Incest हाय रे ज़ालिम................

Well-known member
2,067
4,950
143


Res
 
Last edited:
Well-known member
2,067
4,950
143
WOW NICE UPDATE
जैसे ही उसकी नज़र रश्मि की चूत की तरफ जाती है वो सुन्न पड़ जाती है।


रश्मी की चूत जगह जगह से चीरी हुई थी साफ़ पता चल रहा था की वो बुरी तरह चूदी है।

रश्मी की ऑखें बंद हो जाती है और उसका दिल बहुत ज़ोर से धड़कने लगता है।

शालु;जांघ पे साबुन घिसते घिसते अपनी दो उँगलियाँ रश्मि की चूत में डाल देती है और उसका शक यक़ीन में बदल जाता है।

रश्मी की चूत में शालु के उँगलियाँ बडी आसानी से अंदर तक चली जाती है।

रश्मी के मुह से एक हलकी सी चीख़ निकलती है।
मा

और तभी उसके मुँह पे शालु एक ज़ोरदार थप्पड जड़ देती है।
चटाककक्क्क्क्क्क्क्क्क्क्क्क
THANKS FOR YOUR VALUABLE COMMENTS
 
Well-known member
2,067
4,950
143
WOW VERY EROTIC UPDATE
शालु;रश्मि को उल्टा होने के लिए कहती है उसकी चूत के साथ साथ गाण्ड भी सुजी हुई थी जगह जगह से चीर जाने से कही कही से थोड़ा थोड़ा खून भी निकला था।

शालु;हाय राम कैसे जानवर की तरह तुझे करता रहा और तू आखिर क्या पडी थी तुझे उसके साथ सब करने की एक हफ्ते बाद तेरी शादी है।


रश्मी;अपने ऑंसू पोछके शालू की तरफ देखती है ।
माँ मै अपने जिस्म के आगे मजबूर हो गई थी देवा है ही ऐसा की उसके बिना रहा भी नहीं जाता।
एक और बात थी जिसकी वजह से मैंने ये सब किया।

शालु; क्या।

रश्मी;देवा ने मेरे सर की कसम खाया था की अगर वो मुझे करने में सफल नहीं हुआ तो वो कभी शादी नहीं करेंगा।

मै नहीं चाहती थी की मेरी बहन नीलम ज़िन्दगी भर कुंवारी रह जाए।

हाँ माँ मैंने एक बार नीलम और देवा की बाते सुन ली थी वो दोनों एक दूसरे से बहूत प्यार करते है।

शालु;तूने ये सब अपनी बहन की खुशियों के लिए की।

रश्मी;नहीं मै भी देवा के साथ वो सब करना चाहती थी अगर वो नहीं करता तो मै ज़बर्दस्ती उससे करवाती।

शालु;एक और थप्पड उसके मुँह पे मारती है और इस बार रश्मि सीधा चक्कर खा के बिस्तर पे गिर जाती है।

कूतिया बोल तो ऐसे रही है जैसे बहूत पुण्य का काम कर आई है।

शालु;की नज़रें अब भी रश्मि की चुत के तरफ थी और दिल बस इस बात से और ज़ोर से धड़क रहा था की कोई इतनी बुरी तरह भी चोद सकता है की चूत फाड़ दे।

वो लंड कैसा होंगा जो हर सुराख़ में जाने के लिए उतावला होता होगा।
THANKS FOR YOUR VALUABLE COMMENTS
 
Well-known member
2,067
4,950
143
MAST UPDATE
देवा का मुँह खुला का खुला रह जाता है।

शालु;अपने हाथ में की दूध की बाल्टी निचे रखती है और देवा की तरफ देखने लगती है।

देवा की ऑंखें शर्म से झुक जाती है वो क्या कहता। तुम्हारे बेटी को कली से फूल बनाया है मैंने उसकी चूत के साथ साथ उसकी गाण्ड भी मारी है।

देवा;जैसे ही नज़रें उठाके देखता है ।
शालु का पंजा उसके दूसरे गाल पे छप सा जाता है।

शालु;कुत्ते कमिने इतना घटिया है रे तु।
मै तेरे साथ अपनी बेटी नीलम की शादी का सोच रही थी और तूने रश्मि के साथ छी घिन आती है मुझे अब तुझसे।
THANKS FOR YOUR VALUABLE COMMENTS
 
