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WOW NICE HEART TOUCHING UPDATEशालु के चले जाने के बाद देवा हाथ धोके चारपाई पे बैठ जाता है।
दोनो चुप थे। न नीलम कुछ बोल पा रही थी और न देवा।
कुछ देर बाद देवा चुप्पी तोड़ता है।
तूने अच्छा किया जो मेहमानो के सामने नहीं गई वरना....
नीलम;हँसते हुए वरना....
देवा; वरना मेरे घर में रौशनी होते होते रह जाती।
नीलम;तुम बड़े वैसे हो।
देवा; कैसे।
नीलम; बहुत बूरे हो और नीलम शरमा के अपने दोनों हाथ अपने चेहरे पे रख देती है।
देवा उसके हाथ चेहरे से हटाता है दोनों की नज़रें एक हो जाती है।
देवा;नीलम तू नहीं जानती। मै तुझसे कितना प्यार करता हूँ।
नीलम;कितना प्यार करते हो।
देवा; तेरे लिए मै अपनी जान भी दे सकता हूँ।
नीलम;घबराके अपना हाथ देवा के मुंह पे रख देती है।
कभी भूल के भी मरने की बात मत करना मै तुम्हारे साथ ज़िन्दगी जीना चाहती हूँ।
देवा;नीलम के हाथ चूम लेता है और उसे अपने बाँहों में समेट लेता है।
देवा;जब भी किसी औरत या लड़की को अपने छाती से लगाता था तो उसका दिल उसे चोदने को करता था पर नीलम के मामले में उसके जज़्बात बहुत अलग थे। नीलम उसकी ज़िन्दगी बन चुकी थी और वो नीलम को एक पत्नी की तरह देखता था।
कुछ देर बातें करने के बाद नीलम बर्तन लेके घर चली जाती है और देवा वही सो जाता है।
WOW MAST UPDATEना पप्पू उसे मिलने आया था न पदमा। पदमा की चूत और गाण्ड देवा ने इस कदर सुजा दिया था की वो अगले दो चार दिन और उसके पास नहीं फ़टकने वाली थी।।
सुबह १० बजे देवा अपने खेतों की तरफ जाने लगता है के उसी वक़्त एक तेज़ रफ़्तार कार उसके पीछे से आती है और उसके पास आके रुक जाती है।
वो कार रानी चला रही थी। देवा रानी को देख थोड़ा घबरा जाता है।
रानी;कार का डोर खोल देती है।
अंदर बैठो।
देवा;मुझे खेत में बहुत काम है मालकिन।
रानी;चिल्लाते हुए मैंने कहा... कार में बैठो।
देवा चुप चाप कार में बैठ जाता है।
रानी फुल स्पीड में कार दौड़ा देती है और कार सीधा हवेली जाके रुकती है।
वो देवा का हाथ पकड़ के उसे अपने रूम में ले जाती है और दरवाज़ा बंद कर देती है।
देवा;मालकिन मुझे जाने दो मुझे काम है।
रानी; चटाकक्क्क्क्क्क से एक थप्पड देवा के गाल पे जड़ देती है।
क्या समझते हो तुम खुद को। एक मामूली से नौकर हो तुम हमारे और इतना घमण्ड है तुम्हें खुद पे। नीचे बैठो।
देवा; नौकर की तरह नीचे बैठ जाता है थप्पड उसके गाल पे नहीं दिल पे पडा था। अंदर ही अंदर उसका खून खौल रहा था पर वो रानी और हिम्मत राव की बहुत इज़्ज़त करता था इसलिए चुप था।
रानी देवा की गरदन पे हाथ रख देती है।
दो कौडी के नौकर अब जैसा मै तुमसे कहूँगी तुम वैसे ही करोगे समझे ।
देवा;मालकिन आप चाहें तो मेरी खाल खीच लिजीये पर मै कोई गलत काम नहीं करुँगा आपके साथ।
