कहूँ किससे मैं कि क्या है, शब-ए-ग़म बुरी बला है, मुझे क्या बुरा था मरना? अगर एक बार होता।।
XP 007 ADMIN :D Senior Moderator 12,182 10,241 145 Staff Member Jul 15, 2021 #141 कहूँ किससे मैं कि क्या है, शब-ए-ग़म बुरी बला है, मुझे क्या बुरा था मरना? अगर एक बार होता।।
XP 007 ADMIN :D Senior Moderator 12,182 10,241 145 Staff Member Jul 15, 2021 #142 हुए मर के हम जो रुस्वा, हुए क्यों न ग़र्क़-ए-दरिया, न कभी जनाज़ा उठता, न कहीं मज़ार होता।।
XP 007 ADMIN :D Senior Moderator 12,182 10,241 145 Staff Member Jul 15, 2021 #143 उसे कौन देख सकता, कि यग़ाना है वो यकता, जो दुई की बू भी होती तो कहीं दो चार होता।।
XP 007 ADMIN :D Senior Moderator 12,182 10,241 145 Staff Member Jul 15, 2021 #144 ये मसाइल-ए-तसव्वुफ़, ये तेरा बयान "ग़ालिब" तुझे हम वली समझते, जो न बादाख़्वार होता।।
XP 007 ADMIN :D Senior Moderator 12,182 10,241 145 Staff Member Jul 15, 2021 #145 चुपके चुपके ग़म का खाना कोई हम से सीख जाए। जी ही जी में तिलमिलाना कोई हम से सीख जाए।।
XP 007 ADMIN :D Senior Moderator 12,182 10,241 145 Staff Member Jul 15, 2021 #146 अब्र क्या आँसू बहाना कोई हम से सीख जाए, बर्क़ क्या है तिलमिलाना कोई हम से सीख जाए।।
XP 007 ADMIN :D Senior Moderator 12,182 10,241 145 Staff Member Jul 15, 2021 #147 ज़िक्र-ए-शम्मा-ए-हुस्न लाना कोई हम से सीख जाए, उन को दर-पर्दा जलाना कोई हम से सीख जाए।।
XP 007 ADMIN :D Senior Moderator 12,182 10,241 145 Staff Member Jul 15, 2021 #148 झूट-मूट अफ़यून खाना कोई हम से सीख जाए, उन को कफ़ ला कर डराना कोई हम से सीख जाए।।
XP 007 ADMIN :D Senior Moderator 12,182 10,241 145 Staff Member Jul 15, 2021 #149 सुन के आमद उन की अज़-ख़ुद-रफ़्ता हो जाते हैं हम, पेशवा लेने को जाना कोई हम से सीख जाए।।
XP 007 ADMIN :D Senior Moderator 12,182 10,241 145 Staff Member Jul 15, 2021 #150 हम ने अव्वल ही कहा था तू करेगा हम को क़त्ल, तेवरों का ताड़ जाना कोई हम से सीख जाए।।