कहानियाँ हीं सही सब मुबालग़े ही सही अगर वो ख़्वाब है ताबीर कर के देखते हैं
XP 007 ADMIN :D Senior Moderator 12,182 10,232 145 Staff Member Jul 17, 2021 #351 कहानियाँ हीं सही सब मुबालग़े ही सही अगर वो ख़्वाब है ताबीर कर के देखते हैं
XP 007 ADMIN :D Senior Moderator 12,182 10,232 145 Staff Member Jul 17, 2021 #352 अब उसके शहर में ठहरें कि कूच कर जायेँ फ़राज़ आओ सितारे सफ़र के देखते हैं
XP 007 ADMIN :D Senior Moderator 12,182 10,232 145 Staff Member Jul 17, 2021 #353 अभी कुछ और करिश्मे ग़ज़ल के देखते हैं फ़राज़ अब ज़रा लहजा बदल के देखते हैं
XP 007 ADMIN :D Senior Moderator 12,182 10,232 145 Staff Member Jul 17, 2021 #354 जुदाइयां तो मुक़द्दर हैं फिर भी जाने सफ़र कुछ और दूर ज़रा साथ चलके देखते हैं
XP 007 ADMIN :D Senior Moderator 12,182 10,232 145 Staff Member Jul 17, 2021 #355 रह-ए-वफ़ा में हरीफ़-ए-खुराम कोई तो हो सो अपने आप से आगे निकल के देखते हैं
XP 007 ADMIN :D Senior Moderator 12,182 10,232 145 Staff Member Jul 17, 2021 #356 तू सामने है तो फिर क्यों यकीं नहीं आता यह बार बार जो आँखों को मल के देखते हैं
XP 007 ADMIN :D Senior Moderator 12,182 10,232 145 Staff Member Jul 17, 2021 #357 ये कौन लोग हैं मौजूद तेरी महफिल में जो लालचों से तुझे, मुझे जल के देखते हैं
XP 007 ADMIN :D Senior Moderator 12,182 10,232 145 Staff Member Jul 17, 2021 #358 यह कुर्ब क्या है कि यकजाँ हुए न दूर रहे हज़ार इक ही कालिब में ढल के देखते हैं
XP 007 ADMIN :D Senior Moderator 12,182 10,232 145 Staff Member Jul 17, 2021 #359 न तुझको मात हुई न मुझको मात हुई सो अबके दोनों ही चालें बदल के देखते हैं
XP 007 ADMIN :D Senior Moderator 12,182 10,232 145 Staff Member Jul 17, 2021 #360 यह कौन है सर-ए-साहिल कि डूबने वाले समन्दरों की तहों से उछल के देखते हैं