- 2,150
- 5,196
- 143
| ||||
| |
Res
Last edited:
| ||||
| |
WOW MAST UPDATEअपडेट 41
देवकी आँखें खोल के देखती है।
देवा अपने होंठ उसके होठो पे रख के उसके बाकी के बटन भी खोल देता है।
देवकी; उन्हह नूतन जग रही होगी ना।
देवा;नरम मुलायम ब्रैस्ट को अपने हाथों से मसलते और देवकी के होठो को चुमते हुए धीरे से उसके कान में कहता है।
वो सो चुकी है।
देवकी;अगर वो उठ गई तो......
देवा;मामी उसे भी लंड चाहिए। उसे भी दे दुंगा।
देवकी; आहह पहले मेरी तो प्यास बुझा बेटा चूस आह्ह्ह्ह।
देवकी तो कब से देवा का इंतज़ार कर रही थी
वो मुँह पे हाथ रख देती है ताकी उसकी आवाज़ से नूतन न जग जाए।
देवा;गोरी गरी चूचि को देख पागल सा हो जाता है
और एक एक करके दोनों को बारी बारी अपने मुँह में ले के चुसने लगता है गलप्प गलप्प।
देवा के चूचि चुसने से देवकी की प्यास और बढ़ने लगती है और वो अपने हाथों से एक चूचि को मसलते हुए उसे देवा के मुँह में ड़ालने लगती है।
देवकी; उई माँ ज़रा ज़ोर से चूस रे बेटा।
देवा;अपने मुँह में चूचि ले के उसे जोर से काट लेता है।
जिसकी वजह से देवकी के मुँह से चीख़ निकल पडती है और नूतन जग जाती है।
देवकी;उन्हह क्या करता है काट मत।
देवा; मामी मुँह में लो ना।
देवकी उठके बैठ जाती है और देवा का पेंट निकाल देती है सामने लंड के आते ही देवकी की चूत और मुँह में पानी आ जाता है।
वो एक बार नूतन की तरफ देखती है जिसकी ऑखें बंद थी।
देवा झट से देवकी के सभी कपडे खोल देता है और अपना शर्ट अपने जिस्म से अलग कर देता है।
दोनो बिलकुल नंगे हो जाते है।
देवकी लंड को हाथ में पकड़ती है और उसके सुपाड़े को चुमती है
आह इसके लिए तो कई रातों से जगी हूँ मैं।
देवा;मामी चूस ले अपने भांजे का लंड।
देवा ज़रा ज़ोर से बोलता है ताकी उसकी आवाज़ नूतन के कानो तक पहुँच जाए।
और होता भी यही है नूतन की साँसें ज़ोर ज़ोर से चलने लगती है।
उसे यक़ीन नहीं हो रहा था की उसकी माँ देवा से भी चुदवाने यहाँ आई है।
नुतन ने देवकी और रामु को कई बार देखी थी ।
मगर वो चुप थी ।
देवकी और रामु का मिलाप देख के नूतन अपनी चूत रगडे बिना नहीं रह पाती थी।
और यही वजह थी की उसकी चूत इतनी चुदासी हो गई थी।
ममता ने उसकी चूत पे चूत रगड के उसे आग में घी लगाने का काम की थी।
देवकी देवा की ऑंखों में देखते हुए उसके लंड को अपने मुँह में खीच लेती है गलप्प गलप्प।
देवा आहह साली मुझे भी तेरी चूत चाटनी है।
देवकी चूत बाद में चाट लेना पहले मुझे मुँह से गीला करने दे गलप्प गलप्प।
देवा;नूतन की तरफ गरदन घुमा के देखता है।
नुतन बारीक बारीक ऑखें खोल के सारा नज़ारा देख रही थी।
देवा के होठो पे मुस्कान आ जाती है और वो देवकी की कमर पकड़ के उसे अपनी तरफ घुमा लेता है।
देवकी देवा के लंड की इतनी दिवानी हो चुकी थी की वो उसे बिना मुँह में से निकाले ही अपनी गाण्ड देवा के मुँह की तरफ कर देती है।
