हिम्मत राव;रानी बेटी वो दहेज़ में अपने साथ 100 एकड़ ज़मीन और 1 करोड़ के गहने लेके आई थी। सोने के अंडे देने वाली मुर्गी है तेरी सौतेली माँ। मैने सिर्फ उससे पैसों के लिए शादी किया था।वो अचानक मर गई तो सारा इलज़ाम मुझपे आयेंगा और हम दोनों को हवालात की सैर करनी पड़ सकती है।
उसे बदचलन साबित करके गांव निकाला कर देंगे और लोग समझेंगे उन दोनों ने शर्म के मारे आत्मा हत्या कर ली समझी मेरी रानी।।
रानी;अपने बापू को चुमती चली जाती है । वो पगली अपने बापू को अपना सब कुछ दे चुकी थी पर वो ये नहीं जानती थी की हिम्मत राव कितना कमीना इंसान है। वो इस मुकाम तक ऐसे ही नहीं पहुंचा एक मामूली चपरासी का बेटा आज जागिरदार ऐसे ही नहीं बन गया। उसने कितने लोगों के लाशों पे पैर रख के यहाँ पहुंचा था ये सिर्फ हिम्मत राव जानता था।
रानी और हिम्मत राव के बीच ये सब आज से 3 साल पहले शुरू हुआ था।
जब रानी की सगी माँ उसे छोड के हमेशा हमेशा के लिए चली गई थी ।
रानी की माँ के मरने के 6 महिने बाद हिम्मत राव ने दूसरी शादी कर लिया रुक्मणी से।
रुक्मणी; एक बहुत बड़े घर से ताल्लूक रखती थी अपने माँ बाप की एकलौती सन्तान थी। रुक्मणी के माँ बाप के पास जो कुछ था उन्होने रुक्मणी को शादी के दिन दे दिया और दोनों तीर्थ यात्रा पर निकल गए उसके बाद से रुक्मणी के माँ बाप की कोई खबर नहीं आई। कहते है वो भी इस दुनिया में नहीं रहे।
रुक्मणी जिस दिन से हवेली में आई थी उस दिन से रानी की आँख का कांटा बनी हुई थी हालाँकि रुक्मणी ने कभी भी रानी को अपने सौतेली बेटी के तरह नहीं देखी।
उस वक़्त रानी जवानी के दहलीज़ पे कदम रख चुकी थी।
हिम्मत राव;रुक्मणी के साथ बेहद खुश था एक रात जब वो रुक्मणी को नंगी करके अपने कमरे में चोद रहा था तो उसने देखा की खिडकी में से कोई उसे देख रहा है वो और कोई नहीं बल्कि रानी थी।
दूसरे दिन वो रानी के रूम में गया रानी बहुत डर गई थी। उसे लगने लगा था की हिम्मत राव पता नहीं उसे क्या कहेगा पर हिम्मत राव ने कुछ कहा नहीं बल्कि कुछ ऐसा किया जिससे रानी का अंग अंग सिहर उठा।
हिम्मत राव; ने रानी को बिस्तर पे पटक के उसके मुंह में अपना लंड डाल के उसे खूब चुसवाया।