अपडेट 32
देवा सुबह सवेरे अपने खेत में चला जाता है पिछले कुछ दिनों से वो अपने खेत में हल चलाने के बजाये कही और ही हल चला रहा था और बीज बो रहा था जिससे उसके खेत में सूर्य फूल की फसल धीरे धीरे करके बर्बाद हो रही थी।।
सुबह से ही वो फसल पे फर्टीलाइज़र्स और कीटनाशक का छिडकाव कर रहा था।
और इसी चक्कर में उसे दोपहर हो जाती है।।
वो हाथ मुंह धोके कुंवे के मुंडेर पे बैठा ही था की उसे पप्पू आता दिखाई देता है।
पप्पू;अरे भाई देवा कहाँ हो आज कल जबसे मां के घर से आये हो न मिलते हो न बातचीत हो पा रही है तुमसे।
देवा;बैठ यहाँ।
कुछ नहीं यार मां के यहाँ कुछ दिन रुक क्या गया। देख फसल पे कीड़े लगने लगे है।।गन्ने की फसल तो कट गए बस ये सूर्य फूल बाकी है अब।।
अच्छा तू बता तू क्यों नहीं दिखाई दे रहा है । मै तो दो तीन बार तेरे घर भी आया था।
पप्पू;वही खेती के काम।
और सुना मां के घर गया था तो वहां गांव में कोई चक्कर वक्कर चलाया की नही।
देवा;हंस पड़ता है
जब घर में गरम रोटी खाने को मिले तो कोई बाहर की सुखी रोटी क्यों खाये।
पप्पू;क्या मतलब।
देवा;अब तुझसे क्या छुपान।मामा के घर जाने में मेरा बहुत फायदा हो गया भाई।
मामी भी मिल गई और भाभी को भी ठोक आया।
पप्पू का मुंह खुला का खुला रह जाता है।
क्या बोल रहा है तू भाई। सच में मामी को कैसे।
देवा;पप्पू को सारी बात सुना देता है वो सुनके पप्पू की गाण्ड की सिट्टी बजने लगती है।
पप्पू;बड़ा कमीना है रे तू देवा।।यहाँ पदमा काकी और वहां मामी।
और एक मै हूँ जिसे कोई भाव तक नहीं देता।
पता नहीं मेरे दिल की मुराद कब पूरी होंगी।
देवा;कौन सी मुराद बे।
पप्पू के मुंह से ये दो लफ़्ज़ अचानक ही निकल गए थे। वो देवा से अपनी ये बात कभी भी शेयर करना नहीं चाहता था।।
देवा;अबे बोल भी कौन से दिल की मुराद।
पप्पू;नहीं वैसे ही बस एक आध लड़की को चोदने की भाई।
देवा;पप्पू के कमर पे दो हाथ जड़ देता है।
साले मुझसे छुपा रहा है चल जल्दी बोल मै तेरे दिल की मुराद पूरी करने में मदद करूँगा।
पप्पू;वो पहले तू मेरी कसम खा की तू ये बात किसी को नहीं बतायेगा।।
देवा पप्पू की कमर पे हाथ घुमा देता है।
ले बस तेरी गाण्ड की कसम जिसे मैंने कई बार लिया है नहीं कहुंगा किसी से भी।
पप्पू;देवा तुझे पता है मेरा दिल हमेशा से ये चाहता है की मै किसी अपने को चोदूँ। कोई मेरा सगा खून वाला रिश्ते में तेरे मुंह से तेरी मामी के बारे में सुना तो मुझे भी यक़ीन हो गया की दुनिया में ऐसा भी होता है।।
देवा का मुंह खुला का खुला रह जाता है।
इसका मतलब तू अपनी माँ और बहन को।
पप्पू देवा के मुंह पे हाथ रख देता है।
धीरे बोल कोई सुन न ले।
देवा;तू तो बड़ा छुपा रुस्तम निकला बे साले।
पप्पू;हाँ भाई सच में मेरा दिल करता है की मै अपनी माँ शालु के साथ बस ज़्यादा नहीं एक बार रात गुज़ारूँगा।
देवा;सोचने लगता है की कही इसने जोश जोश में आके किसी दिन नीलम को ही ठोक दिया तो।
पप्पू;क्या हुआ किस सोच में पड़ गया।क्या तू करेगा मेरी मदद।
देवा;हाँ हाँ करुँगा न मगर मेरी दो शर्तें है भाई।
पप्पू;कैसी शर्तें।