देवा के मुँह के सामने देवकी की चूत और गाण्ड दोनों थी। वो एक ऊँगली देवकी की चूत में ड़ालता है।
उसकी चूत गीली होने की वजह से बडी आसानी से देवा की ऊँगली उसके चूत में चली जाती है।
वही गीली ऊँगली बाहर निकाल के देवा उसे देवकी के गाण्ड में ड़ालने लगता है।
गाँड के सुराख़ में ऊँगली जाते ही देवकी का मुँह खुल जाता है और लंड मुँह से बाहर निकल जाता है।
देवकी;आहह बड़ा कमीना है तो उन्हह।
देवा;तेरा भांजा हूँ न मामी आज तेरा कोई सुराख़ खाली नहीं रखुंगा।
वो अपनी दूसरी ऊँगली भी पहली वाली के साथ गाण्ड में ड़ालने लगता है।
रामु बहुत कम देवकी की गाण्ड मारता था और ठीक से खुला भी नहीं था।
देवा की उँगलियाँ सटा सट देवकी की गाण्ड में अंदर बाहर होने लगती है जिसकी वजह से देवकी पागल हो जाती है और ये भूल जाती है की पास में नूतन सोई हुई है।
देवकी;उन्हह चाट मेरी चूत और गाण्ड देवा आह्ह्ह्ह्ह्ह।
इधर देवकी अपने मुँह में लंड लेती है और उधर देवा की ज़ुबान देवकी की चूत और गाण्ड चाटने लगते है गलप्प गलप्प।
देवकी की चूत चाट चाट के देवा लाल कर देता है और देवकी का लंड चूत में लेना बहुत जरुरी हो जाता है वो देवा को चोदने के लिए कहती है मगर देवा उसकी चूत और गाण्ड के सुराख़ को चाटते रहता है।
देवकी;आहह अंदर कब डालेगा बेटा आहह देख न कितना पानी निकल रहा है ।
देवा;गलप्प गलप्प बहुत मीठी गाण्ड है तेरी मामी गलप्प गलप्प।
देवकी;उसे चोद बेटा और अच्छी लगेगी तुझे आहह बस डाल भी दे अंदर।
देवा दो तीन थप्पड देवकी की गाण्ड पे मारता है जिसकी गूंज नूतन की कानों में पडते ही उसकी चूत बेचैन हो जाती है।
और नूतन का हाथ अपनी चूत पे चला जाता है।
देवा देवकी को कुतिया बना देता है।
देवकी खुश होके अपने दोनों पैर खोल देती है।
देवा अपने लंड को उसकी चूत के बजाये गाण्ड पे घीसने लगता है।
देवकी;आहह वहां नहीं चूत में डाल ना बेटा।
देवा;नहीं पहले इस में।
देवकी;घबरा के अपने मुँह पे हाथ रख देती है वो जानती थी देवा का लंड चूत फाड़ देता है तो गाण्ड का वो ज़रूर भुरता बना देगा।
देवकी: बेटा चूत में डाल दे गाण्ड फट जाएँगी मेरी।
देवा;नहीं इसी में डालूँगा और ये कहते हुए वो अपने लंड का सुपाडा गाण्ड के सुराख़ में घुसा देता है।
देवकी;आह्ह्ह्ह्ह्ह।
माँ मुझे मार देगा तेरा लंड बेटा।
देवा;मर जा साली वैसे भी रामु कितना चोदेगा तुझे आह्ह्ह्ह्ह्।
देवकी;नहीं नहीं आहह चीख़ निकलती जाती है जिसे देवकी किसी तरह कमरे के बाहर जाने से तो रोक लेती है मगर नूतन के कानो तक वो सिसकारियां बडी आसानी से पहुँच रही थी।
देवा;का आधे से ज़्यादा लंड देवकी की गाँड में पहुँच जाता है।
और देवा अपने कमर को पीछे ले के एक ज़ोर का धक्का मारकर पूरा का पूरा लंड देवकी की मतवाली गाण्ड में उतार देता है।
देवकी;अपनी मुँह में रज़ाई ठूंस लेती है ।
देवा;अपनी कमर पीछे खीच खीच के सटा सट देवकी की गाण्ड मारने लगता है।
देवकी;उन्ह मेरी गाण्ड आहह मेरी गाण्ड बेटा।