Well-known member
2,067
4,950
143
WOW MAST UPDATE
देवा के मुँह के सामने देवकी की चूत और गाण्ड दोनों थी। वो एक ऊँगली देवकी की चूत में ड़ालता है।


उसकी चूत गीली होने की वजह से बडी आसानी से देवा की ऊँगली उसके चूत में चली जाती है।

वही गीली ऊँगली बाहर निकाल के देवा उसे देवकी के गाण्ड में ड़ालने लगता है।


गाँड के सुराख़ में ऊँगली जाते ही देवकी का मुँह खुल जाता है और लंड मुँह से बाहर निकल जाता है।

देवकी;आहह बड़ा कमीना है तो उन्हह।

देवा;तेरा भांजा हूँ न मामी आज तेरा कोई सुराख़ खाली नहीं रखुंगा।

वो अपनी दूसरी ऊँगली भी पहली वाली के साथ गाण्ड में ड़ालने लगता है।

रामु बहुत कम देवकी की गाण्ड मारता था और ठीक से खुला भी नहीं था।

देवा की उँगलियाँ सटा सट देवकी की गाण्ड में अंदर बाहर होने लगती है जिसकी वजह से देवकी पागल हो जाती है और ये भूल जाती है की पास में नूतन सोई हुई है।

देवकी;उन्हह चाट मेरी चूत और गाण्ड देवा आह्ह्ह्ह्ह्ह।

इधर देवकी अपने मुँह में लंड लेती है और उधर देवा की ज़ुबान देवकी की चूत और गाण्ड चाटने लगते है गलप्प गलप्प।

देवकी की चूत चाट चाट के देवा लाल कर देता है और देवकी का लंड चूत में लेना बहुत जरुरी हो जाता है वो देवा को चोदने के लिए कहती है मगर देवा उसकी चूत और गाण्ड के सुराख़ को चाटते रहता है।

देवकी;आहह अंदर कब डालेगा बेटा आहह देख न कितना पानी निकल रहा है ।
THANKS FOR YOUR VALUABLE COMMENTS
 
Well-known member
2,067
4,950
143
bhai-ne-behan-ko-jabardasti-choda.jpg
 
Well-known member
2,067
4,950
143
अपडेट 49

रामु अपनी बहन नूतन की चूत में धीरे धीरे अपना लंड आगे पीछे करने लगता है
images
मगर शायद नूतन को बहुत ज़्यादा तकलीफ हो रही थी वो ज़ोर ज़ोर से चीख़ने लगती है। रामु घबरा जाता है और अपना लंड नूतन के चूत से बाहर खीच लेता है।
Holly-Michaels-intense-fuck-sex-gif.gif
नुतन;माँ मुझे बहुत जलन हो रही है उन्हह्हह्हा।
देवकी;अब बाहर तो निकाल दिया न रामु ने चुप हो जा थोडी देर में आराम मिल जायेगा।
नुतन की चूत का पर्दा फट चुका था । मगर वो पूरी तरह खुली नहीं थी रामु ने बीच रास्ते में नूतन को अधूरा छोड दिया था।
नुतन अपनी चूत पर हाथ रख के सिसकते हुए उसे सहलाने लगती है।
इधर देवा अपनी भाभी कौशल्या की चूत को अंदर तक चिरता चला जा रहा था।
कौशल्या;अपनी ज़ुबान देवा के मुँह में डाले दोनों पैरों को देवा की कमर पर लपेटे कमर उछाल उछाल के लंड का मजा ले रही थी।
देवा; कौशल्या के कान में धीरे से कहता है।
आह भाभी कैसा लग रहा है अपने देवर का आह्हह्हह्हह्हह।
कौशल्या;भी धीमी आवाज़ में देवा के कान में कहती है।
उन्हह देवर नहीं पति हो आप मेरे।
मेरे बच्चे के पिता।
चोदो न जी अपनी दासी को बहुत जलन हो रही है इस में उन्ह।
पास में बैठा रामु और देवकी ये सब देख रहे थे। देवकी रामु के लंड पर झुक जाती है और अपने बेटे के लंड को अपने मुँह में ले के चुसने लगती है गलप्प गलप्प
रामु; माँ धीरे आह्ह्ह्ह्हह्ह्ह।
नुतन की चूत का खून तो साफ़ कर लेती माँ उन्हह।
देवकी मुझे अपनी बेटी की चूत का खून और पानी दोनों चखने है गलप्प गलप्प।
रामु को ज़्यादा चुदाई की आदत नहीं थी एक रात में वो एक या दो बार ही चुदाई कर सकता था । इस खेल का महारथी देवा था । उसका वश चले तो वो औरत को रात भर सोने ही न दे।
देवकी कुतिया की तरह अपनी गाण्ड रामु की तरफ घुमा देती है और रामु पीछे से अपने लंड को देवकी की खुली हुई चूत के मुहाने पर लगा देता है।
देवकी;अब्ब डाल भी दे । देख न तेरी पत्नी कैसे तेरे भाई से कमर उछाल उछाल के चुदा रही है आअह्हह्हह्हहहह डाल दे बेटा आअह्हह्हह्हह।

