि दो घंटे तक वो अपना मोबाइल आफ रखना जिस कारण दीप्ति लगातार ट्राई करती है लेकिन फोन नहीं लगता है। दस मिनिट बाद।
तृप्ति: मम्मी आप बुरा मत मानिएगा। एक बात बताएगा। मेरे लिए अनुष्का कितना बडा त्याग कर रही थी। उसने कहा था कि यदि अविनाश ने मुझे मां बनाने के लिए उसे मांग लिया तो वो अविनाश को अपना शरीर सौंप देंगी। अविनाश उससे शादी करे या न करें लेकिन मेरे लिए अनुष्का अपनी जिंदगी कुर्बान करने को तैयार थी। यहां तो अविनाश अनुष्का से शादी कर उसकी जिंदगी को आबाद करने की बात कर रहा है। आप ही सोचिए यदि हम किसी को बताएं कि अनुष्का मां नहीं बन सकती तो क्या कोई अच्छा लडका इससे शादी करेगा। यदि हम किसी को अधेंरे में रखकर इसकी शादी करा दें तो एक साल में तो सब कुछ सामने आ ही जाएगा। फिर क्या होगा मामला कोर्ट में पहुंचेगा और दुनिया को पता चल जाएगा। फिर हमारी क्या इज्जत रहेगी। अनुष्का का भी तलाक हो जाएगा।
जीवन की आंखों में नमी आ जाती है और वो कहता है कि हम क्या कर सकते हैं वहीं अनुष्का की आंखों में भी नमी आ जाती है। दूसरी ओर दीप्ति जो अब तक आग बबूला हो रही थी वो भी ठंडा पडने लगती है।
तृप्ति : मम्मी बताइए क्या में गलत कह रही है।
दीप्ति: नहीं बेटी तू सही बोल रही है। ये तो होगा ही। लेकिन कोई न कोई लडका तो मिल ही जाएगा जो इन सभी कंडीशन में भी तृप्ति से शादी कर ले।
तृप्ति : हो सकता है लेकिन फिर मानके चालिए वो पैसों के लिए शादी करेगा अनुष्का से नहीं वो पैसे का लालची होगा और फिर वों हमारे पूरे परिवार को कितना परेशान करेगा और ब्लैकमेल करेगा आप जानती भी नहीं है।
दीप्ति : फिर बताओ क्या हो सकता है।
तृप्ति: देखिए मम्मी जी आपको एक वादा करना होगा।
दीप्ति: कैसा वादा
तृप्ति : आपको हम सबकी कसम खाकर कहना होगा कि जब हम लोग वीरमगांव पहुंचेंगे तो आप अविनाश से कुछ भी नहीं कहेंगी। आपको उसकी बात नहीं माननी तो भी और माननी तो भी
दीप्ति: उसकी बात मानने को तो सवाल ही नहीं उठता।
जीवन : देखों अब शांत हो जाओ गुस्सा करने से हमारा ही नुकसान है।
रोहित : हां मां, हम अविनाश से फिर बात करेंगे। उसे तैयार करने की कोशिश करेंगे। वैसे भी तृप्ति बडी मुश्किल से तैयार हुई थी। अब फिर कैसे तैयार होगी। क्योंकि बखेडा खडा हुआ तो सबसे ज्यादा बदनामी भी हम लोगों की ही होनी है। दूसरा अविनाश पर हम लोग कम से कम इतना तो भरोसा कर सकते हैं कि इतना होने के बावजूद वो हमारी बातें लीक नहीं करेगा जिससे हमें आगे चलकर मुश्किलें आए।
जीवन : रोहित बिल्कुल सही बोल रहा है दीप्ति। अगर तुम गुस्सा होती है और अविनाश ने कुछ कह दिया तो सोचो नुकसान किसका है। बच्चों ने कुछ गलत कदम उठा दिया तो सिर्फ पछताते रहेंगे हम तुम्हारे उपर कोई दबाव नहीं डाल रहे कि अविनाश की बात मान लो। लेकिन तुम अपने गुस्से पर काबू रखोंगी कुछ भी हो जाए। तुम्हें मेरी कसम है।
दीप्ति : अरे इसमें कसम देने की क्या बात है। यदि मामला ऐसा है तो मैं कुछ नहीं कहूंगी। लेकिन अब मेरी नजरों में अविनाश की वो इज्जत नहीं रही जो पहले थी। मैं उसे अपना बेटा मानती थी।