रानी हंसने लगती है । मुझे पता था तुम यही कहोंगे
और मुझे ये भी पता है की तुम कुछ कर भी नहीं सकते
नपुन्सक हो तुम। पता नहीं कौन से गंदी नाली के कीड़े ने पैदा किया है तुम्हें।
तुम्हारा बाप भी ऐसा ही होगा नपुंसक.... जैसे तुम हो।
देवा; खुद की चमडी उतर जाने पे उफ़ तक नहीं करता पर आज रानी ने उसके बाप को वो कही थी जो अगर हिम्मत राव भी कहता तो देवा उसे भी नहीं छोड़ता।
WOW NICE EROTIC UPDATE बहुत नाज़ है न तुझे खुद पर देख एक गांव वाले की मर्दांनगी देख अबदेवा रानी के बाल पकड़ के उसे झुका देता है और एक हाथ उसके हलक में डाल के उसकी ज़ुबान पकड़ लेता है।
साली मेरे बापु को गाली देती है। तू समझती क्या है खुद को.... लंड चाहिए न तुझे मेरा। देख आज तुझे ऐसे चोदुँगा की तू कभी किसी से भी नहीं चुदाएगी।
रानी;आहह छोड कमिने तू क्या मुझे चोदेगा। उसके लिए मर्दांनगी चाहिए। तू मरद है की नही।
देवा का दिमाग अब उसके बस में नहीं था वो देखते ही देखते रानी के सारे कपडे फाड़ देता है और उसे बाल से पकड़ के बिस्तर पे पटक देता है।
रानी;अरे जा अपनी माँ का दूध पी ।
देवा; दूध वो तो आज तो खुद देखेगी किसके दूध में कितना दम है मुंह खोल साली।
रानी मुंह नहीं खोलती।
देवा;उसकी गर्दन ज़ोर से दबा देता है जिससे रानी का मुंह खुल जाता है और देवा अपने लंड को रानी के हलक तक उतार देता है।
सटा सट वो अपने लंड को पोर्न फिल्मों की तरह रानी के मुंह में घूसाने लगता है।
रानी के मुंह से थूक और राल बहने लगती है। वो साँस नहीं ले पाती न कुछ बोल पाती है।
देवा;रानी को पीठ के बल लिटा देता है। नाज़ुक से रानी देवा के मज़बूत हाथों में कांच की गुड़िया की तरह खेल रही थी वो देवा को गालियां देना चाहती थी पर देवा उसे अब किसी चीज़ के लिए मौका नहीं देता।
देवा;बहुत नाज़ है न तुझे खुद पर देख एक गांव वाले की मर्दांनगी देख अब।
रानी का मुंह पकडे देवा अपने लंड को रानी की चूत में ऐसे घुसाता है जैसे कोई तेज़ चाक़ू से मक्खन काट रहा हो।
WOW NICE EROTIC UPDATEरानी आज तक सिर्फ हिम्मत राव का छोटा लंड खाई थी पर आज उसका सामना देवा के हथोड़े से हुआ था १०० सुनार की तो १ लोहार की।
रानी की चुत जगह जगह से चीरती चली जाती है और बारीक बारीक खून वाली नसे फ़टने से उसकी चूत से खून बहने लगता है।
रानी;आहह मुझे माफ़ कर दे आहह अब नहीं कहूँगी तुझे कुछ । आहह माँ बापु मुझे बचा लो आह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्।
देवा पुरी तरह पसीने में नहा चूका था पर ग़ुस्सा था की कम होने का नाम नहीं ले रहा था वो बिजली की तेज रफ़्तार से रानी को चोदे जा रहा था और रानी अपनी फटे चूत को और चिरता देख चिल्लाये जा रही थी।
देवा;अभी तो कुछ भी नहीं हुआ मालकिन मर्दांनगी देखनी है ना तुझे। देख......
