तमाम शब जहाँ जलता है इक उदास दिया, हवा की राह में इक ऐसा घर भी आता है।।
XP 007 ADMIN :D Senior Moderator 12,165 10,209 145 Staff Member Mar 19, 2022 #461 तमाम शब जहाँ जलता है इक उदास दिया, हवा की राह में इक ऐसा घर भी आता है।।
XP 007 ADMIN :D Senior Moderator 12,165 10,209 145 Staff Member Mar 19, 2022 #462 तेरे बदन से जो छू कर इधर भी आता है। मिसाल-ए-रंग वो झोंका नज़र भी आता है।।
XP 007 ADMIN :D Senior Moderator 12,165 10,209 145 Staff Member Mar 19, 2022 #463 अब तो ख़ुद अपनी साँसें भी लगती हैं बोझ सी, उमरों का देव सारी तवनाई ले गया।।
XP 007 ADMIN :D Senior Moderator 12,165 10,209 145 Staff Member Mar 19, 2022 #464 कभी कभी मुझे मिलने बुलंदियों से कोई, शुआ-ए-सुब्ह की सूरत उतर भी आता है।।
XP 007 ADMIN :D Senior Moderator 12,165 10,209 145 Staff Member Mar 19, 2022 #465 अभी सिनाँ को सँभाले रहें अदू मेरे, के उन सफ़ों में कहीं मेरा सर भी आता है।।
XP 007 ADMIN :D Senior Moderator 12,165 10,209 145 Staff Member Mar 19, 2022 #466 चले जो ज़िक्र फ़रिश्तों की पारसाई का, तो ज़ेर-ए-बहस मक़ाम-ए-बशर भी आता है।।
XP 007 ADMIN :D Senior Moderator 12,165 10,209 145 Staff Member Mar 19, 2022 #467 जहाँ लहू के समंदर की हद ठहरती है, वहीं जज़ीरा-ए-लाल-ओ-गुहर भी आता है।।
XP 007 ADMIN :D Senior Moderator 12,165 10,209 145 Staff Member Mar 19, 2022 #468 वफ़ा की कौन सी मंज़िल पे उस ने छोड़ा था, के वो तो याद हमें भूल कर भी आता है।।
XP 007 ADMIN :D Senior Moderator 12,165 10,209 145 Staff Member Mar 19, 2022 #469 सुर्खियाँ अमन की तलकीन में मशरूफ रहीं, हर्फ़ बारूद उगलते रहे अख़बार के बीच।।
XP 007 ADMIN :D Senior Moderator 12,165 10,209 145 Staff Member Mar 19, 2022 #470 अपनी पोशाक के छिन जाने का अफ़सोस न कर, सर सलामत नहीं रहते यहाँ दस्तार के बीच।।