जीवन : वो सब ठीक है लेकिन समस्या वहीं हैं कि क्या किया जाए।
तृप्ति : और एक बात और मैंने अपनी ओर से पूरी कोशिश कर ली है। अब मुझसे ज्यादा उम्मीद मत रखिएगा।
 
Member
156
238
43
अपडेट-14
रोहित : क्या अब तुम भी, यार इतने आगे आकर पीछे नहीं हट सकते।
तृप्ति : मैंने कब कहा पीछे हट रहे हैं। मैं यू कह रही हूं कि अविनाश के साथ मैं इतना आगे निकल आई हूं। और फिर भी बात नहीं बनती है तो फिर किसी दूसरे आदमी का नाम मेरे सामने मत लेना। रोहित तुम ये मत कहना है कि अविनाश को छोडो अब इस आदमी से चक्कर चलाते हैं फिर इससे।
जीवन : हां तृप्ति सही बोल रही है हमारे लिए पहले ही वो इतनी कुर्बानी देने को तैयार हो गई थी। उसे बार बार अलग अलग लोगों के सामने नहीं परोस सकतें। आखिर वो हमारे खानदान की बहू है मेरे बेटे की पत्नी है।
दीप्ति : परेशान होते हुए मेरे तो कुछ भी समझ में नहीं आ रहा। मेरा तो सिर दर्द होने लगा है। इधर तृप्ति अनुष्का को इशारा करते हुए कहते हैं कि तू भी कुछ बोल और उसे एक बार फिर आंख मार देती है। अनुष्का भी समझ जाती है कोई तगडा प्लान तो है। अरैर भाभी तैयार हो गई है तो मुझे उनका साथ ही देना होगा। इस बीच तृप्ति अपने फोन पर एक मैसेज टाइम करती है। अनुष्का ने तृप्ति को मैसेज टाइम करते हुए देख लिया था वो समझ गई थी कि मैसेज उसके लिए है। तो उसने अपने फोन का व्हाटएपेट चेट पहले ही खोल लिया था और जैसे ही तृप्ति का मैसेज आता है वो उसे पढने लगती है। मैसेज में तृप्ति ने लिखा था।
अनुष्का चिंता मत करना। देख अविनाश मुझे मां बनाने को तैयार है साथ ही तुझसे शादी भी करने को तैयार है। उल्टा उसी ने कहा था कि वो शादी करेगा तो अनुष्का से ही। तुझसे भले ही उसने अपने दिल की बात नहीं कही हो। क्योंकि वो नहीं चाहता था कि तू अपनी मां और अविनाश के प्यार के बीच पिस जाए। इसलिए इस खेल में उसने तुम्हारी जगह मुझसे मदद मांगी। उसकी परेशानी भी मेरे वाली ही है। यहां रोहित बाप नहीं बन सकता उधर तू मां नहीं बन सकती। इसलिए मैंने ही अविनाश को इसके लिए तैयार किया है। कि वो दीप्ति को चोदकर बच्चा पैदा करे। वैसे भी तेरी मां की उम्र ज्यादा नहीं है। 15 साल से वो अपने अंदर की आग दबाए बैठी है। तू क्या चाहती है जिस सुख से वो वंचित है वो उसे नहीं मिलना चाहिए। माना दीप्ति जल्दी इसके लिए तैयार नहीं होगी। लेकिन मैं उसे तैयार कर लूंूगी तू साथ दे या न दे। और यदि दीप्ति तैयार भी नहीं होती तब भी मैं तेरी शादी अविनाश से करवाउंगी। भले ही इसके लिए मुझे कुछ भी क्यो न करना पडे। अब तू बता तू किसके साथ है। अविनाश के साथ या उसके खिलाफ। वैसे अविनाश ने कहा था कि अनुष्का से कह देना कि तू मेरी मदद कर लेकिन मैं तुझसे अविनाश के लिए नहीं मेरे लिए। मैं तुझसे मदद मांग रही हूं। अब तुझे फैसला लेना है तू मेरा साथ देगी या नहीं। यदि मेरा साथ देगी तो दीप्ति को अविनाश से चुदवाने में मेरी पूरी मदद करनी होगी। नहीं तो मैं अकेले ही ये काम करूंगी। मुझे मालूम है अगर तू साथ देगी तो ये काम आसानी से हो जाएगा। तुरंत रिप्लाई करके बताओ तू मेरे और अविनाश के साथ है। या फिर नहीं।