रानी जो सोच भी नहीं सकती देवा वो कर बैठता है। वो रानी के दोनों टाँगे चीर देता है जिससे उसकी गाण्ड का सुराख़ पूरी तरह खुल जाता है।
देवा;दोनों हाथों से कमर को पकड़।
रानी;आहह नहीं आहह मुझे माफ़ कर दे देवा मुझे माफ़ कर दे प्लीज्जज्जज्ज।
देवा; साली नहीं सुनेगी तो जान से मार दुंगा।
पकड़ दोनों हाथों से ।
रानी;इतने दर्द के मारे काँपने लगती है और ना चाहते हुए भी उसे कमर पकड़नी पडती है।
देवा;अपने लंड पे थूक लगा के सट से रानी का दुसरा सुराख़ भी खोलता चला जाता है वह अपना लंड पूरी बेदर्दी से रानी की गांड में घुसा दिया था।
रानी; आहह माँ देवा मै तेरे हाथ जोड़ती हूँ पैर पडती हूँ मुझे छोड दे मै मर जाऊँगी रे ज़ालिम।
देवा; मालकिन दूध का दम देख लो पहले। फिर छोड दूंगा आहह्ह्ह्ह।
WOW NICE EROTIC UPDATEरानी की आवाज़ बाहर तक न जा सके इसलिए देवा उसकी गर्दन को पकड़ के उसकी गाण्ड मारने लगता है १५ मिनट लगातार एक पोजीशन में रानी की गाण्ड मारने से रानी बेहोश होने लगती है । उसने कभी अपनी गाण्ड नहीं मरवाई थी । आज उसे खुद पे अफ़सोस हो रहा था और हिम्मत राव पे ग़ुस्सा भी आ रहा था की उसने अपने काम के लिए किस ज़ालिम को चुना था।
देवा;क्यूँ मालकिन अब पता चल रहा है न मरद किसे कहते है आह्ह्ह।
रानी; माँ वो चिखते हुए मुतने लगती
है। आह्ह्ह देवा तुझे अपनी माँ की कसम मुझे और दर्द मत दे । आहह तरस खा मुझ पे एक गाली की सजा इतनी आहह मत दे रे।![]()
कुछ देर चूत में लंड डालके चोदने के बाद देवा अपना सारा पानी रानी की चूत में निकाल देता है और वहीँ लेट के साँसे ठीक करने लगता है।
रानी;अपनी चूत को देखती है खून और चिप चिपा पानी उसकी चूत और गांड से बाहर ज़मीन पे गिरने लगता है।
देवा कुछ देर बाद कपडे पहन के वहां से चला जाता है।
पर रानी के दिल दिमाग और चूत पे वो ऐसे छाप छोड जाता है जो आने वाले वक़्त में बहुत अहम साबित होगी।
WONDERFUL UPDATEउसे यक़ीन ही नहीं हो रहा था की उसका बेटा ऐसे काम भी कर सकता है।
पर उसका दिल देवा के लंड को सोच सोच के उछल रहा था।
पप्पू अपने पेंट को पहन के लडख़ड़ाता हुआ अपने घर की तरफ चलने लगता है।
देवा उसे देख के हंसने लगता है।
अब्बे ठीक से तो चल।
पप्पू कुछ नहीं बोलता वो बोलने की हालत में नहीं था।
तभी देवा भी अपना ट्रेक्टर लेके आ जाता है और पप्पू उसमें बैठ जाता है दोनों चुप चाप पप्पू के घर की तरफ चले जाते है।
जब दोनों पप्पू के घर पहुंचते है तो शालु उन्हें दरवाज़े पे खड़े मिलती है।
उसके चेहरे पे मुसकान थी पर वो किस चीज़ की थी ये तो सिर्फ वो खुद जानती थी।
पप्पू लंगड़ाता हुआ घर में चला जाता है।
शालू :अरे बेटा क्या हुआ कहीं दर्द हो रहा है क्या किसी ने मारा क्या तुझे।
देवा;वो काकी पप्पू नीचे गिर गया था आम के पेड़ से शायद मोच आ गई है।
शालु;हाँ बेटा अब बड़े बड़े पेड़ पे चढेगा तो लगेंगा ही। देवा तू अंदर आ ना मै कुछ नाश्ता बनाती हूँ तेरे लिये।
देवा;इसकी कोई ज़रूरत नहीं काकी।
शालु;अरे थक गया होगा न कितनी मेहनत करता है तू
चल बैठ।
देवा बैठ जाता है।
काकी काका कहीं नज़र नहीं आ रहे।
शालु;वो दोनों बच्चीयों के साथ शहर गए है रात तक आ जाएंगे।
देवा;शालू के मोटे मोटे ब्रैस्ट देखने लगता है।
शालु : देखता क्या है पी ले ना।
देवा;क्या।
शालु :अरे बाबा चाय ठन्डी हो जाएंगी पी ले।