देवकी;नूतन जग जाएगी मामी चिल्ला मत।
देवकी;जग जाएगी तो क्या। इधर मेरी गाण्ड फटी जा रही है आह्ह्ह्ह्ह्ह।
जालिम थोड़ा तो रहम खा मुझ बुढी पे।
देवा; चूत चुदाने का बड़ा शौक है ना आह्ह्ह्ह्ह्।
और गाण्ड में डालो तो तेरी फ़टती है । ले साली आज तुझे ऐसा चोदूँगा की दो दिन मेरे सामने नहीं आ पायेंगी आह्ह्ह्ह्ह्।
देवकी;की गाण्ड सच में चीरने लगती है देवा का मुसल लंड उसकी गाण्ड की धज्जियां उड़ा रहा था और बिना रुके वो कमर पे थप्पड मारते हुए बडी बेरहमी के साथ अपनी मामी की गाण्ड में कोहराम मचाने लगता है।
नुतन;अपनी चूत को घीसने लगती है उसकी चूत में जैसे बाढ़ सी आ गई थी पानी रुकने का नाम नहीं ले रहा था।
देवा;अपनी पूरी ताकत लगा के देवकी की गाण्ड मारे जा रहा था।
थोड़ी देर बाद दोनों का पानी एक साथ निकलने लगता है।
देवकी;अपनी गाण्ड को आगे खीच के लंड बाहर निकाल लेती है और जल्दी से उठके बाथरूम में भागने लगती है।
देवा;कहाँ जा रही हो मामी।
देवकी;मुझे पेशाब करके आने दे।
देवा;देवकी के पीछे पीछे चला जाता है।
देवकी;अब मुतने तो दे मुझे।
देवा;मुझे भी मुतने दे पहले।
देवकी;जल्दी मुत।
आह मेरी गण्ड माँ।
देवा;देवकी को निचे बैठने के लिए कहता है और जैसे ही देवकी नीचे बैठती है देवा उसके जिस्म पे मुतने लगता है।
देवकी;आहह क्या कर रहा है।
पहली बार वो पेशाब से नहा रही थी उसका अंग अंग झूम उठता है।
देवा;देवकी को पूरी तरह अपने पेशाब से नहला देता है।
और थोड़ा बहुत उसके मुँह में भी कर देता है।
खारा खारा पेशाब चाटने के बाद तो देवकी की चूत की दोनों फाँके खील उठती है।
देवकी;मुझे तो नहला दिया अब तेरी बारी।
ये कहते हुए देवकी देवा को निचे बैठने को कहती है।
देवा;के नीचे बैठते ही वो अपने दोनों पैर खोल के उसके मुँह से लेके लंड तक अपना पेशाब पहुंचा देती है। दोनों पेशाब में नहा चुके थे।
हल्कि हलकी पेशाब की गंध दोनों को और चुदासी बना देती है।
देवकी;अपनी दोनों चूचियों को देवा की पेठ पे घिसते हुए पेशाब में भीगे बदन एक दूसरे पे घीसने लगते है।
देवा;नूतन जग गई है मैंने उसकी खुली ऑखें देखी है।
देवकी;देवा के लंड को हाथ में पकड़ के हिलाने लगती है। जानती हूँ।
देवा;वो किसी को बोल देगी तो।
देवकी;मेरे और रामु के बारे में किसी को नहीं बोला उसने तो तेरे और मेरे बारे में क्या बोलेगी।
कुतिया है मुझे हमेशा धमकाती रहती है।
देवा;मुस्कुरा देता है और पास में पड़ी हुए बाल्टी में का पानी दोनों के शरीर पे ड़ालने लगता है।
नूतन;को सब कुछ साफ़ साफ़ दिखाई दे रहा था मगर सुनाई नहीं दे रहा था।
जब दोनों अपने आप को सुखा के बाहर आते है तो नूतन फिर से अपनी ऑंखें बंद करके सोने का नाटक करती है।
देवकी;और देवा उसकी तरफ देखते है ।
देवकी;देवा को धक्का देके बिस्तर पे गिरा देती है
और अपनी दोनों चूचियों को मसलते हुए उससे कहती है।दो सुराख़ तो तूने भर दिए अब कौन सा बाकी है।