मैसेज पढकर पहले तो अनुष्का चौंकती है लेकिन जब वो सोचती है कि तृप्ति को तो अविनाश मां बनाने को तैयार है। मेरे से वो प्यार करता है और शादी भी करने की बात कर रहा है। अब जो भी कुछ अविनाश और तृप्ति कर रहे हैं वो मेरे भले के लिए कर रहे हैं। ये बात सही है कि मैं मां नहीं बन सकती। ऐसे में ये ऑपशन सबसे बेस्ट है। मां भी प्यासी होंगी। और अविनाश ने कहा था कि मुझे हर हाल में तृप्ति का साथ देना है। यानी अविनाश को तृप्ति पर भरोसा था और मुझ पर नहीं। मुझ पर शायद इसलिए क्योंकि मैं मां से भी बहुत प्यार करती हूं और जो बात अविनाश ने तृप्ति से कही और तृप्ति ने इतने लोगों के सामने कह दी वो शायद मैं बोल ही नहीं पाती। अब क्या सोच रही है अनुष्का अपने प्यार का साथ देगी या नहीं। और अनुष्का के हाथ अपने आप मैसेज टाइप करने लगते हैं। और वो तृप्ति को कहती है भाभी मैं आपके और अविनाश के साथ हूं।
तृप्ति : तो ठीक है अनुष्का तू ऐसे नाटक करना है जैसे कि तेरी जिंदगी का सबसे बडा फैसला होना था। अविनाश से तेरी शादी हो जाती तो तू भविष्य में खुश रह सकती थी। लेकिन दीप्ति केे कारण सब गडबड हो गया। लेकिन शब्दों का चयन सही तरीके से करना कहीं तेरी मां न भडक उठे अब जरा मुंह लटका लें।
अनुष्का: ठीक है भाभी जैसा आप चाहती है वैसा ही होगा। और अनुष्का अपना चेहरे पर ऐसा प्रदर्शित करने लगती है जैसे वो बहुत चिंतित हो।
तृप्ति : अरे मम्मी का मूढ तो ठीक हुआ लेकिन अनुष्का तेरा क्या हुआ। तू क्या मुंह लटकाए बैठी हुई है।
जीवन : अरे क्या हो गया बेटा तुझे, तू क्यो निराश है।
तृप्ति : देख तेरों को अविनाश से अच्छे लडके मिल जाएंगे।
अनुष्का : आंखों में आंसू लाते हुए मुझे किसी से बात नहीं करनी है।
दीप्ति : क्यों क्यों बात नहीं करनी है। और तृप्ति सही ही तो कह रही है अविनाश से अच्छे लडके मिल जाएंगे मेरी गुडिया के लिए।
अनुष्का : मम्मी आप भी जानती हैं कि आप झूठ बोल रही है। आपको भी भरोसा नहीं है कि ऐसा होगा। मुझे कोई झूठा दिलासा मत दो। मैं तो पहले से ही ये मान बैठी थी कि मेरी शादी जिंदगी भर नहीं होगी। मानसिक रूप से मैं इसके लिए तैयार भी थी। लेकिन फिर भाभी का मामला आया और मैं अविनाश के करीब होती चली गई। उसके साथ रिश्ते में आगे भी बढी. लेकिन ये नहीं पता था। कि इस रिश्ते का अंजाम ये होगा। आज के बाद आप लोग मेरी शादी की बात भूल जाइए। आप लोगों ने कभी किसी और लडके से मेरी शादी की बात की तो मैं अपनी जान दे दूंगी।
दीप्ति : ये क्या बकवास कर रही है। और तुझे अविनाश से प्यार कर हो गया। उस जैसे घटिया इंसान से।
तृप्ति : मन ही मन कहती है सासू मां कुछ भी कह लो आज आप अविनाश को घटिया आदमी कह रही हो लेकिन वो घटिया आदमी ही कल तेरी चीखें निकलवाएगा।
अनुष्का : मां ये सब पिछले दो महीने में हुआ है। आप लोगों के कारण ही में अविनाश के करीब गई। अब आप लोग कह रहे हैं कि उससे दूर हो जाओ। मैं आप लोगों की ही बात मानूंगी। लेकिन मुझसे आज के बाद कभी भी शादी की बात मत करना।