देवा; चाये की चुस्की लेते हुए काकी आज आप बहुत खूबसूरत लग रही हो।
शालु;हल्के से मुस्कूराते हुए चल हट बदमाश कही के।
देवा;चाय का कप नीचे रख देता है और जाने के लिए उठता ही है की शालु उसके एकदम सामने आ जाती है।
शालु;अरे पसीना तो पोंछ लिया कर की बस दिन रात काम काम।
ओ देवा का पसीना पोंछने लगती है और साथ ही साथ अपने ब्रैस्ट देवा की छाती से रगडने लगती है।
देवा की ऑखें बंद हो जाती है और वो दोनों हाथ पीछे ले जाके शालु के कमर को ज़ोर से मसल देता है।
शालु; उई माँ क्या करता है बदमाश।
और वो चाय का कप उठाके किचन में चली जाती है।
देवा;दिल ही दिल में मुस्कराता हुआ वहां से अपने घर की तरफ चल देता है।
WONDERFUL UPDATEअपडेट 2
देवा;जब घर पहुंचा तो शाम के 5 बज रहे थे।
समने चारपाई पे देवा की माँ रत्ना और एक औरत जिसकी पीठ दरवाज़े के तरफ थी बैठी हुए थे।
देवा;उनके पास जाता है।
रत्ना;आ गये बेटा हाथ मुंह धो लो। मै चाय बनाके लाती हूँ।
वो औरत जो सेठ हिम्मत राव के घर की नौकरानी पदमा थी।
सर घुमा के देवा की तरफ देखती है।
गोरा चिट्टा भरा भरा बदन।
पदमा;देवा मुझे जागिरदार साहब ने भेजा है तुम्हें अपने साथ ले जाने के लिए । कुछ काम है सेठ को शायद तुमसे।
देवा;ठीक है काकी तुम बैठो मै अभी आता हूँ।
पदमा की नज़रें किसी एक्स रे मशीन की तरह थी वो देवा को पहली नज़र में ही पहचान गई थी के लौंडा काम का है।
देवा घर में चला जाता है।
रत्ना;उसके पीछे पीछे अंदर आ जाती है।
क्या बात है देवा जागिरदार साहब को क्या काम आ गया तुझसे।
देवा;पता नहीं माँ देख के आता हूँ तभी पता चलेंगा ना।
रत्ना;मुझे तो वो हवेली और वहां के लोगों से बड़ा डर लगता है बडी गंदी नज़र हैं उन लोगों की तू जल्दी घर आ जाना बेटा।
देवा;अपनी माँ रत्ना के तरफ देखता है ।
सफेद साडी में उसके ब्रैस्ट सामने की तरफ तने हुए थे
पेट एकदम गोरा गोरा और उसमें क़यामत मचाते हुए उसकी नाभी।
देवा;की नियत आज कल हर किसी पे इसी तरह ख़राब हो जाती थी वो ये भी नहीं सोचता की सामने उसकी माँ खडी है।
WONDERFUL UPDATEअरे माँ डरने की क्या बात है जागिरदार मुझे खा थोड़ी जायेगा।
रत्ना;शुभ शुभ बोल बेटा। वो देवा के मुंह पे हाथ रख देती है और इस वजह से वो देवा से एकदम चिपक सी जाती है।
रत्ना;के बदन से आती भीनी भीनी पसीने की खुशबु जब देवा के नाक तक पहुँचती है तो उसका दिल ज़ोरों से धड़कने लगता है ऊपर से नरम नरम जिस्म जो उसके इतने पास होकर भी दूर था।
वो एक हाथ रत्ना के कमर पे रख के उसके पेठ को हलके से दबाता है।
और अपने मुंह पे लगा हुआ रत्ना का हाथ हटा के धीरे से कहता है।
कुछ नहीं होगा माँ डरो मत।
दोनो एक दूसरे के ऑंखों में देखने लगते है।
ये नज़रों का खेल था या जिस्म की भूख दोनों एक दूसरे से अलग होने को तैयार नहीं थे।
तभी बाहर से पदमा के खाँसने की आवाज़ से दोनों होश में आते है और देवा बहार चला जाता है।
थोड़ी देर बाद रत्ना चाय का कप ले के बाहर आती है
और देवा चाय का कप ले तो लेता है पर उसकी कुछ उँगलियाँ रत्ना के हाथ से अनजाने में टकरा जाती है।
इस थोड़े से छुवन से ही रत्ना के जिस्म में सरसराहट पैदा हो जाती है।
बेचारी रत्ना कई सालो से अपने बेटे को देख देख कर आहें भर रही थी।
पर देवा उसपे कोई ध्यान नहीं देता था।
ये पिछले एक महिने से देवा के रवैये में थोड़ा बहुत बदलाव आया था।