रामु दोनों हाथों में देवकी की कमर को पकड़ के पच की आवाज़ के साथ अपना लंड देवकी की चूत में उतार देता है आहह माँ।
देवकी दोनों हाथों से बिस्तर पकड़ लेती है और अपने कमर को आगे पीछे करने लगती है।
आअह्हह्हह्हह ओह्ह्हह्ह ऐसे ही आआआहह चोदता रह बेटा हां अपनी माँ को चोदता रह आआआहहह्ह्ह्ह मेरे लाल इसलिए तो मैंने तुझे जनी थी उन्हहह्ह्ह।

नुतन की चूत की जलन कम हो चुकी थी और अब उस में चुदाई की आग भडकने लगी थी । एक तरफ एक बेटा अपनी माँ को और दूसरी तरफ एक देवर अपनी भाभी को चोद रहा हो तो किसकी चूत में चीटियां नहीं रेंगेगी।
लागतार धक्कों की वजह से कौशल्या तीसरी बार झड चुकी थी वो निढाल हो जाती है मगर देवा का लंड अब भी शांत नहीं हुआ था।
देवा;अपना लंड कौशल्या की चूत से निकाल लेता है एक नज़र वो देवकी और रामु की तरफ ड़ालता है दोनों अपने चुदाई में मस्त थे। कुछ फासले पर नूतन ऑखें फाड़े दोनों को देख रही थी । देवा मुस्कराता हुआ नूतन के पास चला जाता है।

जैसे ही दोनों की ऑखें चार होती है नूतन शर्मा जाती है।
देवा;का कड़क लटकता हुआ लंड देख नूतन की चूत ज़ोर से चीख़ मारती है।
शर्म के मारे नूतन अपने दोनों हाथों से अपना चेहरा छुपा लेती है।
वो अभी भी नंगी थी।
देवा;अपने दोनों हाथों से नूतन के दोनों पैरों को खोल देता है और अपने लंड को ठीक नूतन की चूत के ऊपर रख के घीसने लगता है।
नुतन; उन्हह भैया उन्हह।
दबी दबी सी आवाज़ नूतन के मुँह से निकलने लगती है। एक तरफ वो चुदना भी चाहती थी दूसरी तरफ दर्द से डर भी रही थी।
देवा लगातार अपना लंड नूतन की चूत पे घिसता रहता है और अपने दोनों हाथों को नूतन की पीठ के निचे डालके उसे उठाके बैठा देता है। जैसे ही नूतन उठके बैठती है देवा अपने मुँह में नूतन की ब्रैस्ट खीच लेता है और उसके निप्पल को चूसने लगता है।