जीवन : बेटा शांत हो जाओ अभी तेरी उम्र ही कितनी है। पूरी जिंदगी पडी है। और हम लोग अविनाश को मनाने की कोशिश करेंगे।
दीप्ति : हां बेटा हम लोग उसे मनाएंगे। भले ही उसने मेरे बारे में जो सोचा वो गलत था। लेकिन वो हमारा अपना है। कोई गैर थोडे ही है। रोते नहीं हैं बेटा।
तृप्ति : दीप्ति के बदलते तेवर को देखते हुए, इसे कहते हैं मतलबी इंसान जब अपनी बेटी पर आई तो कितनी जल्दी वो घटिया आदमी अपना हो गया। देखती जाओ सासू मां आपके लिए मैंने क्या क्या इंतजाम किए हुए हैं।
 
Member
156
238
43
अपडेट-15
जीवन : तो दीप्ति हम लोग अविनाश को फिर मनाने की कोशिश करेंगे। और तुम ये भूल जाओ कि अविनाश के मन में तुम्हारे लिए क्या विचार हैं। वो शायद वहां भी ये बात बोले लेकिन तुम भडकोंगी नहीं। हमारी बेटी और बहू दोनों का सवाल है।
दीप्ति : ठीक है, आप लोग बोलते हैं तो मैं उस पर गुस्सा नहीं होउंगी। वैसे वो यदि तैयार हो जाता है तो हमारे घर का दामाद होगा।
रोहित : सही मां आप यदि उसकी बात से गुस्सा हुईं तो सबकुछ बर्वाद हो जाएगा।
तृप्ति अनुष्का से : अब तू अपने इस खूबसूरत चेहरे को साफ कर ले। यदि ऐसे रोती रहेगी तो कुछ भी नहीं हो पाएगा। और एक बार फिर उसका हाथ दबाते हुए इशारा करती है कि अभी के लिए इतना बहुत हैं। इतनी देर में तृप्ति के पास अविनाश का मैसेज आता है। मैसेज में बस ये लिखा था स्थिति कैसी है। तृप्ति जबाव देने लगती है।
तृप्ति : जो सोचा था उससे ज्यादा खतरनाका स्थिति थी। आपकी होने वाली रखैल ऐसे भडक रही थी जैसे कि कोई गरम सलाह उसे पकडा दी गई हो। लेकिन मैंने ऐसा चक्कर चलाया कि उसके सभी पर कट गए। वो आपसे गुस्सा तो हैं। लेकिन कुछ कहेंगी। नहीं।
अविनाश : अनुष्का कैसी है और बाकी लोगो का रिएक्शन कैसा था।
तृप्ति : अनुष्का तो पूरी तरह से अपनी ही साइड है और उसी के आंसूओं ने दीप्ति की अकड ढीली कर दी है। देखना कितनी जल्दी दीप्ति सिलेंडर करती है। बाकी के लोगों की राय साफ नहीं हैं। या यूं कहो कि वो लोग भी चाहते हैं कि तुम्हारा प्रपोजल दीप्ति मान ले। लेकिन अभी खुलकर नहीं बोल रहे हैं लेकिन चिंता मत करों आज रात होते होते पिताजी और रोहित दोनों हमारी तरफ होंगे। और सुबह दीप्ति भी पूरी तरह से समर्पण को तैयार हो जाएगी। लेकिन हमें उससे सिर्फ हां नहीं कहलवाना है बल्कि उसके पर पूरी तरह से काट देने हैं। तुम बस अपनी होने वाली सास की चुदाई की तैयारी शुरू कर दो।
अविनाश : सास की नहीं रखैल की। इसे मैं जिंदगी भर अपनी रखैल बनाकर रखूंगी। और अपने बच्चे भी पैदा करवाउंगा।
तृप्ति : हंसते हुए ठीक है लेकिन मुझे भुल मत जाना। और एक बात अपनी सास से शादी करोगे।
अविनाश : तुझे कहां से भूलूंगा। तू तो मेरी सबसे ज्यादा खास रहेगी। और शादी यदि दीप्ति से करूंगा तो अनुष्का का क्या होगा।
तृप्ति : अनुष्का तुम्हारी पत्नी बनेगी। और सासू मां सिर्फ रखैल, लेकिन यदि शादी कर लोगे तो तेरी रखैल सास खुद को तेरी बीबी मानेगी। और जैसे जीवन से कुछ भी न होने के बाजवूद वो उसकी बात नहीं टालती वैसा ही सम्मान तुझे देने लगेगी।
