सदमा तो है मुझे भी कि तुझसे जुदा हूँ मैं। लेकिन ये सोचता हूँ कि अब तेरा क्या हूँ मैं।।
XP 007 ADMIN :D Senior Moderator 12,182 10,232 145 Staff Member Jul 17, 2021 #321 सदमा तो है मुझे भी कि तुझसे जुदा हूँ मैं। लेकिन ये सोचता हूँ कि अब तेरा क्या हूँ मैं।।
XP 007 ADMIN :D Senior Moderator 12,182 10,232 145 Staff Member Jul 17, 2021 #322 बिखरा पड़ा है तेरे ही घर में तेरा वजूद, बेकार महफ़िलों में तुझे ढूँढता हूँ मैं।।
XP 007 ADMIN :D Senior Moderator 12,182 10,232 145 Staff Member Jul 17, 2021 #323 मैं ख़ुदकशी के जुर्म का करता हूँ ऐतराफ़, अपने बदन की क़ब्र में कब से गड़ा हूँ मैं।।
XP 007 ADMIN :D Senior Moderator 12,182 10,232 145 Staff Member Jul 17, 2021 #324 किस-किसका नाम लाऊँ ज़बाँ पर कि तेरे साथ, हर रोज़ एक शख़्स नया देखता हूँ मैं।।
XP 007 ADMIN :D Senior Moderator 12,182 10,232 145 Staff Member Jul 17, 2021 #325 ना जाने किस अदा से लिया तूने मेरा नाम, दुनिया समझ रही है के सब कुछ तेरा हूँ मैं।।
XP 007 ADMIN :D Senior Moderator 12,182 10,232 145 Staff Member Jul 17, 2021 #326 ले मेरे तजुर्बों से सबक ऐ मेरे रक़ीब, दो चार साल उम्र में तुझसे बड़ा हूँ मैं।।
XP 007 ADMIN :D Senior Moderator 12,182 10,232 145 Staff Member Jul 17, 2021 #327 जागा हुआ ज़मीर वो आईना है "क़तील" सोने से पहले रोज़ जिसे देखता हूँ मैं।।
XP 007 ADMIN :D Senior Moderator 12,182 10,232 145 Staff Member Jul 17, 2021 #328 सुना है लोग उसे आँख भर के देखते हैं सो उसके शहर में कुछ दिन ठहर के देखते हैं
XP 007 ADMIN :D Senior Moderator 12,182 10,232 145 Staff Member Jul 17, 2021 #329 सुना है रब्त है उसको ख़राब हालों से सो अपने आप को बरबाद कर के देखते हैं
XP 007 ADMIN :D Senior Moderator 12,182 10,232 145 Staff Member Jul 17, 2021 #330 सुना है दर्द की गाहक है चश्म-ए-नाज़ उसकी सो हम भी उसकी गली से गुज़र के देखते हैं