देवा;देवकी के गरदन पकड़ के उसे अपने लंड पे झुका देता है।
अब तेरी चूत में डालना बाकी है मामी।
देवकी;गलप्प गलप्प करके देवा का लंड चूसने लगती है।
लंड को फिर से तैयार करने लगती है।
देवा को एक बात समझ नहीं आती की देवकी जान बुझके नूतन के सामने ऐसा क्यों कर रही है वो चाहती तो अकेले में भी देवा से चुदवा सकती थी।
देवा उस वक़्त अपने दिमाग पे ज़्यादा ज़ोर नहीं देता क्यूंकि देवकी उसके लंड को चूस चूस के झट से खड़ा कर देती है।
देवा;मामी तेरी चूत कौशल्या भाभी से भी ज़ोरदार है।
देवकी;तूने फिर उसका नाम लिया।
मामी की चूत में कोई खोट दिखती है क्या तुझे।
देवा;अरे नहीं मेरी मामी।
दोनो जान बुझके खुली आवाज़ में बातें कर रहे थे।
देवकी;अपने पैर खोल के देवा को दावत देती है।
और देवा उसकी दावत क़ुबूल करते हुए अपने लंड को देवकी की चूत पे घिसता हुआ अंदर की तरफ सरकाने लगता है।
चूत में लंड जाते ही देवकी तड़प उठती है।
दोनो के मुँह फिर से एक हो जाते है और निचे से देवकी की कमर ऊपर उठने लगती है और ऊपर से देवा की कमर उसे दबाने लगता है।
देवा;इतनी ज़ोर ज़ोर से लंड अंदर पेलने लगता है की देवकी अपने दोनों पैर उसके कमर से लपेट लेती है।
मगर फिर भी उसके धक्के सीधा देवकी की बच्चेदानी से टकराने लगते है।
देवकी;आहह देवा एक बात कहूं।
देवा;हाँ बोल ना।
देवकी;ममता भी अब जवान हो गई है।
देवा;तो..
देवकी;अरे बुधु जब मामी को चोद सकता है तो बहन को क्यों नहीं ले सकता।
देवा;आहह क्या कह रही हो मामी नहीं नहीं मै ममता को कुछ नहीं करूँगा।
देवकी;उन्हह ममता का नाम सुनते ही तू बड़े कस के चोदने लग गया मुझे उईईईईईई माँ।
और उसे लेने से इन्कार कर रहा है।
देवा;अहह सच कहूं मामी।
देवाकी;उसकी पेठ को सहलाने लगती है।
हाँ बोल मेरे राजा।
देवा;मुझे ममता और माँ बहुत अच्छी लगती है । बहुत मन करता है उन दोनों को एक साथ चोदने को आहह मगर डरता हूँ कही माँ मुझे घर से बाहर ना निकाल दे।
देवकी;उन्हह रत्ना की चूत भी प्यासी है तेरे बापू के बाद किसी ने उसे भोग नहीं लगाये। तू डर मत मै आ गई हूँ न तेरे नीचे एक एक करके सभी को सुला उन्हह दूंगी बेटा।
बस मुझे भूल मत जाना।
देवा;खुश होके सटा सट अपने लंड को और अंदर तक देवकी की चूत में पेलने लगता है।
देवकी;कुत्ते अपनी माँ और बहन का सुनके मेरी चूत फाड़ देंगा क्या आह्ह्ह्ह्ह्ह।
देवा;अरे साली कुतिया तेरी चूत दो दो लंड लेने से नहीं फटी तो अब क्या हां फटेगी।
दोनो एक दूसरे को चुमने लगते है।
देवकी;एक बात जान गई थी की देवा अपनी माँ और बहन के बारे में क्या सोच रखता है।
और देवा भी जान गया था की देवकी के सामने नूतन को चोदेगा तो भी वो कुछ नहीं कहेगी।
दोनो एक दूसरे की बाहों में कस के चिपक के अपने लंड और चूत को सुकून देने लगते है।
और नूतन पागल हो जाती है।
उसकी चूत से इतना पानी निकलता है की पूरा बिस्तर जिसपे वो सोई हुई थी गीली हो जाती है।
