देवा; पुरे ताकत से पदमा की चूची मरोड़ देता है।
साली चूत में लेने का शौक है और मुंह में लेने को नाटक कर रही है। चल मुंह खोल सब होंगा तुझ से।
पदमा डरते ड़रते अपना मुंह खोलने लगती है और देवा लंड को पकड़ के उनके मुंह के पास ले आता है।
पदमा की ऑखें साफ़ बता रही थी की वो बहुत बुरी तरह डरी हुई थी।
देवा;आहह शाबाश। आखिर पदमा किसी तरह देवा के लंड को अपने मुंह में लेने में कामयाब हो जाती है।
पर न वो उसे चूस रही थी और न आगे पीछे कर रही थी अपनी मुंह में अटकाये देवा को देखे जा रही थी।
देवा;आहह अपने लंड को पहले मर्तबा किसी औरत के मुंह में ड़ालने में कामयाब हुआ था उसे इन सब में बहुत मजा आ रहा था।
आह साली देख क्या रही है चूस उसे आम कैसे चुसते है वैसे अंदर बाहर कर आहह ।
शाबाश आहह ऐसे ही आहह तेरा मुंह इतना नरम है तो चूत कितनी नरम होंगी काकी आहह्ह्ह्ह।
पदमा; लंड को बड़े प्यार से चूसने लगती है गलप्प गलप्प।
ज़िन्दगी का पहला अनुभव हर किसी को बहुत अच्छा लगता है। उसी तरह पदमा को भी देवा का लंड अपने मुंह में आते जाते बड़ा अच्छा लग रहा था । वो बड़े चाव से देवा के लंड को अपने मुंह के गहराइयों में लेने लगती है।
गलप्प गलप्प गलप्प्प गप्पल्लल्लल्लल्ल।
देवा;आहह काकी बस कर आहह्ह्ह्ह।
उसका लंड पूरी तरह खड़ा हो चुका था वो जब खड़ा होता था तो फिर बिना अंदर घुसे वो शांत नहीं होता था। देवा के लंड के मोटी मोटी नसें पूरे तरह तन चुकी थी।
वो लंड को पदमा के मुंह से निकाल लेता है और पदमा को अपनी छाती से चिपका के उसके मीठे मीठे होंठों को चुसते हुए पदमा के चूत में एक ऊँगली पेल देता है।