अविनाश : ठीक है तो फिर इस रखैल से शादी भी कर लंूगा। फिर चैटिंग बद कर अविनाश बाइक आगे बढा देता है। शाम छह बजे सभी लोग वीरमगांव पहुंच जाते हैं।
वीरमगांव में अविनाश करीब आधा घंटे लेट पहुंचा था। और जब वो सबसे मिलता है तो तृप्ति और अनुष्का के चेहरे पर मुस्कुराहट थी जबकि दीप्ति के चेहरे पर साफ साफ चिंता दिखाई दे रही थी। चिंता रोहित और जीवन के चेहरे पर भी थी। लेकिन उन्हें एक उम्मीद की किरण भी दिख रही थी कि अविनाश शायद तैयार हो जाएगा। अविनाश सभी से मिलने के बाद अपने कमरे के बारे में पूछता है। पहले से ही ये तय कर लिया गया था कि अविनाश का कमरा उपर वाला होगा। जहां तृप्ति यदि चुदवाने जाएगी तो कोई डिस्टर्ब नहीं करेगा। लेकिन यहां तो मामला अभी पूरी तरह से बना ही नहीं था। लेकिन उसे उसका कमरा बता दिया जाता है और अविनाश अपना बैग लेकर उपर चला जाता है।
इधर जीवन कहता है : तृप्ति और अनुष्का तुम दोनों जाकर एक बार फिर अविनाश से बात करके देख लो।
तृप्ति : जी पापा जी और तृप्ति अनुष्का के साथ अविनाश के कमरे में पहुंच जाती है। अविनाश को सबकुछ पता था इसलिए वो कमरे का गेट बंद करने के लिए कहता है अनुष्का गेट बंद करती है और जब पलट कर देखती है तो तृप्ति अविनाश की बाहों में थी और दोनों के बीच जबरदस्त किसिंग चल रही थी।

tumblr-975a997aa1355f2639ea0cdac3c5764a-8a51a3b5-400
 
Member
156
238
43
अपडेट-16
अनुष्का : हैलो मैं भी यहां हूं।
अविनाश : तो तू भी आ जा।
और अनुष्का भी अविनाश की बाहों में समा जाता है। अविनाश कभी अनुष्का के होठ चूसता है तो कभी तृप्ति के फिर पांच मिनिट बाद दोनों को छोड देता है और फिर तीनों विस्तर पर बैठ जाते हैं।
अनुष्का : यार मुझे तो कुछ समझ में नहीं आ रहा गाडी में भाभी जिस तरह से बात कर रहीं थी उससे लग रहा था कि तुम ये काम करने को तैयार नहीं हो। थोडी देर पहले भी भाभी पापा से बात कर रहीं थी तो चिंतित सी लगी लेकिन यहां ते मामला ही अलग है।
अविनाश : देख तू सिर्फ हमारा साथ दे। तेरी सारी चिंता, दुख दर्द अब खत्म हो चुके हैं। तू बस ये मान ले कि भले ही हमारी अभी शादी नहीं हुई है। लेकिन तू मेरे बीबी बनेगी। और जल्दी ही बनेगी। दो महीने के अंदर तेरी मुझसे शादी हो जाएगी। तेरे घर वाले तैयार भी नहीं हुए तो भी मैं तुझे भगा ले जाउंगा। मुझ पर भरोसा है तुझे।
अनुष्का : अपने से भी ज्यादा,
अविनाश : तो ठीक है, अभी तेरे को बहुत बडा नाटक करना है।
अनुष्का : आप हुकुम तो कीजिए, आपके लिए सिर भी कटा सकती हूं।
अविनाश : ऐसी बात दुबारा बोली तो खाल खींच लूंगा।
अनुष्का की आंखों में आंसू आ जाते हैं और कहती है कि इतना प्यार जिंदगी भर करते रहोगे।
अविनाश : हां तुझे मैं जिंदगी भर प्यार करूंगा। लेकिन अभी आज और शायद कल तुझे मुरे मुंह से ढेरो गालिया सुनने को मिल सकती हैं। लेकिन ये मान कर चलना ये बहुत जरूरी होगा। अकेले में तू भले ही इसके बदले मुझे कितना भी पीट लेना लेकिन जब मैं तुझे सुनाउ तो तेरे आंसू निकलने चाहिए। वैसे मुझे मालूम है तू नाटक भी नहीं करेगी तब भी मेरी बातों से तेरे आंसू निकल आएंगे।
