देवा;अरे नहीं काकी आपको नहीं दूंगा तो फिर किसे दूँगा।
शालु;बडा आया देने वाला चल जल्दी कर कच्ची वाली तोड़ना।
देवा;काकी जो मजा पके चीज़ में है वो कच्ची में कहाँ।
शालु;अच्छा तुझे कैसे पता।
देवा;लो कर लो बात। पके आम को दबा दबा के खाने में कितना मजा आता है।
शालु; बेटा कच्ची चीज़ बहुत मजा देती है चटखारे मारता रह जाता है इंसान।
देवा;मुझे तो पके हुए पसंद है।
शालु;तुझे क्या क्या पसंद है मै अच्छे से जानती हूँ। ज़्यादा बाते न बना चल जल्दी कर।
देवा;काकी जल्दी का नाम शैतान का धीरे धीरे में जो मजा है वो जल्दी में नही।
शालु; देवा को घुरने लगती है देवा की डबल मीनिंग बातें शालु खूब समझती थी।
चल मेरा काम करता है या नही।
देवा; मैं तो कब से तैयार हूँ काम करने के लिए आप ही मुझे बातों में उलझा रही हो चलो इधर आओ ।
शालु;क्या मतलब।
देवा;अरे बाबा मै आपको ऊपर उठाता हूँ आप अपनी मर्जी के कच्ची वाली आम तोड़ लो।
शालु;आगे बढ़ती है और देवा उसे कमर के पास से पकड़ के ऊपर उठा लेता है।
देवा;बहुत भारी हो गई हो तुम काकी।
शालु;बस निकल गया दम बड़ा मरद बनता फिरता है । दो पल तो सँभाल नहीं सकता अपनी जोरु को क्या सँभालेंगा।
देवा;ग़ुस्से में आके शालु को और ऊपर उठा लेता है जिससे शालु की कमर देवा के मुंह के सामने आ जाती है।
शालु;कच्ची कैरिया तोड़ने लगती है और देवा शालु के दोनों मोटे मोटे कमर नहीं बल्कि कमरों को इतने पास से देखने लगता है।
देवा;के मुंह में पानी आने लगता है कल से लंड रह रह के उछाले मार रहा था अचानक उसका मुंह शालु के चूतड़ के बीच के दरार में घुस जाता है।