एक राउंड और चुदाई में आधे घंटे बाद जब देवकी एकदम निढाल हो जाती है तो देवा अपने लंड को उसकी चूत से आज़ाद करके लेट जाता है।
देवकी;बहुत थक चुकी थी । गाण्ड और चूत के खेल में किसकी जीत और किसकी हार हुई थी ये तो पता नहीं। हाँ मगर नूतन की जवान चूत ज़रूर बेचैन हो गई थी।
देवकी;खर्राटे भरने लगती है और देवा उठके नूतन के पास जाके लेट जाता है।
नुतन की साँसे तेज़ चलने लगती है।
उसे पता चल गया था की देवा उसके कितने क़रीब है।
देवा;अपना हाथ आगे बढाके नूतन की चूची पे रख देता है और उसे ज़ोर से मसल देता है।
नुतन ऑखें खोले चुपचाप देवा को देखने लगती है।
देवा मुस्कुरा देता है और उसके कान में धीरे से कहता है
देखी तेरी माँ कितनी बडी चुदक्कड़ है।
उसके हाथ अब भी नूतन की चूचि थामे हुए थे।
नुतन अपनी ऑखें बंद कर देती है और देवा थोड़ा आगे खिसक के नूतन के होठो पर अपने होंठ रख देता है।
कुछ देर बाद नुतन अपने होंठ देवा के होठो से अलग कर देती है।चले जाओ मुझे तुमसे बात नहीं करनी। भाई तुम बहुत गंदे हो ।
देवा;बात मत कर मगर एक बात सुन ले।
बहुत जल्द मै तुझे पूरी नंगी करके तेरे मुँह में अपना लंड डालके तेरी चूत का परदा फाड़ के तुझे चोदने वाला हूँ।
नुतन ये सुनके मचल उठती है।
मै ऐसा कुछ नहीं करने दूंगी तुम्हें।
देवा तेरी माँ के सामने तुझे चोदूँगा नूतन। तूने मेरी नाक से खून निकाला न देखना तेरे कहाँ कहाँ से खून निकालूँगा मैं।
एक बार और उसके होठो को चुमके देवा अपने कमरे में चला जाता है।
और उसके जाने के बाद नूतन के चेहरे पे हंसी फैल जाती है।
नुतन; कमीना भाई।
देवा;उस वक़्त नूतन को चोदने की हालत में नहीं था और वो नूतन को पूरी तरह अपनी ख़ुशी से चोदना चाहता था।
देवा;अपने कमरे में जा के सो जाता है और नूतन की नींद उसकी ऑखों से ग़ायब हो जाती है।
THANKS FOR YOUR VALUABLE COMMENTSWOW MAST AND EROTIC UPDATE
जब से वो देवकी और काशी को चोद के आया था। उसका दिल हर औरत को देख ऐसे ही कर रहा था फिर वो उसके माँ रत्ना या बहन ममता ही क्यों न हो।
कुछ देर मालिश के बाद देव हलके से और फिर ज़ोर से एक जगह दबा देता है।
रुक्मणी;के मुंह से चीख़ निकल जाती है और चीख के साथ ही उसकी कमर का दर्द भी ग़ायब हो जाता है
THANKS FOR YOUR VALUABLE COMMENTSWOW NICE UPDATE
ममता तड़प उठती है आह्ह्ह्ह्ह्ह।
मुझे कोई चोदता क्यों नहीं आहह मुझे अपनी चूत और गाण्ड में लंड चाहिए नूतन । आहह मुझे अभी चाहिए आहह ऐसे ही चाट मुझे आहह डाल दे अंदर आह्ह्ह्ह।
नुतन अपनी चूत को घिसती है और गीली उँगलियाँ बिना ममता को बताये उसके गाण्ड में डाल देती है। दो उँगलियाँ बिना किसी चेतावनी के जब ममता के गाण्ड में घुसती है तो एक पल के लिए उसकी सांस बंद हो जाती है और जिस्म कड़क हो जाता है।
ममता; आहह ये क्या किया तूने आहह अब निकाल मत अंदर बाहर करती जा आहह आहह माँ भाई।