अनुष्का : ठीक है
तृप्ति : यार उसे बता तो दों तू क्या क्या कहेगा। मैं ही बता देता हूं। देख अनुष्का अविनाश को गलत मत समझना।
अनुष्का : नहीं भाभी मैं इन्हीं कभी भी गलत नहीं समझती।
तृप्ति : तो सुन अविनाश तुम्हें बच्चा न पैदा करने वाले मामले में सुनाएगा। वो तुझे बांझ बोलेगा पर प्लीज झेल जाना। उससे गुस्सा होना का नाटक कर लेना पर गुस्सा मत होना। क्योंकि मैंने देखा है वो भी तुझे बहुत प्यार करता है।
अनुष्का : भाभी बांझ तो मैं हूं ही हां कोई और कहेंगा तो बुरा लगेगा और अविनाश कहेगा तो और भी ज्यादा लगेगा।
अविनाश : अनुष्का को खींचकर अपनी गोद में बैठा लेता है और कहता है जान प्लीज आज और कल सहन कर लो। प्लीज
अनुष्का : आपके लिए कुछ भी सहन कर सकती हूं। लेकिन मां के साथ संबंध वाली बात समझ में नहीं आ रही है।
अविनाश : यार सीधा सीधा है तू बच्चे पैदा नहीं करेगी तो फिर या तो तृप्ति दस बारह बच्चे पैदा करे या फिर तेरी मां मदद करे। मुझे और तृप्ति को तेरी मां वाला ऑपशन ही बेस्ट लगा। अब तू बता तू अपनी मां चुदवाने में मेरी मदद कर रही है या नहीं।
अनुष्का : ये भी कुछ पूछने वाली बात है पहले ही कह चुकी हूं मैं आपके साइड हूं कुछ भी हो जाए। आपको मां को चोदना है तो में पूरी कोशिश करूंगी कि जल्दी से जल्दी मां तुम से चुद जाए।
तृप्ति : और हां दीप्ति यानी तेरी मां और मेरी सास को मां हम लोग अब सिर्फ सबके सामने कहेंगे हम लोग अकेले होंगे तो सिर्फ दीप्ति। क्योकि जल्दी ही वो तेरे पति का विस्तर गरम करेगी। रंडी की तरह
अनुष्का : यार मां सॉरी दीप्ति को रंडी मत बोलो।
अविनाश : हां अनुष्का सही कह रही है।
तृप्ति : तो क्या उसे भी बीबी बना कर रखोंगे। मैंने शादी वाली बात मजाक में कहीं थी। लेकिन शादी का एक आइडिया है मेरे पास पास में एक मंदिर है पुजारी को आसानी से सेट किया जा सकता है, मंदिर में दीप्ति से शादी कर लेना। इससे एक काम हो जाएगा दीप्ति तुम्हें अपना पति मानने लगेगी और फिर तुम जिंदगी भर उससे जितने बच्चे चाहते हो ले सकते हैं। वो एक पतिव्रता पत्नी की तरह तुम्हारी इच्छा पूरी करती चली जाएगी।
अविनाश : हां ये सही रहेगा।
अनुष्का : तो फिर मेरा क्या होगा।
अविनाश : यार तेरी मां से शादी झूठमूठ की होगी तेरे से तो मैं बैंडबाजे के साथ शादी करूंगा।
अविनाश की बात सुनकर अनुष्का शर्मा जाती है।
तृप्ति : अनुष्का एक काम कर अब तू नीचे चली जा और कहना कि अविनाश मानने के तैयार नहीं है। मैं उसे समझाने की कोशिश कर रही हूं। वैसे भी आधा घंटा हो चुका है। कह देने कि अविनाश उसी बात पर अडा हुआ है और उसने कहा कि यदि दीप्ति को उसका प्रस्ताव स्वीकार है तो ठीक साढे दस बजे रेड ड्रेस में उसके कमरे में आ जाए। और जब आए तो पूरी तरह से तैयार होकर आए। अविनाश को लेक्चर न दे। ठीक है अब तू जा तब तक मैं अविनाश से कुछ और बात करू लूं।
अनुष्का : ठीक है और अनुष्का नीचे चली जाती है।
इधर अनुष्का के जाते ही तृप्ति गेट बंद करती है और अविनाश के उपर चढ जाती है।
 

Top