देवा;पहली ये की तू तेरी माँ और बडी बहन रश्मि के साथ कुछ भी कर ले। मगर नीलम को गलत नज़र से देखा भी तो मुझसे बुरा कोई नही।
क्यूंकि मै नीलम से प्यार करता हूँ और उससे शादी भी करुँगा।
दूसरा ये की तेरी मदद करने से मुझे क्या मिलेंगा।
पप्पू;सच में तू नीलम से शादी करेगा। ये तो बहुत अच्छी बात है अरे भाई मै तो सिर्फ माँ के बारे में बोल रहा था । बहनो के बारे में नही।
और तुझे क्या चाहिए बोल जो तो कहेगा वो दूँगा।।
देवा;फिर से पप्पू के कमर पे हाथ घुमाने लगता है।
जब तेरा काम बन जाये तो बहती नदी में मुझे भी डूबकी लगाने देना।
पप्पू;आहह कमीना कही का चल ठीक है।
देवा;पप्पू का सर पकड़ के अपनी तरफ खीचता है और पप्पू नज़रें झुकाता हुआ उसके होठो के क़रीब पहुँच जाता है।
पप्पू;अभी नहीं कोई देख न ले।
देवा;मुझे अभी चाहिए देता है या नही।
पप्पू;अपनी ऑंखें बंद करके थोड़ा सा मुंह खोल देता है।
और देवा अपनी ज़ुबान को पप्पू के मुंह में डालके उसके होठो को चुस्ने लगता है। गलपप गलप्प.....
पप्पू के हाथ देवा के पेंट की ज़िप खोल देते है और पप्पू अपने हाथ में देवा का लंड लेके हिलाने लगता है।
तभी दूर से देवा को रश्मि आती दिखाई देती है।
देवा;तेरी बहन आ रही है।
पप्पू; डर के मारे देवा के लंड को छोड देता है और झोंपडे के पीछे जा के चुप जाता है।
रश्मी;देवा के पास आके खड़ी हो जाती है।
देवा भैया तुमने मेरे भाई को कही देखा है क्या।
देवा;हाँ देखा है न।
रश्मी;कहाँ है।
देवा;यहाँ।
वो रश्मि को अपने पेंट की ज़िप की तरफ इशारे से बताता है।
रश्मी; दाँत पीस के रह जाती है।
बेशरम।
वो दिखे तो कहना माँ बुला रही है।
देवा रश्मि का हाथ पकड़ के उसे अपने पास बैठा देता है।
कुछ देर यहाँ भी बैठ जा। शादी के बाद तो तू दिखाई भी नहीं देगी हमें।
रश्मी; अब ऐसी भी बात नहीं है भैया आऊँगी ना आपको मिलने।
देवा;अपना एक हाथ रश्मि के काँधे पे रख देता है।
जीसे पहले रश्मि झटक देती है।
देवा फिर से अपना हाथ वहाँ रख देता है।
और इस बार रश्मि चुप चाप बैठी रहती है।
देवा; अच्छा एक बात बता तूने अपने होने वाले पति को देखा भी है या नही।
रश्मी शर्मा जाती है।मुझे जाने दो बहुत काम है।
देवा;सच में यार किस्मत वाला होंगा वो इंसान जिसे तू मिलेगी।
रश्मी;वो कैसे।
देवा;अरे इतनी सुन्दर सुशील लड़की किस्मतवालो को मिलती है।
तेरी जैसी खूबसूरत लड़की पूरे गांव में नहीं है अपने।
रश्मी;चने के झाड पे चढने लगती है।
बस बस रहने दो अब इतनी भी अच्छी नहीं दिखती हूँ मैं।
देवा;अपने हाथ का जादू रश्मि के गरदन पे चलाने लगता है और धीरे धीरे रश्मि की गरदन को अपनी उँगलियों से सहलाने लगता है।
रश्मी;तुम्हें सबसे अच्छा क्या लगता है मुझ में।
देवा;तू तो सर से पांव तक खूबसूरत है और सबसे अच्छी चीज़ तो तूने छुपा रखी है।
रश्मी; वो क्या।
देवा; एक मिनट तू यहाँ लेट जा मै तुझे देखता हूँ।
रश्मी;नहीं नहीं तुम फिर से कोई शैतानी करोगे।
देवा;ठीक है तो फिर तू जा।
रश्मी;अब बुरा मत मानो अच्छा बाबा लेट गई अब बोलो।
देवा;पहले ऑखें बंद कर।
रश्मी;उस वक़्त देवा के चने के झाड पे इतनी ऊपर तक चढ़ गई थी की उतरना मुश्किल था।।
अखीर वो भी एक भारतीये लड़की थी।।ज़रा सी तारीफ कर दो लड़की खुद बा खुद चली आती है।