दोनो की ऑंखें बंद हो जाती है और दोनों की ऑखों के सामने देवा का चेहरा आ जाता है। दोनों की चूत किसी भी वक़्त पानी छोड सकती थी। वो इतने जोश में थी की उन्हें कुछ भी होश नहीं था की वो क्या बड़बड़ा रही है। कुछ ही देर बाद दोनों की चूत से लावा फूट पडता है और दोनों एक दूसरे के पानी से नहा लेती है।।
THANKS FOR YOUR VALUABLE COMMENTSWOW MAST UPDATE
किरण;आहह ऐसे ही आहह रोज़ आया करना मेरे पास। आहह देख न कैसे मेरी चूत सुखी सुखी सी हो गई थी आह्ह्ह्ह्ह्।
तेरे लंड के मार से ही सुनती है ये। मेरा तो एक बात नहीं मानती आहह माँ कुट के रख दे रे आह्ह्ह्ह्ह्ह।
देवा;अहह साली थोड़ा कम मुंह खोल आहह मेरी होने वाली सास न आ जाये आहह्ह्ह्हह्ह।
किरण;तू तो बड़ा आहह कमीना है उसे क्यों नहीं चोद देता आह्ह्ह्ह्ह्ह।
ज़िन्दगी भर तेरी गुलाम बनके रहेगी वो भी। आहह उसे भी इस मोटे लंड से एक बार पेल दे देवा आहह्ह्ह्ह
रह नहीं पायेगी वो एक पल भी माँ वू आहह तेरी बिना आहः।
देवा के चोदने की स्पीड से ही किरण के मुंह से ये लफ़्ज़ बाहर निकल रहे थे। दोनों के पास वक़्त बहुत कम था।
वो दोनों कुछ देर इस तरह एक दूसरे को नोचते खरोंचते चुदाई करते जाते है और उनके पानी छोड़ने से पहले बाहर खड़ी शालु की चूत पानी छोड देती है।
THANKS FOR YOUR VALUABLE COMMENTSWOW NICE HOT AND EROTIC UPDATE
पहले रश्मि अपने होंठ नहीं खोलती मगर देवा के उसे मसलने से उसका मुंह अपने आप खुल जाता है और ज़ुबान थोडी सी बाहर निकल जाती है।
उसी वक़्त दोनों की ज़ुबान एक दूसरे से और होंठ एक हो जाते है।गल्पप गलप्प।
रश्मी कुंवारी थी और कुँवारी चूत धक्का भी बर्दाश्त नहीं करती रश्मि भल भल करके पानी छोड देती है और पानी निकलते ही हर किसी का जो हाल होता है वही रश्मि का भी हो जाता है वो अपनी दोनों बंद आँखें खोल देती है और जल्दी से उठके खड़ी हो जाती है।
देवा;अरे रुक न कहाँ जा रही है।
रश्मी;तुम्हारे माँ के पास तुम्हारे कारनामे सुनाने।
THANKS FOR YOUR VALUABLE COMMENTSWOW NICE UPDATE
देवा का तो रुक्मणी की मोटी गांड देख के ही पेंट के अंदर खड़ा हो गया था।
उपर से चूतड दबाने से उसके लंड को अब पेंट में रहना मुश्किल सा हो गया था।
रुक्मणी पेट के बल लेटी हुई थी और देवा उसकी कमर के पास।
रुक्मणी की साँसे फुलने लगती है उसे भी लंड चाहिए था हिम्मत राव तो उसे चोदता नहीं था और करता भी था तो बस कुछ देर के लिये ।वो अंदर ही अंदर सुलगते भट्टे की तरह थी।।
देवा; अच्छा लग रहा है ना मालकिन।
रुक्मणी; हाँ बहुत अच्छा है।
ये कहते हुए रुक्मणी पीठ के बल हो जाती है और अपने दोनों पैर खोल देती है।
उसकी ऑखें अभी भी बंद थी।
आह थोडी जांघ में भी दर्द है रे।
देवा;अपनी मालकिन का वफादार अपने हाथों का जादू रुक्मणी के जांघो पे भी चलाने लगता है।
जैसे जैसे देवा के हाथ ऊपर की तरफ चढ़ते है रुक्मणी अपने होठो पे ज़ुबान फेरने लगती है।
दोनो जानते थे की हो क्या रहा है मगर दोनों अपने अपने सीमा में रह कर खेलना चाहते थे।