नुतन;आहह तड़प उठती है अचानक हुए इस हमले के लिए वो तैयार नहीं थी । नीचे से चूत की घिसाई और ऊपर से अपने निप्पल की चुसाई से नूतन का बुरा हाल था । वो अपने उँगलियों को देवा के बालों में फँसा लेती है।
देवा;गलप्प गलप्प गलप्प।
नुतन ; उन्हह भैया मुझे दर्द होता है ना आहह मत करो न छोड दो मुझे। तुम्हारा तो रामु भाई से बड़ा है उन्हह।
देवा;मेरी बहना एक बार तेरी चूत अंदर तक खुल जाये उसके बाद तु खुद अपनी कमर उछालते हुए मेरा लंड लेगी।
बोल लेगी न अपने देवा भैया का लंड अपनी चूत में।
नुतन शर्मा के अपना चेहरा छुपा लेती है।
देवा दोनों हाथों से नूतन की चूतड़ मसल देता है।
बोल लेगी न अंदर तक मेरा लंड।
नुतन ; आहह मुझे नहीं पता।
देवा;अभी पता चल जायेगा।
चल ज़रा इसे मुँह में लेके चूस तो ज़रा।
नुतन ; नहीं गन्दा लगता है मुझे।
देवा;तेरी माँ को चोदूँ। चूत में लेना गन्दा नहीं लगता मुँह में लेना गन्दा लगता है चल ले जल्दी से।
नुतन देवा के सामने बैठ जाती है और ड़रते ड़रते देवा के लंड का सुपाडा अपनी मुँह में पकड़ लेती है। वो उसे बस होठो से पकडे हुए थी। अंदर बाहर नहीं कर रही थी।

देवा;आहह साली मुँह में ले के चूस ना।
मगर नूतन नहीं करती।
तभी उन दोनों के पास कौशल्या आ जाती है।
और नूतन के मुँह में से लंड निकाल के कौशल्या अपने मुँह में ले लेती है।
कौशल्या;गलप्प गलप्प गलप्प।
नुतन अपनी बडी बडी ऑखों से देखने लगती है।
देवा;नूतन जा तू जा के सो जा तेरे बस का नहीं है। तू अभी बच्ची है। देख तेरी माँ और भाई भी सो गए है।

रामु और देवकी चुदाई से थके एक दूसरे की बाहों में पड़े पड़े गहरी नींद में सो चुके थे।
नुतन को गुस्सा आ जाता है और वो कौशल्या के मुँह में से लंड बाहर निकाल के अपने मुँह में हलक तक खीच कर चूसने लगती है गलप्प गलप्प।

देवा;आहह वो अपने लंड को धीरे धीरे नूतन के मुँह में अंदर बाहर करने लगता है।
पास बैठी कौशल्या अपनी एक ऊँगली निचे से नूतन की चूत में घुसा देती है।
नुतन उछल जाती है मगर देवा ने अपने दोनों हाथों से उसका सर पकडा हुआ था । नीचे से कौशल्या की रफ़्तार तेज़ होने लगती है और ऊपर से देवा का लंड सटासट अंदर बाहर होने लगता है।

तीनो बुरी तरह गरम हो चुके थे। आखिर कार चूत की गर्मी से परेशान होके नूतन अपने भाई देवा की ऑखों में ऑंखें डाल के बोल ही देती है।
नुतन ; भैया चोदो मुझे मेरी चूत में तुम्हारा ये लंड डाल भी दो। आहह चीर के रख दो अपनी बहन की चूत को भैया।
देवा और कौशल्या मुस्कुरा देते है और देवा नूतन के दोनों पैरों को पूरी तरह खोल देता है ।अपने लंड को पहले कौशल्या के मुँह में डालके गीला करने के बाद देवा उसे नूतन की चूत पे लगा देता है।
कौशल्या जानती थी की देवा का लंड रामु के लंड से बड़ा और मोटा भी है और नूतन बुरी तरह चीखेगी।
वो अपना मुँह नूतन के मुँह पे लगा देता है।
और इधर देवा अपने लंड की ताकत नूतन को बता देता है।
देवा;का लंड सब कुछ फाड़ते हुए चूत के दिवारों को गिराते हुए अंदर तक अपनी जगह बना लेता है आह्ह।