देवा;रश्मि के ऑंखें बंद करते ही धीरे धीरे उसकी कमीज ऊपर करने लगता है और रश्मि के कुछ कहने से पहले अपने होंठ रश्मि के काँपते पेट पे रख देता है।
रश्मी; उईईईईई माँ।
देवा;अपने मज़बूत हाथों से रश्मि के पेट को सहलाते हुए चुमने लगता है जिससे रश्मि तड़प उठती है। जबसे उसकी सगाई हुई थी तबसे उसकी चूत गीली रहने लगी थी। ऊपर से देवा की हरकतें उसे आये दिन सपने में परेशान करते रहती थी।।
आज देवा ने उस जगह अपनी ज़ुबान रखा था की वो खुद चाह के भी उसे रोक नहीं पा रही थी।
रश्मी;देवा ये गलत है ऐसा मत करो ना।
देवा;कुछ भी तो नहीं कर रहा हूँ मै गलप्प गलप्प्प।
देवा;सरकते सरकते रश्मि के होठो के पास आ जाता है और रश्मि के होठो पे होंठ लगा देता है।
पहले रश्मि अपने होंठ नहीं खोलती मगर देवा के उसे मसलने से उसका मुंह अपने आप खुल जाता है और ज़ुबान थोडी सी बाहर निकल जाती है।
उसी वक़्त दोनों की ज़ुबान एक दूसरे से और होंठ एक हो जाते है।गल्पप गलप्प।
रश्मी कुंवारी थी और कुँवारी चूत धक्का भी बर्दाश्त नहीं करती रश्मि भल भल करके पानी छोड देती है और पानी निकलते ही हर किसी का जो हाल होता है वही रश्मि का भी हो जाता है वो अपनी दोनों बंद आँखें खोल देती है और जल्दी से उठके खड़ी हो जाती है।
देवा;अरे रुक न कहाँ जा रही है।
रश्मी;तुम्हारे माँ के पास तुम्हारे कारनामे सुनाने।
देवा;मेरी कसम याद है ना तुझे।
रश्मी;कसम मेरी जुती।
और वो वहां से भाग जाती है।
उसके जाने के बाद पप्पू जो काफी देर से ये सब देख देख रहा था थोड़ा ग़ुस्से और थोड़ा गरम हो चुका था बाहर निकल आता है।
देवा;उसके चेहरे के हाव भाव देख समझ जाता है की एक भाई जग गया है।
पप्पू;ये तुम ठीक नहीं कर रहे हो देवा।
देवा;देख भाई मै तेरी बहन नीलम से शादी करुँगा इस नाते रश्मि मेरी क्या हुए साली और साली तो आधी घर वाली होती है ना इस में गलत क्या है बोल।।
पप्पू;इसलिए तुम मुझे हमेशा साला साला कहते हो।
देवा;हाँ अब समझा तू सही बात।
पप्पू: मैं चलता हूँ माँ इंतज़ार कर रही होंगी।
देवा; अबे सुन तो कब देगा।
पप्पू;बाद में।
देवा;क्या साले तू लड़कियों की तरह भाव खाता है।
पप्पू;रात में।
देवा;एक थप्पड पप्पू के कमर पे लगा देता है।
चल मै भी साथ चलता हूँ मुझे हवेली जाना है।
ओर दोनों साथ चल पडते है
देवा;यार एक बात समझ नहीं आती की औरत जल्दी चूत दे देती है और ये लड़कियां इतनी क्यों भाव खाती है।
पप्पू;भाई तुमने अब तक कितनी लड़कियों का ढक्कन खोला है।
देवा;एक भी नहीं सब पहले से खुली हुई थी
पप्पू;बस यही तो बात है न।
औरत को कितना भी चोदो उसे इतना फर्क नहीं पड़ता मगर लड़की जब तक नहीं खुल जाती वो बस दबाने देगी। कुछ करने जाओ तो लंड पे लात मार के भाग जाएंगी।
देवा;सही कहा तूने क्या बात है साले। मेरे पानी से तो काफी समझदार होता जा रहा है
पप्पू;देवा को पेट में मुक्का मारता हुआ अपने घर की तरफ बढ़ जाता है और देवा हवेली के तरफ।
जब वो हवेली के अंदर जाता है तो उसे सामने के कमरे में रुक्मणी साडी पहनती दिखाई देती है।
सफेद गोरा चिट्टा पेट देख देवा के कदम वही दरवाज़े पे रुक जाते है।