रुक्मणी एक औरत थी वो भी भारतीय। वो कभी अपने मुँह से ये नहीं कहती की देवा मेरी ले ले।
देवा का लंड अब उसके पेंट में इस कदर फूल चुका था की उसे बाहर हवा में निकाल के थोडी साँस लेने देना बहुत ज़रूरी था वरना उसके घुट के अकड़ने का डर था।
वो कुछ सोचता है और अपने हाथों को धीरे धीरे रुक्मणी की जांघ पर से ऊपर चढाता हुआ उसके पेट को छुते हुए दोनों हाथ रुक्मणी के नरम मुलायम ब्रैस्ट पे रख के जल्दी से दोनों आम को मसल देता है।
एक हलकी से चीख रुक्मणी के मुँह से निकलती है वो एक पल के लिए ऑखें खोलती है और अगले ही पल बंद कर देती है।
देवा रुक्मणि के दोनों ब्रैस्ट को मसलते हुए उसके गरदन को चुमने लगता है।
THANKS FOR YOUR VALUABLE COMMENTSVERY NICE UPDATE
देवा रश्मि की कमर को दोनों हाथों से पकड़ के अपने ज़ुबान को जीतनी अंदर जा सकती थी उतनी अंदर डाल के उसकी बहन की कुँवारी चूत चुसे जा रहा था।
चूत का पर्दा होने के कारन देवा ज़्यादा अंदर नहीं जा पा रहा था।
देवा इशारे से पप्पू को कपडे उतारने के लिए कहता है
और पप्पू अपने सारे कपडे उतार के रश्मि के चेहरे के पास जाके बैठ जाता है।
उसका लंड रश्मि के गाल को छुता है और रश्मि ऑंखें खोल देती है।
पहले तो वो बुरी तरह डर जाती है मगर अपने भाई को भी नंगा देख उसका डर थोड़ा कम हो जाता है।
THANKS FOR YOUR VALUABLE COMMENTSSUCH A MAST UPDATE
रश्मी;उन्ह मेरी चूत का ।जिसे तूने कल फाड़ के रख दिया । चोद मुझे आज मै तुझे कह रही हूँ भर दे मेरी चूत के अंदर तक इसे आहहह्ह्ह्हह्ह।
मै मर भी जाऊँ तो रुकना मत तू चोदता जा मुझे। माँ ये लंड मुझे अभी चाहिए मेरे अंदर आह्ह्ह्ह्ह्।
देवा;रश्मि के गीले कपडे उसके जिस्म से निकाल देता है और उसे निचे बैठा देता है।
मुँह खोल।
रश्मी;अपना मुँह खोल देती है।
और देवा अपने लंड को उसके मुँह में पेल देता है।
रश्मी;बच्चे के तरह अपने उस खिलौने को जिसे वो इस वक़्त सबसे ज़्यादा प्यार करने लगी थी चुस्ने लगती है
THANKS FOR YOUR VALUABLE COMMENTSMAST UPDATE
देवा; इसे भी उतार।
नुतन ; अपने ब्रा पे हाथ रखते हुए
पर ये तो मेरा है।
देवा;जितना बोल रहा हूँ उतना कर उतर इसे भी।
पता नहीं अंदर मेरी कोई चीज़ छुपा रखी होगी तुने।
नुतन ; मैं क्या आपको चोर लगती हूँ।
देवा; हाँ चोरो की तरह मेरे कपडे पहनती है। चल जल्दी कर।
नुतन ; डरते ड़रते अपने ब्रा भी खोल देती है वो सिर्फ पतली सी ममता की पेंटी पहने खड़ी थी।
देवा; ये किसकी है।
नुतन ; ममता दीदी की।
उसे इतनी शर्म आ रही थी की वो अपने दोनों हाथों से अपना चेहरा छुपा लेती है।
और उसी वक़्त देवा उसके मोटे मोटे ब्रैस्ट को अपने मज़बूत हाथों में थाम लेता है।
THANKS FOR YOUR VALUABLE COMMENTSwow mast update पदमा;जाते जाते देवा के छाती में दो तीन घूँसे जड़ देती है। पिछले कुछ दिनी से वो पदमा के पास भी नहीं फटका था जिससे पदमा की चूत और मन दोनों उदास थे।