नुतन;चीख भी नहीं पाती क्यूंकि उसका मुँह कौशल्या ने अपने मुँह में लिया होता है इधर बिना रुके दना दन देवा धक्कों की बौछार कर देता है वो नूतन को सँभलने का मौका भी नहीं देता ताबड़तोड़ वो नूतन की चूत का कचुमर बना देता है जितना खून रामु भी नहीं निकाल पाया था उससे कई गुना ज़्यादा खून देवा कुछ ही धक्कों में नूतन की चूत से निकाल देता है।
नुतन की साँस फूल जाती है ऑखें बाहर की तरफ निकल आती है वो ठीक तरह से साँस भी नहीं ले पाती है। जैसे ही कौशल्या अपना मुँह नूतन के मुँह से अलग करती है एक दर्दनाक चीख़ नूतन के मुँह से निकलती है।
अगर ममता और रत्ना गहरी नींद में नहीं सो रहे होते तो वो भी भाग के यहाँ आ चुके होते।
नुतन अपने आप को सँभालती है उसका दर्द कम करने के लिए कौशल्या उसके निप्पल को मुँह में ले के चुसने लगती है।
देवा;आहह बहुत छोटी और टाइट चूत है भाभी नूतन की आह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह।
कौशल्या;तो कर दो न बडी तुम्हारे लंड से चुदेगी तो कितने दिन छोटी रह पायेगी।
नुतन ;आहह भाभी उहँन मेरी चूत चीर गई लगता है। आअह्हह्हह्हह।
कौशल्या;चीरी नहीं नूतन खुल गई है अब। असली जवानी का मजा चखा है तूने। अब पता चलेगा तुझे की चूत चीज़ क्या है और लंड का स्वाद क्या होता है।
कौशल्या एक कपडे से नूतन की चूत का खून साफ़ करती है।
देवा का लंड सटा सट अंदर बाहर होने लगता है।
देवा नूतन को स्पीड में चोद रहा था कभी कभी वह अपना लंड नूतन की चूत से निकाल कर कौशल्या के मुँह में पेल देता है जिसे कौशल्या चूसने लगती है। फिर देवा अपने लंड को एक ही झटके में नूतन की चूत में घच से पेल देता है।नूतन को भी अब धीरे धीरे मज़ा आने लगा था।वह भी अपनी गांड उठाकर देवा से चुदवाने लगती है।

देवा की होंठो को पीने लगती है।देवा पूरी ताकत से नूतन को पेलने लगता है नूतन भी देवा को अपनी बाहों में कस लेती है और झड़ने लगती है।जिंदगी का सबसे बड़ा सुख आज उसे मिल गया था।

उस रात तीनो बिलकुल नहीं सोते । सुबह सुबह देवा कपडे पहनके अपने कमरे में चला जाता है और कौशल्या देवकी और रामु को भी कपडे पहनने के लिए जगा देती है।

सुबह सुबह देवा नहा धोके अपने खेतो की तरफ चल देता है।
घर में सब अपने अपने काम में लगे हुए थे। बस नूतन बिस्तर पे पडी हुई थी। उससे चला भी नहीं जा रहा था।
ममता और रत्ना से कौशल्या ने कह दिया था की नूतन का मासिक हफ्ता( पिरियड़) आज से शुरू हुआ है इसलिए वो लेटी हुई है।
ममता नूतन के पास जाके बैठ जाती है।
क्यूं री बाहर क्यों नहीं आई तु।
नुतन ; मेरी तबियत ख़राब है।

ममता नीचे से ऊपर तक नूतन को देखती है नूतन का चेहरा गुलाब की तरह खिला हुआ था होठो पर हंसी रुक नहीं रही थी। ऑंखों की चमक साफ़ बता रही थी की कुछ तो हुआ है नूतन को।
ममता रूम का दरवाज़ा बंद करके वापस नुतन के पास जाके बैठ जाती है।
और नूतन की सलवार उतारने लगती है।
नुतन; क्या कर रही है मुझे । कोई देख लेंगा।
ममता ; चुप कर मुझे कुछ देखना है।
नुतन घबरा जाती है और अपनी सलवार का नाडा पकड़ लेती है।
नही मुझे नहीं देखना तू जा अभी।
ममता ; तुझे मेरी कसम नूतन अगर तूने मुझे रोका तो।
नुतन सलवार का नाडा छोड देती है और ममता झट से सलवार के साथ साथ पेंटी भी नीचे खीच लेती है।
और जो हक़ीकत उसकी ऑखों के सामने आती है उसे देख ममता के होश उड़ जाते है।
शर्म के मारे नूतन अपने चेहरे को अपने दोनों हाथों से छुपा लेती है।
नुतन की चीरी हुई चूत साफ़ साफ़ बता रही थी की रात भर उसे बुरी तरह चोदा गया है । ममता जानती थी की ये काम किसने किया है मगर उसे उस इंसान पर गुस्सा नहीं बल्कि प्यार आ रहा था।
ममता एक हल्की सी चपत नूतन की चूत पे मारके वहां से बाहर निकल जाती है।
 

Top