अभी तलक तो न कुंदन हुए न राख हुए हम अपनी आग में हर रोज़ जल के देखते हैं
XP 007 ADMIN :D Senior Moderator 12,182 10,232 145 Staff Member Jul 17, 2021 #361 अभी तलक तो न कुंदन हुए न राख हुए हम अपनी आग में हर रोज़ जल के देखते हैं
XP 007 ADMIN :D Senior Moderator 12,182 10,232 145 Staff Member Jul 17, 2021 #362 बहुत दिनों से नहीं है कुछ उसकी ख़ैर ख़बर चलो फ़राज़ को ऐ यार चल के देखते हैं
XP 007 ADMIN :D Senior Moderator 12,182 10,232 145 Staff Member Jul 17, 2021 #363 ये तबियत है तो ख़ुद आज़ार बन जायेंगे हम चारागर रोयेंगे और ग़मख़्वार बन जायेंगे हम
XP 007 ADMIN :D Senior Moderator 12,182 10,232 145 Staff Member Jul 17, 2021 #364 हम सर-ए-चाक-ए-वफ़ा हैं और तेरा दस्त-ए-हुनर जो बना देगा हमें ऐ यार बन जायेंगे हम
XP 007 ADMIN :D Senior Moderator 12,182 10,232 145 Staff Member Jul 17, 2021 #365 क्या ख़बर थी ऐ निगार-ए-शेर तेरे इश्क़ में दिलबरान-ए-शहर के दिलदार बन जायेंगे हम
XP 007 ADMIN :D Senior Moderator 12,182 10,232 145 Staff Member Jul 17, 2021 #366 सख़्त जान हैं पर हमारी उस्तवारी पर न जा ऐसे टूटेंगे तेरा इक़रार बन जायेंगे हम
XP 007 ADMIN :D Senior Moderator 12,182 10,232 145 Staff Member Jul 17, 2021 #367 और कुछ दिन बैठने दो कू-ए-जानाँ में हमें रफ़्ता रफ़्ता साया-ए-दीवार बन जायेंगे हम
XP 007 ADMIN :D Senior Moderator 12,182 10,232 145 Staff Member Jul 17, 2021 #368 इस क़दर आसाँ न होगी हर किसी से दोस्ती आश्नाई में तेरा मयार बन जायेंगे हम
XP 007 ADMIN :D Senior Moderator 12,182 10,232 145 Staff Member Jul 17, 2021 #369 मीर-ओ-ग़ालिब क्या के बन पाये नहीं फ़ैज़-ओ-फ़िराक़ ज़म ये था रूमी-ओ-अतार बन जायेंगे हम
XP 007 ADMIN :D Senior Moderator 12,182 10,232 145 Staff Member Jul 17, 2021 #370 देखने में शाख़-ए-गुल लगते हैं लेकिन देखना दस्त-ए-गुलचीं के लिये तलवार बन जायेंगे हम