जबसे उसने रत्ना को नहाते हुए देखा था।
देवा;चाय पीने के बाद पदमा के साथ पैदल सेठ के हवेली की तरफ निकल जाता है।
पदमा;कमर मटकाते हुए सामने चल रही थी।
रास्ता बिलकुल सुनसान था। गांव का रहन सहन ही कुछ इस तरह का होता है शाम ढले सभी अपने अपने घर को लौट जाते है और कोई गली मोहल्ले में नज़र नहीं आता।
देवा;की नज़र पदमा के हिलते कमर पे ही थी।
आगे आगे चलते हुए पदमा आज थोड़ा ज़्यादा ही कमर मटका रही थी।
कुछ देर बाद दोनों हवेली पहुँच जाते है।
WONDERFUL UPDATEपदमा;देवा को एक कमरे में बैठा के अंदर चली जाती है।
देवा;इधर उधर देखने लगता है।
तभी वहां सेठ हिम्मत राव की पत्नी रुक्मणी आती है
और आके एक कुरसी पे बैठ जाती है।
देवा के मुंह में पानी आने लगता है।
नमस्ते मालकिन।
रुक्मणी बला की खूबसूरत तो थी नहीं पर रंग रूप ऐसा था की बूढ़े भी जवानी के दुआ मांगे।
नमस्ते देवा कैसे हो आज कल इधर आते ही नही।
देवा;वो बस मालकिन काम में उलझा रहता हूँ।
वो कुछ बोलने ही वाली थी की सेठ हिम्मत राव वहां आ जाते है।
देवा;उन्हें देख खड़ा हो जाता है।
हिम्मत राव;अरे बैठो बैठो देवा।
अच्छा हुआ तुम आ गये।
देवा;कुछ काम था मालिक।
हिम्मत राव;अरे हाँ तुम तो जानते हो हमारी बिटिया रानी शहर से पढाई करके अभी अभी गांव आई है हम उससे उसके जनम दिन पे एक कार भेंट करना चाहते है पर उससे कार चलाना नहीं आता । तुम ट्रेक्टर चला लेते हो तो हमने सोचा की क्यों न तुम रानी को कार चलाना सीखा दो।
हम तुम्हें इसके पैसे भी देंगे।
देवा;मालिक आपका हुकुम सर आँखों पर हम ज़रूर मालकिन को कार चलाना सीखा देंगे।
हिम्मत राव खुश हो जाते है और देवा को एक चाभी थमा देते है। ये लो देवा ये हमारे कार की चाभी है इसे तुम अपने पास ही रखो। कल से आ जाना मै रानी से कह दूंगा।
ये कहके हिम्मत राव बाहर निकल जाते है।
देवा जाने लगता है तभी वहां पदमा आती है और देवा से कहती है की रानी मालकिन तुम्हें बुला रही है ।
देवा अंदर की तरफ चला जाता है पदमा उसे रानी का कमरा दिखाती है और खुद रुक्मणी के पास चली जाती है।
जब देवा कमरे में पहुंचता है तो हाथ पैर सुन्न पड़ जाते है।
रानी;अपने बिस्तर पे लेटी हुई थी।
WONDERFUL UPDATEदेवा;पीछे से जाके पदमा को अपने बाहों में जकड लेता है।
पदमा;आहः के सिसकी के साथ सहम जाती है।
देवा;अपना हाथ धीरे धीरे पदमा के पेट पे फेरने लगता है।
पदमा अपने बदन को ढिला छोड देती है वो चाहती थी की हर काम देवा करे वो आज खुल के देवा से पिसना चाहती थी।
देवा की पकड़ पेट पे बढ़ने लगती है और वो अपने मुंह को पदमा के कानो में डालके उसकी कान चुमने लगता है।
धीरे धीरे पदमा की पीठ पे अपनी जुबान फेरने लगता है। उसे पसीने की खुशबु बहुत पसंद थी।
पदमा;सिर्फ सिसक रही थी और देवा अपना काम करने में लगा हुआ था।
देवा;पदमा को घुमा के अपने तरफ कर देता है और उसके गोल गोल मोटे मोटे नरम ब्रैस्ट को ब्लाउज के ऊपर से चुमने दबाने लगता है।
पदमा;आह उई माँ।
आहह जल्दी कर न देवा... मुझे वापस हवेली भी जाना है।
देवा;को आज वो चीज़ मिली थी जिसे वो बचपन से पाना चाहता था एक चूत। वो बिलकुल भी जल्द बाज़ी में नहीं था वो दोनों हाथों से पदमा के चुचे मसलने लगता है।
कड़क हाथों में आते ही पदमा के नाज़ुक चुचे किसी मखन की तरह पिघलने लगते है।
देवा;पदमा के ऑखों में देखने लगता है।
दोनो की धड़कने तेज चल रही थी।